सीएससी द्वारा डिजिटल इंडिया के सपनों को प्रदेश सहित सम्पूर्ण देश मे सही मायने में आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है :राज्यमंत्री

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555 से अधिक सीएससी-बाल विद्यालयों को चयनित कर स्थापित व संचालित करने का कार्य किया जा रहा

श्रीनारद मीडिया, लक्ष्‍मण सिंह, यूपी डेस्‍क:

इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) भारत सरकार की अधिकृत संस्था सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड, जो कि देश में डिजिटल इण्डिया को बढ़ावा दिये जाने के उद्देश्य से एक स्पेशल परपज व्हीकल (CSC-SPV) के रूप मे कार्य कर रही है। सीएससी-एसपीवी द्वारा संचालित कॉमन सर्विस सेंटरों के माध्यम से विभिन्न सरकारी तथा गैर सरकारी डिजिटल सेवाओं स्थानीय नागरिकों के मध्य सहजता से उपलब्ध कराये जाने का कार्य किया जा रहा है।

विषयगत के संबंध में अवगत कराना है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अंगीकार करते हुये सीएससी-एसपीवी द्वारा राज्य में अब तक 555 से अधिक सीएससी-बाल विद्यालयों को चयनित कर स्थापित व संचालित करने का कार्य किया जा है। जिसके क्रम में सम्पूर्ण राज्य से 223 श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बाल विद्यालय संचालकों को प्रोत्साहित व पुरस्कृत करने के उद्देश्य से राज्य स्तर पर मुख्य अतिथि श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम, माननीय राज्यमंत्री ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम्य विकास तथा ग्रामीण अभियंत्रण- उत्तर प्रदेश सरकार, श्री हरिकेश चौरसिया (आईएएस) निदेशक प्रशिक्षण एवं सेवायोजन उत्तर प्रदेश लखनऊ तथा श्री अतुलित राय स्टेट हैड सीएससी-एसपीवी की गरिमामई आतिथ्य में दिनांक 6-जनवरी 2023 को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया। सीएससी के स्टेट हेड अतुलित राय ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुये सीएससी-एसपीवी द्वारा किये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के विषय मे विस्तार से बताया।

कार्यक्रम के दौरान कार्यशाला को संबोधित करते हुये मुख्य अतिथि माननीय राज्यमंत्री श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम ने बताया कि सीएससी द्वारा डिजिटल इंडिया के सपनों को प्रदेश सहित सम्पूर्ण देश मे सही मायने में आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है।

कार्यक्रम के दौरान बांदा-दीपा गुप्ता, बाराबंकी- वर्षा शुक्ला, देवरिया-प्रदीप कुमार, गोरखपुर-नेहलता सिंह, हापुड़-तरन्नुम मुनव्वर, हरदोई-मन मोहन शुक्ला, हरदोई-ओम प्रकाश, खीरी-वंदना तिवारी, सोनभद्र-श्वेता राय, सोनभद्र- राबिया बेगम को माननीया मंत्री के हाथों टेबलेट दिया गया, इसके अतिरिक्त कुल 223 बाल विद्यालय संचालकों को टेबलेट दिया गया।

सीएससी मुख्यालय से पधारे सीएससी बाल विद्यालय परियोजना प्रमुख विवेक कुमार ने सीएससी बाल विद्यालय के विषय मे विस्तार से बताया। कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न जिलों से आये से लगभग 350 से अधिक वीएलई (ग्रामीण स्तरीय उद्यमी) को बाल विद्यालय में उपयोग होने वाले वर्चुअल रियल्टी और आर्टिफ़िशियल तकनीकी के माध्यम से किस प्रकार से शिक्षा दी जाती है के विषय मे बारीकी से बताया गया।

सीएससी बाल विद्यालय के संबंध में
सीएससी बाल विद्यालय सीएससी अकादमी की एक प्रमुख पहल है। यह भारत में प्रौद्योगिकी-सक्षम पूर्वस्कूली शिक्षा का सबसे तेजी से बढ़ता नेटवर्क है, विशेष रूप से स्मार्ट रूप से विकसित भारत में। यह 2.5 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए आनंदमय शिक्षा पर केंद्रित है। ये प्रीस्कूल मुख्य रूप से नर्सरी और केजी या एलकेजी और यूकेजी में काम करते हैं।
सीएससी बाल विद्यालय में, हम शिक्षकों के निरंतर अपस्किलिंग में दृढ़ता से विश्वास करते हैं। राज्य भर में 550 से अधिक प्रशिक्षित शिक्षकों के साथ, सीएससी बाल विद्यालय बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा के क्षेत्र में एक जगह बनाने के क्षेत्र में एक अहम भूमिका निभाने की तरफ अग्रसर हो रहा हैं। नई शिक्षण पद्धति पर शिक्षकों का कौशल विस्तार तथा बच्चों के खेल-खेल मे सीखने के लिए डिजिटल सामग्री को अपनाना प्रक्रिया का एक अभिन्न और सतत हिस्सा है।
हमारी दृष्टि हमारा दृष्टिकोण भारत में प्रत्येक बच्चे को सुरक्षित, समावेशी और प्रौद्योगिकी सक्षम खेल-खेल प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा के माध्यम से समग्र विकास के लिए प्रेरित करना है। इस पहल का उद्देश्य बच्चों को सीखने का मनोरंजक वातावरण प्रदान करना है।
सीएससी बाल विद्यालय में बच्चे कैसे सीखते हैं
सीएससी बाल विद्यालय में, हम बच्चों को इस प्रकार से तैयार करने पर ध्यान देते हैं कि शिक्षक क्या पढ़ाना चाहते हैं, इसके बजाय कैसे सीखें। इसके पीछे का उद्देश्य उन्हें आजीवन स्वतंत्र शिक्षार्थी बनाना है और इसके लिए सीखने में आने वाली बाधाओं को कैसे पहचाना जाए और उन बाधाओं को कैसे दूर किया जाए यह हमारे लिए महत्वपूर्ण हो जाता है। हम विकसित शिक्षाशास्त्र में विश्वास करते हैं, जो शिक्षा को अधिक अनुभवात्मक, समग्र, एकीकृत, पूछताछ-संचालित, शिक्षार्थी-केंद्रित, चर्चा-आधारित, लचीला और निश्चित रूप से आनंददायक बनाता है।

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