राम के सार का न ही सम्पूर्ण वर्णन करना संभव है और न ही श्रवण करना : अंजलि द्विवेदी
श्री नारद मीडिया अरविंद रजक पंचदेवरी गोपालगंज
पंचदेवरी प्रखंड के नंद पट्टी गांव में चल रहे शतचंडी महायज्ञ के चौथे दिन गुरुवार को कथा व्यास मानस कोकिला अंजलि द्विवेदी ने श्रोताओं को कथा का सार बताने के साथ ही भगवान राम के जन्म की कथा का सुंदर वर्णन सुनाया। संगीतमयी कथा को सुनकर भक्त भाव विभोर होते नजर आए। उन्होंने राम कथा के दौरान कथा श्रवण कर रहे श्रोताओं को बताया कि राम के सार का न ही सम्पूर्ण वर्णन करना संभव है और न ही श्रवण करना। उन्होंने भक्तों को बताया कि मां पार्वती ने भगवान राम के बारे मे भोलेनाथ से 14 प्रश्न किए थे जिसमें से भोलेनाथ से आठ प्रश्नों के उत्तर ही मिले थे माता ने भोलेनाथ से कह दिया कि अब उन्हे राम पर कोई शंका नही है मुझे उन पर पूरा विश्वास है। भोलेनाथ के मां पार्वती को को दिए गए यह आठ उत्तर ही सम्पूर्ण रामायण है। इसके साथ ही कथा व्यास ने प्रभु के जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि जब प्रभु का प्रकाट्य हुआ तो राज दशरथा के साथ पूरी अयोध्या में तो खुशी थी ही साथ ही देवताओ मे भी उनके वाल रूप के दर्शन करने को लेकर उत्सुकता थी। कथा में भए प्रकट कृपाला दीन दयाला छंद पर श्रोता झूम उठे। कथा के दौरान योगेंद्र दुबे, विनोद दुबे, टुनटुन दुबे, गिरीश सिंह, हरिओम कुशवाहा, हाकिम यादव, तारकेश्वर दुबे, व्यास यादव, मदन यादव आदि के साथ ही सैकड़ों लोग मौजूद रहे।