प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 140 वीं जयंती व सिवान जिला स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।

श्री नारद मीडिया, उत्तम कुमार, दारौंदा, सिवान, बिहार।
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प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 140 वीं जयंती व सिवान जिला का 52 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।

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सिवान जिला के सभी प्रखंडो सहित दारौंदा प्रखंड सहित सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों में 3 दिसम्बर मंगलवार को भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 140 वीं जयंती एवं सिवान जिला के स्थापना की 52 वीं वर्षगांठ दिवस समारोह बड़े धूम धाम से मनाई गई।

इस अवसर पर विद्यालय के छात्र /छात्राओं द्वारा अपने पोषक क्षेत्र में नशा मुक्ति, बाल विवाह, दहेज प्रथा, बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ। जैसे नारों के साथ प्रभात फेरी निकाली गई। प्रभात फेरी में बच्चों के साथ शिक्षकों ने भाग लिया।

इसके साथ ही विद्यालय के बच्चों ने देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जीवनी पर अपनी अपनी भाषण प्रस्तुत किये। वही शिक्षकों ने भी भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के बारे में विस्तृत जानकारी दी और कहा कि राजेंद्र बाबू का जन्म सिवान जिला के जीरादेई नामक ग्राम में 1884 ई. को एक कायस्थ परिवार में हुआ था। पिता महादेव सहाय और माता कमलेश्वरी देवी थी।

आज भी भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की प्रतिभा का पूरी दुनिया उदाहरण देती हैं। उन्होंने अपना कैरियर एक शिक्षक के रूप में शुरू किया और बाद में वाकलत भी की।

डॉ. राजेंद्र बाबू महान भरतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। ये स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे तथा भारतीय संविधान के निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद को सम्मान से प्रायः राजेंद्र बाबू कहकर पुकारा जाता हैं।
इस मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक / शिक्षिका उपस्थित थे।

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