मनरेगा मजदूरों समर्थन में माले ने दिया धरना 

मनरेगा मजदूरों समर्थन में माले ने दिया धरना

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, अमृता मिश्रा, पानापुर,  सारण  (बिहार )

शुक्रवार को भाकपा माले और मनरेगा मजदूर सभा के नेतृत्व में पानापुर प्रखण्ड मुख्यालय पर मनरेगा मजदूरों ने विभिन समस्याओं  को लेकर एकदिवसीय धरना दिया।धरना को संबोधित करते हुए भाकपा माले जिला सचिव सभापति राय ने कहा समाजिक न्याय की सरकार में मनरेगा मजदूरों को न्यूनतम मानदेय पर काम करने के लिए बाध्य करना इससे यह प्रतीत होता है कि नीतीश कुमार गरीबों का वोट लेकर गरीबो से गद्दारी कर रहे हैं।उन्होंने कहा सरकार मनरेगा मजदूरों को साल में 200 दिन काम और 500 रुपया दैनिक मजदूरी देने की गारंटी करें ।सभा को संबोधित करते हुए छात्र नेता अनुज कुमार दास ने कहा विधान सभा चुनाव के ठीक पहले नितीश कुमार और NDA गठबंधन के नेताओ ने 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था जब युवा रोजगार मांगने 1मार्च 2021 को विहार विधानसभा का घेराव करने पहुंचे तो नीतीश सरकार युवाओ से बात करने के बजाय युवाओ पर लाठियां वर्षा रही है। जिससे बिहार के युवा बर्दाश्त नही करेंगे और 19 लाख युवाओ की रोजगार की लड़ाई जारी रहेगी।इनके अलावा विजेन्द्र मिश्र,जिवनंदन राय,विजय सिंह तथा नागेन्द्र कुशवाहा ने भी सभा को सम्बोधित किया ।मौके पर सैकड़ों मनरेगा मजदूर उपस्थित थे।सभा के अंत मे 7 सूत्री मांग प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी को सौपा गया:-
1 मनरेगा मजदूरों को साल में 200 दिन काम और 500 रुपया न्यूनतम मजदूरी देने की गारंटी करो।
2 मनरेगा मजदूरों का जीवन बिमा करने की गारंटी की जाए।
3 मनरेगा को कृषि से जोड़ने की गारंटी की जाय।
4 प्रत्येक पंचायत और वार्डो में नियमित रोजगार सभा करने की गारंटी की जाए।
5 मनरेगा मजदूरों को मासिक पेंशन और राशन मुहैया कराया जाए।
6 अनिबन्धित मजदूरों का निबंधन कर रोजगार दिया जाए।
7 मनरेगा भवन में प्रति दिन रोजगार सेवक की बैठने की गारंटी की जाए।
अंत मे 250 मजदूर

यह भी पढ़े 

जेल में बेफिक्र है शबनम का आशिक सलीम, बोला- इस देश में इतनी जल्दी नहीं हो जाती फांसी’

चार लड़कों के साथ घर से भागी लड़की शादी को लेकर हो गई कन्‍फ्यूज.

नाबालिग से रेप मामले में पुलिस के रवैये पर मानवाधिकार आयोग सख्‍त.

 

 

Leave a Reply

error: Content is protected !!