हिमाचल के धर्मशाला में बादल फटने से आई जल त्रासदी, भयावह मंजर.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में बादल फटने से क्षेत्र में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे भागसू नाग क्षेत्र के पर्यटन स्थल में संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। फोटो और वीडियो में साफ देखा जा रहा है कि इलाके में भारी जलभराव और पार्क किए गए वाहनों और होटलों में पानी किस रफ्तार से बह रहा है। पार्किंग में खड़ी कारें कागज के नाव की तरह पानी के बहाव में बहती हुई दिखाई दे रही हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम जयराम ठाकुर से हालातों का जायजा लेते हुए राहत कार्यों के लिए NDRF की टीमें शीघ्र रवाना कर दी है और स्थिति पर वह खुद लगातार नजर बनाए हुए हैं।

स्थानीय लोगों ने अचानक आई बाढ़ का वीडियो साझा किया जहां क्षेत्र में जलभराव और अचानक आई बाढ़ के बाद एक छोटे से नाले ने नदी का रूप ले लिया। सोमवार को क्षेत्र में बादल फटने की सूचना के बाद अचानक बाढ़ आई जिसके कारण लगातार बारिश हुई। जिले में बाढ़ जैसे क्षेत्र के बाद प्रशासन ने इलाके को अलर्ट पर रखा है। अधिकारी अलर्ट पर हैं और राज्य प्रशासन लगातार बाढ़ पर नजर रखे हुए है।

धर्मशाला से 58 किलोमीटर दूर कांगड़ा जिले में भी भारी बारिश हुई और इलाके के होटलों को भारी नुकसान हुआ है। कांगड़ा के अलावा, हिमाचल प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी गर्म मौसम के बाद भारी बारिश हुई है।

बाजल फटने की अधिक जानकारी बताते हुए डिप्टी कमिश्नर निपुण जिंदल ने बताया कि भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ के बाद कांगड़ा जिले में दो लोगों के लापता होने की खबर है। उपायुक्त ने कहा कि हम यह नहीं कह सकते कि यह भागसू नाग में बादल फटा है, लेकिन शुरुआत में, यह भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ का मामला है।

हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश से आयी प्राकृतिक आपदा के संबंध में गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात की। गृह मंत्री ने हालातों का जायजा लेते हुए राहत कार्यों के लिए NDRF की टीमें शीघ्र रवाना कर दी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में बादल फटने की घटना पर गृह मंत्रालय स्थिति को निरंतर मॉनिटर कर रहा है। केंद्र की ओर से हिमाचल को हर संभव मदद दी जाएगी।

उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में आकाशीय बिजली गिरने से 68 की मौत

वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश समेत देश के कई अन्य राज्यों में आकाशीय बिजली गिरने से 68 लोगों की मौत हो गई है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को  राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में बिजली गिरने से मारे गए लोगों के परिवारों के लिए सहायता राशी की घोषणा की है। आकाशीय बिजली गिरने से उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 41 लोग की जान गई है, जबकि राजस्थान में मरने वालों की संख्या 20 है। कई अन्य लोग भी घायल हुए हैं।

मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये का मुआवजा

आकाशीय बिजली गिरने से हुई मौत पर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने ट्वीट कर कहा कि प्रत्येक मृतक के परिजन को दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे। घायलों के परिवारों को प्रत्येक को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। ये फंड प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दिया जाएगा। पीएम मोदी के हवाले से कहा गया कि बिजली गिरने से लोगों की मौत से दुखी हूं।

राजस्थान में 20 और मध्य प्रदेश में सात लोगों की गई जान

आकाशीय बिजली गिरने से उत्तर प्रदेश में 41 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में से अधिकांश (14) प्रयागराज जिले से रिपोर्ट किए गए। राजस्थान की राजधानी जयपुर में 12वीं सदी के आमेर किले में एक वॉच टावर के पास सेल्फी लेने वाले 11 लोगों सहित राजस्थान में कुल 20 लोगों की मौत हो गई। वहीं, मध्य प्रदेश के कई जिलों में कल आकाशीय बिजली की घटनाओं ने सात लोगों की जान ले ली।

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