सांस्कृतिक कारणों से बेहद खास है कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट.

सांस्कृतिक कारणों से बेहद खास है कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कुशीनगर में आज उत्तर प्रदेश के तीसरे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (Kushinagar International Airport) का उद्घाटन किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे। 260 करोड़ रुपये की लागत से बने इस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से नवंबर में नियमित उड़ान शुरू हो जाएगी।

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कुशीनगर एक अंतरराष्ट्रीय बौद्ध तीर्थस्थल है जहां भगवान गौतम बुद्ध (Lord Buddha)  का महापरिनिर्वाण हुआ था। दिल्ली और कुशीनगर के बीच की डायरेक्ट फ्लाइट की शुरुआत 26 नवंबर से होगी, कुशीनगर को 18 दिसंबर को मुंबई के साथ जोड़ा जाएगा और कुशीनगर को कोलकाता के साथ भी जोड़ा जाएगा।jagran

हवाई अड्डे के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री बुधवार को बौद्ध स्थल महापरिनिर्वाण स्तूप और मंदिर में एक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे जिसमें श्रीलंकाई बौद्ध भिक्षु और श्रीलंका सरकार के मंत्री शामिल होंगे। कुशीनगर बौद्ध परिपथ का केंद्र बिंदु है। इस परिपथ में लुंबिनी, सारनाथ और गया भी शामिल हैं।

पहली उड़ान 125 गणमान्य व्यक्तियों और बौद्ध भिक्षुओं के साथ श्रीलंका के कोलंबो से इस हवाई अड्डे पर उतरेगी। इस हवाई अड्डे से दुनिया भर के बौद्धों को भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल की यात्रा करने की सुविधा मिल सकेगी।

कुशीनगर हवाई अड्डे के नए टर्मिनल की 3600 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली इमारत 260 करोड़ रुपये की लागत से भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से बनाई है। यह हवाईअड्डा 300 यात्रियों को संभालने में सक्षम है।

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हवाई अड्डे के उद्घाटन से पर्यटकों की आमद में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। इस हवाई अड्डे के उद्घाटन के बाद बौद्ध परिपथ के लुंबिनी, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर, श्रावस्ती, राजगीर, संकिसा और वैशाली की यात्रा कम समय में पूरी की जाएगी।

