भूलकर भी न करें शिव पूजन में ये गलतियां.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
महाशिवरात्रि के दिन यदि भगवान शिव को प्रसन्न करना है तो हमें इस बात का अवश्य ज्ञान होना चाहिए कि उन्हें पूजा में क्या चीजें पसंद हैं और क्या नहीं। धर्म वैज्ञानिक पंडित वैभव जय जोशी के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन पवित्र नदी के जल से अभिषेक करने के बाद पुष्प अर्पण करने मात्र से ही शिव जी प्रसन्न होकर मनचाहा वरदान दे देते हैं। हम सभी जानते हैं कि भगवान शिव को सफेद रंग के पुष्प पसंद हैं, लेकिन उन्हें कभी सफेद रंग के फूल नहीं चढ़ाए जाते हैं।
भगवान शिव की पूजा में भूलकर भी केतकी का फूल न चढ़ाएंं क्योंकि महादेव ने इस फूल का अपनी पूजा से त्याग कर दिया है। पौराणिक कथा के अनुसार एक बार भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी कौन बड़ा और कौन छोटा है, इस बात का फैसला कराने के लिए भगवान शिव के पास पहुंचे। इस पर भगवान शिव ने एक शिवलिंग को प्रकट कर उन्हें उसके आदि और अंत पता लगाने को कहा। उन्होंने कहा जो इस बात का उत्तर दे देगा वही बड़ा है।
इसके बाद विष्णु जी उपर की ओर चले और काफी दूर तक जाने के बाद पता नहीं लगा पाए। उधर ब्रह्मा जी नीचे की ओर चले और उन्हें भी कोई छोर न मिला। नीचे की ओर जाते समय उनकी नजर केतकी के पुष्प पर पड़ी, जो उनके साथ चला आ रहा था।
उन्होंने केतकी के पुष्प को भगवान शिव से झूठ बोलने के लिए मना लिया। जब ब्रह्मा जी ने भगवान शिव से कहा कि मैंने पता लगा लिया है और केतकी के पुष्प से झूठी गवाही भी दिलवा दी तो त्रिकालदर्शी शिव ने ब्रह्मा जी और केतकी के पुष्प का झूठ जान लिया।
उसी समय उन्होंने न सिर्फ ब्रह्मा जी के उस सिर को काट दिया जिसने झूठ बोला था बल्कि केतकी की पुष्प को अपनी पूजा में प्रयोग किए जाने के अधिकार से भी वंचित कर दिया।
काले रंग के कपड़े पहनकर न करें पूजा
महाशिवरात्रि के दिन शिव की पूजा करते समय सिर्फ फूल ही नही बल्कि अन्य बातों का भी ख्याल रखना चाहिए। जैसे इस दिन पूजा करते समय काले रंग के कपड़े ना पहनें। मान्यता है कि भगवान शिव को काला रंग बिल्कुल भी पसन्द नहीं है। इसी तरह शिव की पूजा में शंख से जल और तुलसी अर्पित करना भी निषेध है। भगवान शिव का नारियल पानी से अभिषेक भी नहीं किया जाता है।
महाशिवरात्रि के दिन भक्तगण शिवजी को खुश करने के लिए शिवलिंग पर कई चीजें अर्पित करते हैं, लेकिन कई बार भूलवश ऐसी चीजें भी चढ़ाने लगते हैं, जिसे शास्त्रों में वर्जित माना जाता है।
– शिव उपासना में शंख का इस्तेमाल न करें।
– शिवलिंग पर तुलसीदल न चढ़ाएं।
– शिवलिंग पर तिल अर्पित न करें।
– शिवलिंग पर टूटा हुआ चावल न छिड़कें।
– कुमकुम या सिंदूर है वर्जित।
– नारियल का इस्तेमाल न करें।