ऑपरेशन सिंदूर वाली रात को जन्मे 13 बच्चों का नाम सिंदूर रखा गया

ऑपरेशन सिंदूर वाली रात को जन्मे 13 बच्चों का नाम सिंदूर रखा गया

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

आतंकवाद का अंत करने के लिए भारतीय सेना की ओर से चलाया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ देशवासियों के जज्बात से जुड़ गया है। पाकिस्तान पर हमले की रात बिहार के मुजफ्फरपुर के एक अस्पताल में जन्मे 13 बच्चों का नाम उनके अभिभावकों ने सिंदूर रखा है। राष्ट्रीय गौरव के पल को यादगार बनाते हुए इन बच्चों के हर जन्मदिन पर हमारी सेना का शौर्य भी याद किया जाएगा। चर्चा होती रहेगी कि कैसे पहलगाम में बहनों के माथे का सिंदूर छीनने वालों को हमारे जांबाजों ने जमींदोज कर दिया।

मुजफ्फरपुर के केजरीवाल अस्पताल में मंगलवार और बुधवार को 47 बच्चों का जन्म हुआ था, जिनमें 13 बच्चों का नाम परिजनों ने सिंदूर रखा। इन नवजात के माता-पिता की ख्वाहिश है कि उनके बच्चे बड़े होकर भारतीय सेना में जाएं और देश की रक्षा करते हुए अपने नाम के उद्देश्य को सार्थक करें।

जाफरपुर निवासी पवन सोनी को मंगलवार को बेटा हुआ। उन्होंने कहा कि बेटे का नाम सिंदूर रखा है। बड़ा होकर वह भारतीय सेना में शामिल हो, यही हमारा सपना है। कहा कि ‘सिंदूर’ सिर्फ नाम नहीं, बल्कि इसमें देशभक्ति का भाव समाहित है।

बेटे और बेटियों का नाम सिंदूर: परिजनों का कहना है कि घर में दो खुशी एक साथ आई हैं. एक बेटी का जन्म और दूसरा पाकिस्तान पर हमला. उनका कहना है कि वह अपने बेटे-बेटियों को फौज में शामिल कराएंगे. जिससे वह देश की सेवा करेगी. वहीं कन्हारा निवासी हिमांशु राज ने भी अपनी बेटी का नाम सिंदूरी रखा है. उनका कहना है कि अपनी बेटी के जन्मदिन के साथ वह हर साल ऑपरेशन सिंदूर का जश्न मनाएंगे.

पवन सोनी जिनके बेटे का जन्म हुआ है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे बेटे के नाम से ही उसे देशभक्ति की प्रेरणा मिले. आगे बड़ा होकर वह भारतीय सेना में शामिल हो. यही हमारा सपना है. ‘सिंदूर’ सिर्फ एक नाम नहीं एक जज़्बा है. देश के लिए कुछ कर गुजरने का.

हर साल मनाएंगे सेना की सफलता का जश्न

कन्हारा निवासी हिमांशु राज ने अपनी बेटी का नाम ‘सिंदूर’ रखा है। मंगलवार को उनकी बच्ची का भी जन्म हुआ। उनका कहना है कि अपनी बेटी के जन्मदिन के साथ वह हर साल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में सेना की सफलता का जश्न मनाएंगे। यह देशवासियों के लिए गौरव का क्षण है, जब हमारी सेना ने पाक को मुंहतोड़ जवाब दिया है।

केजरीवाल अस्पताल के शिशु विशेषज्ञ डॉ. सिद्धार्थ ने बताया कि सिंदूर सिर्फ ऑपरेशन की सफलता का प्रतीक नहीं, बल्कि यह दर्शाता है कि शहर वासियों के दिल में सेना और देश के प्रति कितना सम्मान है।

गौरतलब है कि पहलगाम के आतंकी हमले में 26 बेगुनाहों की हत्या के बाद भारत ने पलटवार किया. मंगलवार की देर रात भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें बहावलपुर का जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीद में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना शामिल है. इस हमले का कोडनेम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ था.

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