मुजफ्फरपुर में बालाजी कारगो कंपनी के 3 गोदाम सील:10 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज

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स्कैनर मशीन की मदद से बरामद किया था शराब

श्रीनारद मीडिया, स्‍टेट डेस्‍क:

मुजफ्फरपुर जिले के नगर थाना क्षेत्र के जिला परिषद मार्केट स्थित बालाजी कारगो कंपनी के एक कार्यालय और तीन गोदाम को सील कर दिया गया। जहां एक गोदाम से अब तक 366 लीटर विदेशी शराब बरामद हुआ है। वहीं शेष दो सील गोदाम की जांच करनी अभी बाकी है। उत्पाद विभाग को आशंका है कि इन दोनों गोदाम से भी भारी मात्रा में शराब बरामद हो सकती है इस मामले में दस लोगो के खिलाफ आबकारी थाने में दस लोगो के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। प्राथमिकी में गिरफ्तार कर्मी अमित कुमार, बृजेन्द्र कुमार और फरार लोकेश सिंह, विनायक तिवारी, विकाश कुमार उर्फ टिंकू, शशि मिश्रा, अनिल कुमार पांडेय, नोमान अहमद वारसी, नरेंद्र मिश्र व राज मिश्रा को आरोपित किया गया है।

उत्पाद अधीक्षक संजय कुमार राय ने बताया कि दारोगा रवि शंकर कुमार के बयान पर सभी आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। जाँच की जिम्मेदारी शिवेंद्र कुमार को दी गई है। उत्पाद विभाग के प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि आम्रपाली एक्सप्रेस के पार्सल बॉगी को ये लोग मिलकर लीज पर ले लेते थे। फिर शराब की खेप को सरसों तेल के खाली टिन व पानी के जार में ऐसे पैक करते थे, कि इसकी भनक किसी को नही लगती थी।

इसके बाद पार्सल बोगी के जरिए शराब की खेप को यहां लाया जाता था। उसके बाद ठेला या छोटी गाड़ियों पर लोड कर मुजफ्फरपुर जंक्शन से ट्रांसपोर्ट के गोदाम में लाकर स्टॉक कर लेते थे। गोदाम से शराब की खेप शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक धंधेबाजों को उपलब्ध कराया जाता था। रास्ते मे कई थाना व ओपी समेत कई चेक पोस्ट से यह शराब की खेप गुजरती थी। लेकिन पुलिस कर्मी इसे ट्रांसपोर्ट की माल समझ कर नजर अंदाज कर देते थे। उत्पाद पदाधिकारियों की माने तो शहर के बीचों बीच यह धंधा पिछले कई महीनों से बड़े पैमाने पर फल फूल रहा था। लेकिन स्थानीय स्तर पर पुलिस इससे बेखबर रहती थी। इसका नतीजा है कि शराबबंदी के बाद भी बड़े पैमाने पर शराब का धंधा किया जा रहा था। जिसका उत्पाद विभाग की टीम ने खुलासा किया है।

29 मई को लाया था शराब की खेप
गिरफ्तार कर्मी अमित कुमार ने अपने बयान में बताया है कि 29 मई को बरामद शराब के कार्टून को आम्रपाली एक्सप्रेस से उतरवाकर गोदाम तक मेरे ही देख रेख में लाया गया था। ऐसा कई वर्षों से लगातार होता आ रहा है। संचालकों द्वारा नरेंद्र मिश्रा नामक व्यक्ति द्वारा भेजे गए शराब को आम्रपाली एक्सप्रेस के एक बोगी को लीज पर लेकर माल मंगवाया जाता है। बीते 28 मई को नरेंद्र मिश्रा के पुत्र जो दिल्ली में रहता है, उसने अपने मोबाइल से व्हाट्सप्प के माध्यम से बरामद शराब भेजने का मैसेज किया था। एफआईआर में आगे उसने बताया कि जिला परिषद से इस गोदाम के कमरे को नोमान अहमद वारसी के नाम पर लीज से आवंटित करवाया गया है। वही पूछताछ के क्रम में गिरफ्तार कर्मी ब्रजेन्द्र कुमार ने बताया कि वह मालिक शशि मिश्रा से मिलकर शराब लेने आया था। इसी क्रम में उसे पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया।

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