महिलाएं समाज की मुख्यधारा में जोड़ने की कवायद का दिखने लगा है असर

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श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार )


अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के महत्व को याद करने, उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ने और उनके अधिकारो को और मजबूती से लागू करने और कराने का दिन है। ये बातें बीजेपी नेता दिलीप कुमार सिंह ने कहीं। यह समाज की महिलाओं को इज्जत, सम्मान और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की सोच को और सशक्त करने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि महिला हमेशा नव निर्माण का प्रतीक और शक्ति मानी गई हैं। दुनिया में महिला नहीं होती तो सृष्टि नहीं होती। इनके बिना समाज और मानव सृष्टि की परिकल्पना बेमानी है। प्राचीन काल से ही महिलाओं की महत्ता समज में रही हैं। एक जमाना ऐसा भी था,जब महिलाओं के नाम से ही पुत्रों को जाना जाता था।आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हुए दुनिया के हर क्षेत्रों में आगे बढ रही है। चाहे मैडिकल के क्षेत्र हो इंजीनियरिंग का क्षेत्र हो अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण का क्षेत्र हो ऐवरेस्ट पर जाने से लेकर परमाणु ऊर्जा रिसर्च से लेकर न्यायिक व्यवस्था से लेकर शिक्षा स्वास्थ्य व्यवसाय प्रबंधक क्षेत्र खेल निशाने बाजी फौज से लेकर समाज राजनीतिक क्षेत्रों में भी अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा रही हैं।वही दुनिया के पार्लियामेंट्री संस्थानों में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।वही समाज को एक सही व्यवस्था प्रदान कर रही हैं और पुरूषों से प्रतिस्पर्धा में आगे जा रही हैं। शिक्षा के क्षेत्र में महिलाए काफी ख्याति प्राप्त कर रही हैं।वही राष्ट्र मंडल खेलों में स्वर्ण पदक विजेता बन रही हैं। विश्व सुन्दरता की प्रतियोगिता में भी भारत की महिलाए अपने देश के लिए अपना परचम लहरा रही हैं।वही आईएएस आईपीएस अधिकारी भी बन रही हैं। फौज में भर्ती होकर देश की सीमाओं की रक्षा में भी अपना योगदान दे रही हैं। ये बातें अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर भाजपा नेता दिलीप कुमार सिंह ने कहते हुए उन्होंने भारत के आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महिलाओं के सम्मान में काम करने के लिए साधुवाद दिया।वहीं भारत में बिहार पहला राज्य है जहां पंचायती राज संस्थाओं में 50% प्रतिशत महिलाओं के लिए हिस्सेदारी है। इस दिन सभी को महिलाओं की रक्षा का संकल्प लेना चाहिए।

 

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