70 करोड़ COVID-19 वैक्सीन की खुराक लगाई-मनसुख मंडाविया,केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री

70 करोड़ COVID-19 वैक्सीन की खुराक लगाई-मनसुख मंडाविया,केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

भारत ने मंगलवार, 7 सितंबर को COVID-19 बीमारी के खिलाफ देश की आबादी को टीका लगाने की अपनी यात्रा में एक और कीर्तिमान हासिल किया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि देश ने अब तक 70 करोड़ वैक्सीन की खुराक दी है। मंत्री ने कहा कि इनमें से 10 करोड़ से अधिक खुराक केवल पिछले 13 दिनों में दी गई। बीते दिन ही, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत हर दिन रिकार्ड 1.25 करोड़ कोविड वैक्सीन खुराक लगा रहा है। पीएम ने बताया था कि यह आंकड़ा एक साथ कई देशों की जनसंख्या से अधिक है।

मनसुख मंडाविया ने ट्विटर पर जानकारी साझा करते हुए भारत के टीकाकरण कार्यक्रम की प्रगति पर एक ग्राफिक साझा किया। इसमें बताया गया, ‘जनवरी में देश में टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने के बाद देश में पहले 10 करोड़ लोगों को टीका लगाने में भारत को 85 दिन लगे। वैक्सीन के अगले 10 करोड़ डोज देने में 45 दिन लगे, 29 दिन में 20-30 करोड़, 24 दिन में 30-40 करोड़, 40-50 करोड़ में 20 दिन, 50-60 करोड़ खुराक देने में 19 दिन लगे। केवल 13 दिनों में अब तक की सबसे तेज 60-70 करोड़ वैक्सीन लगाई गई।

पीएम मोदी ने बताया, ‘भारत आज एक दिन में सवा करोड़ टीके लगाकर रिकार्ड बना रहा है। जितने टीके भारत आज एक दिन में लगा रहा है, वो कई देशों की पूरी आबादी से भी ज्यादा है। भारत के टीकाकरण अभियान की सफलता, प्रत्येक भारतवासी के परिश्रम और पराक्रम की पराकाष्ठा का परिणाम है।’

भारत ने इस साल 16 जनवरी को स्वास्थ्य कर्मियों को डोज लगाने के साथ ही अपना COVID-19 टीकाकरण अभियान शुरू किया था। टीकाकरण अभियान का धीरे-धीरे विस्तार किया गया। फिर 45 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को और अंत में 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी लोगों को शामिल किया गया। अभियान के दौरान, कई बार देश को वैक्सीन की खुराक की कमी का सामना करना पड़ा है, लेकिन पिछले दो से तीन महीनों में स्थिति में काफी सुधार हुआ है और देश ने प्रतिदिन एक करोड़ खुराक देने के अपने लक्ष्य को पार कर लिया है।

भारत कोविशील्ड, स्वदेशी रूप से विकसित कोवैक्सीन और स्पुतनिक वी COVID-19 टीकों का इस्तेमाल करता है। जानसन एंड जानसन की सिंगल-शाट वैक्सीन को भी देश में देर से मंजूरी दी गई है, लेकिन डोज अभी तक उपलब्ध नहीं कराया गया है।

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक 69 करोड़ 51 लाख से अधिक कोविड -19 वैक्सीन खुराक प्रदान की जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार को टीकाकरण के आंकड़े पेश किए गए हैं। मंत्रालय ने यह भी बताया कि 5.31 करोड़ से अधिक डोज अभी भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों व निजी अस्पतालों के पास उपलब्ध हैं, जिन्हें इस्तेमाल किया जाना है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि, ‘भारत सरकार (मुफ्त चैनल) के माध्यम से और प्रत्यक्ष राज्य खरीद श्रेणी के माध्यम से अब तक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 69 करोड़, 51 लाख, 79 हजार, 965 (69,51,79,965) वैक्सीन खुराक प्रदान की जा चुकी हैं। इसके अलावा, 77 लाख, 93 हजार, 360 (77,93,360) खुराक पाइपलाइन में हैं।’

टीके की खुराक ‌ (7 सितंबर 2021 तक के आंकड़े)

आपूर्ति                           ‌ 69,51,79,965

पाइपलाइन में                   77,93,360 ‌

शेष उपलब्ध  ‌                   5,31,15,610

साथ ही मंत्रालय ने आगे कहा कि 5 करोड़, 31 लाख, 15 हजार, 610 (5,31,15,610) शेष और अप्रयुक्त COVID वैक्सीन खुराक अभी भी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास उपलब्ध हैं,’

भारत में टीकाकरण अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के हिस्से के रूप में, भारत सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मुफ्त में COVID टीके उपलब्ध कराकर उनका समर्थन कर रही है। सरकार का लक्ष्य है जल्द से जल्द संपूर्ण देशवासियों को टीकाकरण लगाया जाए। बता दें कि 21 जून से कोविड-19 टीकाकरण के नए चरण की शुरुआत हुई थी, जो अब तक जारी है।

अधिक टीकों की उपलब्धता, राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के लिए वैक्सीन उपलब्धता के माध्यम से टीकाकरण अभियान को तेज किया गया है, ताकि उनके द्वारा बेहतर योजना बनाई जा सके और वैक्सीन आपूर्ति सुव्यवस्थित किया जा सके।

COVID-19 टीकाकरण अभियान के सार्वभौमिकरण के नए चरण में, केंद्र सरकार देश में वैक्सीन निर्माताओं द्वारा उत्पादित किए जा रहे टीकों का 75 प्रतिशत राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को खरीद और आपूर्ति (मुफ्त) करेगी।

Leave a Reply

error: Content is protected !!