छात्रा से कई बार रेप करने वाले टीचर को उम्रकैद की सजा, पॉस्को कोर्ट ने सुनाया फैसला.
तीन गुना दाम बढ़ाकर राज्य में शराब की बिक्री शुरू हो-कांग्रेस
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के वैशाली जिले के महनार थाने के एक स्कूल की आठवीं की छात्रा के साथ रेप मामले में शिक्षक समेत दो को ताउम्र कैद की सजा सुनायी गयी है। पॉक्सो अदालत के विशेष न्यायाधीश आशुतोष कुमार झा ने सजा के बिन्दु पर सुनवाई करते हुए सजा का ऐलान किया।
शिक्षक अभिषेक कुमार और उसके दोस्त रीतेश कुमार उर्फ बंटी ने ट्यूशन पढ़ने के दौरान छात्रा के साथ कई बार रेप किया था। पॉक्सो मामलों के विशेष लोक अभियोजक मनोज कुमार शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पीड़िता की मां के बयान के आधार पर महनार थाने में वर्ष 2019 के 8 मार्च को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन ही प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।
दो साल के बाद महिला दिवस पर ही इसका फैसला भी आया और दोषसिद्ध दोनों अभियुक्तों को अंतिम सांस तक कैद की सजा सुनायी गयी। दोनों 9 मार्च 2019 को गिरफ्तार किए गए थे और तबसे जेल में ही हैं। अब उन्हें अपनी पूरी जिंदगी जेल में ही बितानी है।
इस घटना को सभ्य समाज के माथे पर कलंक बताते हुए विशेष लोक अभियोजक ने दोनों को फांसी की सजा देने का अदालत से अनुरोध किया और पूरी बहस सुनने के बाद अदालत ने दोनों को ताउम्र कैद की सजा दी। अदालत ने दोनों पर डेढ़-डेढ़ लाख रुपये का अर्थदंड भी लगाया। साथ ही पीड़िता को बिहार प्रतिकर योजनाके तहत दस लाख रुपए भुगतान करने का आदेश भी दिया। यह राशि जिला विधिक सेवा प्राधिकार के माध्यम से दी जाएगी।
बिहार विधानसभा में बुधवार को राज्य में शराबबंदी को लेकर विपक्ष ने जाेरदार हंगामा किया। राजद विधायकों ने आरोप लगाया कि राज्य में शराबबंदी पूरी तरह फेल हो चुकी है। राजद विधायकों ने कहा कि मीडिया में यह खबर चल रही है कि बिहार में समानांतर शराब की सप्लाई हो रही। यह कहकर राजद के सारे सदस्य खड़े हो गये और हंगामा करने लगे। कांगेस नेता अजीत शर्मा ने कहा कि यदि राज्य सरकार शराबबंदी को पूर्ण रूप से लागू नहीं कर पा रही है तो शराब के दाम तीन गुना बढ़ाकर इसकी बिक्री शुरू कराए। अवैध शराब से बिहार का पैसा दूसरे राज्यों में जा रहा है।
वहीं शराबबंदी कानून को पूरी सख्ती से लागू करने और अवैध रूप से बिक रही शराब मामले में सरकारी पदाधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर विपक्ष ने विधानसभा के वेल में जमकर प्रदर्शन किया। राजद ने उत्पाद मंत्री से इस्तीफे की मांग की। हंगामे के बीच तीस मिनट देरी से प्रश्नकाल शुरू हुआ। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सदन सहमत होगा तो शराबबंदी को लेकर अलग से हम डिबेट कराएंगे।
राजद विधायक ललित यादव ने प्रश्नकाल शुरू होने से पहले यह सवाल उठाया। उन्होंने मांग किया कि सदन स्थगित किया जाये। राजद विधायक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा लगातार राजद विधायकों को शांत कराने में जुटे रहे। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में कहा कि आप लोगों का सवाल काफी महत्वपूर्ण है और हम आपकी बात सुनेंगे लेकिन विपक्ष लगातार हंगामा करते रहें।
इससे पहले विधानसभा परिसर में विपक्ष ने नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। राजद विधायकों ने पथ निर्माण विभाग में घोटाले का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। वहीं खगड़िया जिले में पिछले दिनों स्कूल की चहारदीवारी गिरने से छह लोगों की हुई मौत की जांच की मांग को लेकर माले विधायकों ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया।