कोरोना काल में लगभग 25 लाख लोगों को उनके घर लाने में सफल रही एयर इंडिया.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भारत की प्रतिष्ठित सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया कोरोना महामारी के दौरान भारत सरकार के वंदे भारत मिशन तथा एयर ट्रांसपोर्ट बबल अरेंजमेंट्स के अंतर्गत पिछले वर्ष सात मई से इस वर्ष 28 फरवरी तक प्रचालित 18,000 से अधिक उड़ानों से 55 देशों और 75 गंतव्यों से लगभग 25 लाख लोगों को उनके घर लाने में सफल रही है। इस मिशन के दौरान यात्रियों और पहुंच वाले देशों की संख्या को देखते हुए किसी भी नागरिक विमानन कंपनी द्वारा की गई यह विश्व की सबसे बड़ी इवेक्यूवेशन प्रक्रिया है।
वैश्विक महामारी के दौरान प्रभावित देशों से साथी भारतीयों को बाहर निकालने के टीम एयर इंडिया के प्रयासों को देश के राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री समेत दुनियाभर में सराहा गया है। कंपनी के मुताबिक अपने विमानों की बेहतरीन साज-सज्जा, उड़ान के दौरान स्वादिष्ट भारतीय भोजन तथा भारतीय परंपरा का रंग लिए आतिथ्य उसे स्पर्धी विमानन कंपनियों में विशिष्टता देते हैं। इसके साथ ही लेग-रूम के साथ बड़ी सीटों पर यात्रा का आराम, अतिरिक्त बैगेज की सुविधा, विस्तृत अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क, अत्याधुनिक बी-787, बी-777 व ए-320 नियो विमानों में यात्रा के सुखद अहसास के साथ उसके नए ऑफर्स उसे दुनियाभर के यात्रियों के लिए भारत और विदेश में उनका सच्चा यात्रा साथी बनाते हैं।
कोरोना काल में दुनियाभर में फंसे यात्रियों को घर लाने की बड़ी जिम्मेदारी निभाने के साथ ही कंपनी ने कोविड-19 के खिलाफ विश्व की सबसे बड़ी वैक्सीन ड्राइव में भी बड़ी भूमिका का निर्वहन किया है। कंपनी ने इस दौरान देशभर के अलावा मालदीव, म्यांमार, बांग्लादेश तथा नेपाल सहित अपने पड़ोसी देशों में वैक्सीन का वहन करने की जिम्मेदारी निभाई।
जहां तक अपने यात्रियों की सुविधाओं का प्रश्न है तो कंपनी स्ट्रैचर कैरिज, पालतू पशु-पक्षियों का वहन, अकेले यात्रा कर रहे अवयस्क यात्री को हर तरह की मदद समेत अधिकतम भारतीय शहरों से कई ग्लोबल गंतव्यों के लिए संपर्क प्रदान करती है। एयर इंडिया की उड़ानों की मदद से ही उतर-पूर्व, लद्दाख, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के दूर-दराज क्षेत्रों को आíथक तथा सामाजिक मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है।