महाराष्ट्र के बाद यूपी में सबसे ज्यादा एक्टिव केस.

महाराष्ट्र के बाद यूपी में सबसे ज्यादा एक्टिव केस.

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

यूपी में कोरोना की दूसरी लहर लगभग बेकाबू हो चुकी है। हर दिन नया रिकॉर्ड बन रहा है। 24 घंटे में 22439 नए संक्रमित सामने आए हैं। देश में कोरोना के एक्टिव केस के मामले में उत्तर प्रदेश अब दूसरे नम्बर पर है। महाराष्ट्र के बाद उत्तर प्रदेश में लगातार केस बढ़ते ही जा रहे हैं। सूबे में बुधवार को जहां 24 घंटे में 20510 नए संक्रमित मिले थे, वहीं गुरुवार को इनकी संख्या में 1926 का इजाफा हो गया है। पिछले 24 घंटे में 114 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। कोरोना से अब तक 9480 लोगों की जान जा चुकी है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बृहस्पतिवार को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के 22439 नए मामले सामने आए हैं। यह एक दिन में राज्य में सामने आया सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले बुधवार को प्रदेश में 20510 नए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी।

प्रसाद ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कोविड-19 संक्रमित 114 और मरीजों की मौत हो गई। यह भी प्रदेश में अब तक एक ही दिन में मौत के मामलों की सबसे अधिक संख्या है। इससे पहले 15 सितंबर 2020 को 113 मरीजों की मौत हुई थी। राज्य में अब तक 9480 मरीजों की कोविड-19 से मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 4222 मरीज ठीक भी हुए हैं जबकि राज्य में इस वक्त 129848 मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

राजधानी लखनऊ में तो हालत दिन पर दिन खराब होते जा रहे हैं। शवदाह गृह और कब्रिस्तान में भी शवों की हालत देख लोग बेहद भयभीत हैं। लखनऊ में बीते 24 घंटे में 5183 नए संक्रमित मिले हैं। कल यहां पर 5433 लोग मिले थे। लखनऊ में एकिटव केस करीब 32 हजार हैं। लखनऊ के साथ ही अब संगमनगरी प्रयागराज और वाराणसी में स्थिति खराब होती जा रही है। प्रयागराज में 1888 और वाराणसी में 1859 नए संक्रमित मिले हैं। कानपुर में भी आंकड़ा हजार पारकर 1263 केस पर है तो गोरखपुर में हजार के करीब पहुंच गया है। गोरखपुर में गुरुवार को 750 नए संक्रमित मिले हैं।

प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की नई लहर की रफ्तार आठ गुना तक बढ़ गई है। इसने इतनी तेजी पकड़ ली है कि प्रदेश में सक्रिय केस का आंकड़ा मंगलवार को ही एक लाख पार कर गया था। प्रदेश के 43 जिलों में एक्टिव केस 500 से ज्यादा से हो गए हैं।

एक्टिव केस में यूपी देश में दूसरे नंबर पर आया
महाराष्ट्र में 35.78 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं और इसमें से 29.05 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 6.12 लाख एक्टिव केस हैं। सक्रिय केस के मामले में यूपी दूसरे नंबर पर है। प्रदेश में अब तक 7.44 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और इसमें से 6.22 लाख ठीक हो चुके हैं। तीसरे नंबर पर कर्नाटक में 85 हजार से ज्यादा सक्रिय केस हैं।

दो लाख से ज्यादा का टेस्ट
बीते 24 घंटे में 2.1 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया। प्रदेश में अब तक 3.73 करोड़ लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है। एक हफ्ते में ही कोरोना के लगभग 88 हजार नए रोगी बढ़े हैं। एक अप्रैल को प्रदेश में 2600 नए रोगी मिले थे। अब 20 हजार से ज्यादा मिल रहे हैं। ऐसे में संक्रमण की रफ्तार आठ गुना पहुंच गई है।

यूपी में अब कक्षा एक से 12वीं तक के स्कूल में 15 मई तक बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यह आदेश टीम 11 के साथ बैठक में दिया। उन्होंने कहा कि इस अवधि में कोई परीक्षा भी न आयोजित हो। माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 20 मई के बाद आयोजित की जाएं। नई समय-सारिणी के लिए मई के पहले सप्ताह में विचार हो। 

उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि पंचायत चुनावों में जुुटे कर्मचारियों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन हो। मतदान कर्मियों के लिए मास्क, ग्लब्स, सैनिटाइजेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए। सीएम ने कहा कि जिस तरह से कोविड-19 का संक्रमण फैल रहा है कि उससे दूसरे राज्यों से प्रवासी श्रमिकों की वापसी संभावित है। इसलिए सभी जनपदों में कोविड प्रोटोकॉल के हिसाब से क्वारन्टीन सेंटर संचालित हों।क्वारन्टीन सेंटरों में चिकित्सा सुविधाओं के साथ-साथ भोजन/शयन आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदों में कोविड मरीजों के लिए बेड तथा ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। हर दिन इस स्थिति की जनपदवार समीक्षा की जाए। यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक जनपद में कोविड बेड, दवाओं, मेडिकल उपकरणों तथा ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे। प्रभारी मंत्रीगण अपने सम्बंधित जिलों की हर दिन समीक्षा करें।  बेड की संख्या में और बढ़ोत्तरी के लिए तेजी से प्रभावी कार्यवाही की जाए। कोविड चिकित्सालयों में चिकित्साकर्मियों एवं मेडिकल संसाधन की व्यवस्था प्राथमिकता पर की जाए।  टेस्टिंग कार्य पूरी क्षमता के साथ संचालित किया जाए। प्रदेश स्थित केन्द्रीय संस्थानों की प्रयोगशालाओं में उपलब्ध आरटीपीसीआर क्षमता का उपयोग करते हुए आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाए। इन संस्थानों की आवश्यकताओं के अनुरूप मैनपावर का भी प्रबन्ध किया जाए। कोविड जांच के लिए ट्रूनेट मशीनों का उपयोग करना उपयोगी होगा।

इसे भी पढ़े…

Leave a Reply

error: Content is protected !!