अब इस मंत्री का ट्वीटर ने हटाया ब्लू टिक

नए IT नियमों की पालना को लेकर केंद्र सरकार से चल रही तकरार के बीच माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने सोमवार को नए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया।
हालांकि, इस पर बवाल होने के कुछ घंटे बाद ही राज्य मंत्री का ब्लू टिक फिर से बहाल हो गया।
इसके पीछे राज्य मंत्री द्वारा अपने यूजरनेम को बदलना कारण बताया जा रहा है।

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यूजरनेम बदलते ही हटा ब्लू टिक
इंडिया टुडे के अनुसार, राज्य मंत्री चंद्रशेखर के का पहले टि्वटर हैंडल Rajeev MP था, जिसे उन्होंने बाद में Rajeev GOI कर दिया।
इसके कुछ देर बाद ही उनके अकाउंट पर दिखाई देने वाला सत्यापन का ब्लू टिक हट गया।
एक टि्वटर यूजर ने इस पर गौर करते हुए उसका स्क्रीनशॉट शेयर कर दिया। उसके बाद से इस पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गई और लोग टि्वटर पर अपनी भड़ास निकालने लग गए।

टि्वटर ने ब्लू टिक हटने के पीछे यह बताया कारण
इस मामले में ट्विटर इंडिया ने कहा कि यदि कोई भी अपना ट्विटर हैंडल बदलता है तो ट्विटर किसी अकाउंट से ब्लू वेरिफाइड बैज को अपने आप हटा देता है। उसकी वेरिफिकेशन पॉलिसी में भी यह लिखा है।
टि्वटर इंडिया ने कहा कि यदि अकाउंट छह महीने तक निष्क्रिय रहता है तो भी ब्लू टिक हट सकता है। वह मामले में मंत्री के कार्यालय के संपर्क में हैं और ब्लू टिक को बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं।

कुछ घंटे बाद बहाल हुआ ब्लू टिक
टि्वटर इंडिया द्वारा राज्य मंत्री के अकाउंट का ब्लू टिक बहाल करने के प्रयास करने की बात कहने के कुछ ही देर बाद ही इसे बहाल कर दिया गया। कंपनी ने इसके लिए राज्य मंत्री द्वारा बदले गए यूजरनेम को ही कारण बताया है।

राज्य मंत्री ने कार्यभार संभालने के बाद ट्विटर विवाद पर दिया था बयान
बता दें कि गत दिनों मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद राज्य मंत्री चंद्रशेशर ने ट्विटर विवाद पर बड़ा बयान दिया था।
उन्होंने कहा था, “मैंने अभी चार्ज लिया है। मंत्रालय एकतरफा आधार पर काम नहीं करता है और इसका व्यक्तिगत विचारों और विचारों से कोई लेना-देना नहीं है। मंत्रालय नए केंद्रीय मंत्री के साथ बैठकर इन सभी मुद्दों का समाधान करेगा।”
इसके अलावा उन्होंने नए नियमों की पालना कराने की भी बात कही थी।

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू सहित कई बड़े नेताओं का भी हटा चुका है ब्लू टिक

टि्वटर द्वारा नेताओं के अकाउंट से ब्लू टिक हटाने का यह पहला मामला नहीं है। उसने पिछले महीने भी ट्विटर ने उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी ट्विटर हैंडल से ब्लू टिक हटा दिया था।

इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत, संघ के पूर्व सरकार्यवाह भैयाजी जोशी (सुरेश जोशी), पूर्व सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी और सरकार्यवाह अरुण कुमार के अकाउंट से भी ट्विटर ने ब्लू टिक हटा दिया था।

सरकार के साथ चल रही टि्वटर की तकरार
बता ने कि नए IT नियमों की पालना को लेकर सरकार और टि्वटर के बीच तकरार चल रही है।
सरकार ने गत दिनों टि्वटर से सोशल मीडिया मध्यस्थ का दर्जा और कानूनी कार्रवाई से सुरक्षा का अधिकार को वापस ले लिया। ऐसे में अब ट्विटर को यूजर्स के कंटेट के होस्टिंग प्लेटफॉर्म की जगह एक पब्लिशर माना जाएगा।
इसी तरह सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से जुड़ी संसदीय स्थायी समिति ने भी उसे नियमों की पालना करने को कहा था।

बता दें कि सरकार से चल रही तकरार के बीच टि्वटर ने रविवार को भारत में अपने स्थानीय शिकायत निवारण अधिकारी के पद पर नई नियुक्ति कर दी। कंपनी ने विनय प्रकाश को यह जिम्मेदारी सौंपी है।
वेबसाइट में दी गई जानकारी के मुताबिक, अपनी शिकायतों को भेजने के लिए यूजर्स विनय प्रकाश को को सीधे ईमेल कर सकते हैं। शिकायत मिलने पर पहले उसकी जांच की जाएगी और उसके बाद कार्रवाई का निर्णय किया जाएगा।

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