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नीट परीक्षा के दौरान बिहार में 14 मुन्ना भाई पकड़े गए
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priyranjan singh
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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
नीट के दौरान पुलिस ने दूसरे की जगह परीक्षा देते सात मेडिकल के छात्रों सहित कुल 14 मुन्ना भाई को गिरफ्तार किया है। इनमें सबसे अधिक कटिहार से 12 आरोपित शामिल हैं। कटिहार के जवाहर नवोदय विद्यालय (कोलासी) केंद्र से सात और हाजीपुर स्थित न्यू पैटर्न इंटरनेशनल स्कूल केंद्र से एक फजी परीक्षार्थी को पकड़ा गया।
जवाहर नवोदय विद्यालय केंद्र से अभिषेक कुमार के बदले श्याम सुंदर (मोतिहारी), सिद्धांत नंदन के बदले अशरफ आवेदी (मिरचाईबाड़ी-कटिहार), मनीष कुमार के बदले अमित कुमार (औरंगाबाद), अभिषेक कुणाल के बदले रंजन कुमार (जहानाबाद), सत्यम कुमार के बदले अकरम अहमद (सीतामढ़ी), दीपक राज के बदले सावन कुमार (अररिया), रमेश कुमार के बदले नितिन (हदयगंज-कटिहार) साथ ही न्यू पैटर्न इंटरनेशनल स्कूल केंद्र से मयंक कुमार के बदले रोहित कुमार (छींटाबाड़ी-कटिहार) को पकड़ा गया। जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ब्रजेश कुमार ने बताया कि उनके सेंटर से पकड़े गए सभी पावापुरी मेडिकल कॉलेज (नालंदा) के मेडिकल के छात्र हैं।
वहीं पूर्णिया में गिरफ्तार मुन्ना भाई की पहचान भोजपुर जिले निवासी नीतीश कुमार, राजस्थान जरौल निवासी कमलेश कुमार, बेगूसराय निवासी सौरभ कुमार और सीतामढ़ी निवासी मयंक चौधरी के रूप में हुई है। मधुबनी थानाध्यक्ष श्वेता कुमारी ने बताया कि नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर के आशीष कुमार, कमलेश कुमार सिवान के धीरज प्रकाश, सौरभ कुमार सीतामढ़ी के तथागत कुमार और मयंक चौधरी मुजफ्फरपुर निवासी दीपक कुमार सिंह के बदले परीक्षा देने पूर्णिया एसआरडीएवी स्कूल परीक्षा केंद्र पहुंचे थे।
उधर, गोपालगंज के बसडीला स्थित सीबीएससी स्कूल परीक्षा केंद्र पर दूसरे परीक्षार्थी की जगह परीक्षा देने पहुंचा राजस्थान के एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। उसकी पहचान राजस्थान के बाड़मेड़ जिले के कुडंला गांव का प्रहलाद राम का पुत्र सतीश कुमार के रूप में हुई है। वह सिद्धार्थ सुमन के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचा था।
जबकि दानापुर थाना क्षेत्र में एक स्कूल में सहेली की जगह नीट दे रही छात्रा को गिरफ्तार किया गया। माउंट लिट्रा स्कूल में रविवार को नीट में पटना सिटी के चौक थाना क्षेत्र के हाजीगंज निवासी खालिद हुसैन की पत्नी फौजिया को पकड़ा गया। फौजिया, महाराष्ट्र के अमरावती अचलपुर सिटी के जेहरा कुर्रेतुलरान की जगह परीक्षा देने आई थी।
जेल जाने वाले छात्रों में पीएमसीएच पटना के सेकंड ईयर में पढ़ाई करने वाले आशीष कुमार, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर के सेकंड ईयर के छात्र जैद अहमद, मधुबनी मेडिकल कॉलेज के छात्र सुमित कुमार, सोनू कुमार सिंह और ओड़िसा के बेहरमपुर मेडिकल कॉलेज के छात्र विकास व जीतेंद्र सैनी शामिल है. विकास और जितेंद्र दोनों राजस्थान के रहने वाले हैं. फर्जी अभ्यार्थियों से हुई पूछताछ में पुलिस को अहम जानकारी मिली है.
पुलिसिया जांच में पता चला है कि नीट की परीक्षा में पास कराने के लिए मेडिकल के छात्रों को पैसा का लालच दिया गया था, परीक्षा दिलाने वाला गिरोह मेडिकल छात्रों से संपर्क किया. इसके बाद प्रत्येक छात्र को नीट की परीक्षा देने के एवज में दस-दस लाख रुपए देने का वादा किया. पकड़े गए विद्यार्थियों को एडवांस के तौर पर 50 हजार से एक लाख रुपए तक दिया गया था. उनसे कहा गया था कि परीक्षा देने के बाद बकाया राशि का भुगतान कर दिया जाएगा. पूछताछ में फर्जी अभ्यार्थियों ने पुलिस को बताया कि वे 4 मई की सुबह रांची पहुंचे थे, उनके रहने और खाने की सारी व्यवस्था गिरोह के लोग ही किए थे.
ऐसे पकड़े गए फर्जी अभ्यार्थी
देशभर के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के रविवार को नीट परीक्षा आयोजित हुई थी. परीक्षा के दौरान रांची के पांच केंद्रों से छह फर्जी अभ्यर्थियों को पकड़ा गया. परीक्षा शुरू होने से पहले जब परीक्षार्थियों की बायोमैट्रिक उपस्थिति बनाई जा रही थी, तब पांच अभ्यर्थियों का डाटा मैच नहीं हुआ. इसके बाद जब दस्तावेजों की जांच की गई तो फर्जी परीक्षार्थी के रूप में उन्हें पकड़ा गया. बायोमैट्रिक उपस्थिति भी अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य था.
एनटीए से मिली जानकारी के बाद जब अभ्यर्थियों की सेंटरों में जांच हुई तो डाटा मैच नहीं हुआ, दोबारा अभ्यर्थियों के आधार कार्ड की जांच की गई. जब आधार कार्ड भी गलत पाया गया तब मामले की जानकारी थाना को दी गई. इस मामले में डीएवी धुर्वा, डीपीएस, सरला-बिरला, कैम्ब्रियन स्कूल कांके रोड और डीएवी बरियातू के प्राचार्य ने विभिन्न थानों में प्राथमिकी दर्ज करायी है.