योगी सरकार ने 24 जून 2020 को इसे इंटरनेशनल एयरपोर्ट घोषित किया था। इस एयरपोर्ट के चालू होने से पर्यटन क्षेत्र में संभावनाएं बढ़ेंगी।
योगी सरकार ने 24 जून 2020 को इसे इंटरनेशनल एयरपोर्ट घोषित किया था। इस एयरपोर्ट के चालू होने से पर्यटन क्षेत्र में संभावनाएं बढ़ेंगी।
प्रदेश के सबसे बड़े रनवे (3200 मीटर) वाले यह एयरपोर्ट 589 एकड़ में 260 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुआ है।
प्रदेश के सबसे बड़े रनवे (3200 मीटर) वाले यह एयरपोर्ट 589 एकड़ में 260 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुआ है।
बौद्ध अनुयायियों को कुशीनगर आने में सहूलियत होगी। बौद्ध सर्किट के लुंबिनी, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर, श्रावस्ती, राजगीर और वैशाली की यात्रा कम समय में हो सकेगी।
बौद्ध अनुयायियों को कुशीनगर आने में सहूलियत होगी। बौद्ध सर्किट के लुंबिनी, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर, श्रावस्ती, राजगीर और वैशाली की यात्रा कम समय में हो सकेगी।
कुशीनगर एयरपोर्ट पर बने रनवे की क्षमता 8 फ्लाइट प्रतिघंटा है।
कुशीनगर एयरपोर्ट पर बने रनवे की क्षमता 8 फ्लाइट प्रतिघंटा है।
एक साथ चार फ्लाइट लैंड कर सकती हैं और चार फ्लाइट टेक-ऑफ कर सकती हैं।
एक साथ चार फ्लाइट लैंड कर सकती हैं और चार फ्लाइट टेक-ऑफ कर सकती हैं।
यहां भगवान बुद्ध की प्रतिमा लगाई गई है।
यहां भगवान बुद्ध की प्रतिमा लगाई गई है।
कुशीनगर विश्व प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थल है। यहां भगवान गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था।
कुशीनगर विश्व प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थल है। यहां भगवान गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था।
गोरखपुर से कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की दूरी सिर्फ 55 किलोमीटर।
गोरखपुर से कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की दूरी सिर्फ 55 किलोमीटर।
एयरपोर्ट के एप्रन पर चार बड़े हवाई जहाज एकसाथ खड़े हो सकते हैं।
एयरपोर्ट के एप्रन पर चार बड़े हवाई जहाज एकसाथ खड़े हो सकते हैं।
प्रदेश के सबसे बड़े रनवे (3200 मीटर) वाले इस एयरपोर्ट के क्रियाशील होने के साथ ही पर्यटन विकास, निवेश, रोजगार का बड़ा प्लेटफॉर्म तैयार हो रहा है।
प्रदेश के सबसे बड़े रनवे (3200 मीटर) वाले इस एयरपोर्ट के क्रियाशील होने के साथ ही पर्यटन विकास, निवेश, रोजगार का बड़ा प्लेटफॉर्म तैयार हो रहा है।
एशियाई देशों से सीधे बढ़ेगी इंटरनेशनल कनेक्टिविटी।
एशियाई देशों से सीधे बढ़ेगी इंटरनेशनल कनेक्टिविटी।
पर्यटकों को कुशीनगर पहुंचने में भी काफी सहूलियत होगी।
पर्यटकों को कुशीनगर पहुंचने में भी काफी सहूलियत होगी।
कुशीनगर एयरपोर्ट से इंटरनेशनल उड़ानें शुरू होने से श्रीलंका, जापान, ताइवान, दक्षिण कोरिया, चीन, थाईलैंड, वियतनाम, सिंगापुर सहित दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से सीधे इंटरनेशनल कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
कुशीनगर एयरपोर्ट से इंटरनेशनल उड़ानें शुरू होने से श्रीलंका, जापान, ताइवान, दक्षिण कोरिया, चीन, थाईलैंड, वियतनाम, सिंगापुर सहित दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से सीधे इंटरनेशनल कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
घरेलू उड़ान शुरू होने से बौद्ध सर्किट के लुंबिनी, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर श्रावस्ती, राजगीर, संकिसा एवं वैशाली की यात्रा पर्यटक पहले से कम समय में पूरी कर सकेंगे।
घरेलू उड़ान शुरू होने से बौद्ध सर्किट के लुंबिनी, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर श्रावस्ती, राजगीर, संकिसा एवं वैशाली की यात्रा पर्यटक पहले से कम समय में पूरी कर सकेंगे।
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
उड़ानों को लेकर एयरलाइंस कंपनियों से बातचीत अंतिम दौर चल रही है।
उड़ानों को लेकर एयरलाइंस कंपनियों से बातचीत अंतिम दौर चल रही है।
कुशीनगर विश्व प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थल है। यहां भगवान गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था।
कुशीनगर विश्व प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थल है। यहां भगवान गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था।
इंटरनेशनल एयरपोर्ट के जरिये इसे पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास के लिए नया द्वार बनाने की मंशा है।
इंटरनेशनल एयरपोर्ट के जरिये इसे पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास के लिए नया द्वार बनाने की मंशा है।
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पर्यटन विकास के साथ पूंजी निवेश की भी अपार संभावनाएं बढ़ेंगी।
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पर्यटन विकास के साथ पूंजी निवेश की भी अपार संभावनाएं बढ़ेंगी।
इस एयरपोर्ट पर पहले इंटरनेशनल फ्लाइट के रूप में श्रीलंकाई सरकार के विमान की लैंडिंग व टेकऑफ होगा।
इस एयरपोर्ट पर पहले इंटरनेशनल फ्लाइट के रूप में श्रीलंकाई सरकार के विमान की लैंडिंग व टेकऑफ होगा।

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