क्यों मनाई जाती है महा शिवरात्रि और क्यों कहा जाता है इसे महा रात्रि?

क्यों मनाई जाती है महा शिवरात्रि और क्यों कहा जाता है इसे महा रात्रि?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को महा शिवरात्रि मनाई जाती है। शास्त्रों के अनुसार, यही वो रात थी जब करोड़ों सूर्यों के समान प्रभाव वाले ज्योतिर्लिंग के रूप में भगवान शिव प्रकट हुए थे। इसी के चलते हर वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का त्यौहार पूरे विधि-विधान के साथ मनाया जाता है। इसे महारात्रि भी कहा जाता है। इस त्यौहार को शिव के दिव्य अवतरण का मंगल सूचक माना गया है। इस दिन व्रत करने से व्यक्ति को काम, क्रोध, मोह, मत्सर, लोभ आदि से मुक्ति प्राप्त होती है। आइए जानते हैं इस दिन से जुड़ी कथा के बारे में।

महाशिवरात्रि से जुड़ी है यह कथा:

पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, सती का पुनर्जन्म, माता पार्वती के रूप में हुआ था। माता पार्वती चाहती थीं कि वो शिवजी को पति के रूप में प्राप्त करें। ऐसे में माता पार्वती ने शुरुआत में अपने सौंदर्य से शिवजी को रिझाने की कोशिश की। लेकिन इसमें वो सफल नहीं हो पाईं। इसके बाद माता पार्वती ने त्रियुगी नारायण से 5 किलोमीटर दूर गौरीकुंड में कठिन ध्यान और साधना कर शिवजी का मन जीता। फिर इसी दिन शिवजी और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। कहा जाता है कि माता पार्वती के लास्यनृत्य और भगवान शिव के तांडव के समन्वय से ही सृष्टि में संतुलन बना हुआ है।

क्यों कहते हैं शिवरात्रि को महा रात्रि:

कहा जा रहा है कि इस महा शिवरात्रि पर एक शुभ श्रेष्ठ शिव योग, श्रीवत्स एवं अमृत योग बन रहा है। इस योग में जो व्यक्ति व्रत का अनुष्ठान करेगा उसकी मनोकामनाएं जरूर पूरी होंगी। चल व अचल शिवलिंग में इस रात्रइ को ही शिव की शक्ति का संचार होता है। यही कारण है कि इस रात को महा रात्रि भी कहा जाता है।

मेरे शम्भू बाबा मेरे भोलेनाथ,

तीनो लोक में तू ही तू।

धूप दीप पुष्प क्या,

मन करे जीवन ही अर्पण कर दूं

ॐ नमः शिवाय

2. महादेव तेरे बगैर, सब व्यर्थ है मेरा

मैं हूं तेरा शब्द, और तू अर्थ है मेरा…

हैप्‍पी महाशिवरात्रि 2021

3. शिव की बनी रहे आप पर छाया,

पलट दे जो आपकी…किस्मत की काया

मिले आपको वो सब अपनी ज़िन्दगी में,

जो कभी किसी ने भी न पाया…

महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें…

4. भोले की भक्ति में मुझे डूब जाने दो

शिव के चरणों में शीश झुकाने दो,

आई है शिवरात्रि मेरे भोले बाबा का दिन,

तो आज के दिन मुझे भोले के गीत गाने दो…

5. सुबह सुबह ले शिव का नाम

शिव आएंगे तेरे काम

ऊं नमः शिवाय!

महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं

6. कर्ता करे न कर सकै

शिव करै सो होय,

तीन लोक नौ खंड में

महादेव से बड़ा न कोय…

7. शिव की ज्योति से नूर मिलता है

सबके दिलों को सुरूर मिलता है,

जो भी जाता है भोले के द्वार

कुछ न कुछ ज़रूर मिलता है…

महाशिवरात्रि की पावन शुभकामनाएं

8. शिव की महिमा अपरम्पार…

शिव करते सबका उद्धार

उनकी कृपा आप पर सदा बनी रहे

और भोले शंकर आपके जीवन में

खुशियाँ ही खुशियाँ भरते रहें

9. शिव सत्य है, शिव अनंत है

शिव अनादि है, शिव भगवंत है,

शिव ओंकार है, शिव ब्रह्म हैं

शिव शक्ति है, शिव भक्ति है…

महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं…

महा शिवरात्रि का महत्व:

शास्त्रों के अनुसार, यह दिन भगवान शिव और देवी शक्ति के मिलन का दिन होता है। यह त्यौहार हिंदू धर्म में बेहद महत्वपूर्ण त्यौहार है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। यही कारण है कि हिंदू धर्म में रात के विवाह मुहूर्त बेहद उत्तम माने जाते हैं। इस दिन भक्त जो मांगते उन्हें शिवजी जरुर देते हैं।

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