बिहार में मरीजों को आसानी से मिलेगा रेमडेसिवीर इंजेक्शन,कैसे?

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देश में सबसे ज्यादा बिहार की महिलाएं संक्रमित.

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

कोरोना महामारी के बीच बिहार सरकार ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन के लिए नया निर्देश जारी किया है. अब मरीज और उनके परिजन रेमडेसिवीर इंजेक्शन सिविल सर्जन और ड्रग्स कंट्रोलर के माध्यम से ले सकते हैं. सरकार ने इस संबंध में विस्तृत निर्देश जारी की है. राज्य में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की अधिकतम कीमत 2800 रूपये तय की गई है.

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार कोरोना मरीजों के इलाज के लिए रेमडेसिवीर इंजेक्शन सिविल सर्जन और सहायक औषधि नियंत्रक से लिया जा सकता है. सरकार ने इसके लिए अब राशि का भी निर्धारण कर दिया है. निर्देश में कहा गया है कि दवा की तय कीमत से अधिक लेने पर कार्रवाई की जाएगी.

बिहार में ये है रेमडेसिवीर की कीमत- बिहार में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कीमत सबसे अधिक 2800 रूपये है. सरकार की ओर से जारी कीमत में कहा गया है कि 100 एमजी कोविफोर रेमडिसिवीर का दाम 2800 से अधिक नहीं लिया जा सकता है. वहीं रेमडेसिवीर इंजेक्शन की अलग-अलग श्रेणी में कीमत तय की गई है.

स्वास्थ्य मंत्री ने किया ट्वीट- वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने ट्वीट कर कहा है कि 15 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन के डोज का चौथा खेप जिलों में भेजा गया है, केन्द्र से रेमडेसिविर इंजेक्शन का कोटा 16 मई तक बढ़ाकर 1 लाख 50 हजार कर दिया गया है. उन्होंने आगे कहा, ‘केन्द्र सरकार द्वारा बिहार को लगातार चिकित्सीय सामग्री, दवा एवं ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. पिछले दिनों बिहार को केन्द्र सरकार से 150 ऑक्सीजन कांसेंट्रेटर (5 LPM), 3 लाख 90 हजार एंटीजन किट, 90 डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर, 212 बाइपैप मशीन और एसिसरिज मिले है.

कोरोना की दूसरी लहर में महिलाओं में इंफेक्शन का खतरा बढ़ गया है. पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष महिलाओं में संक्रमण का खतरा ज्यादा है. देश में एक मई तक महिलाओं में कोरोना का संक्रमण लगभग 36 प्रतिशत है जबकि पुरुषों में यह 64.6 प्रतिशत है.

राष्ट्रीय स्तर पर सरकार ने संक्रमण का जो लिंग आधारित डाटा जारी किया है उसके अनुसार सबसे महि़लाओं में सबसे अधिक संक्रमण बिहार में है जहां कि 42 प्रतिशत महिलाएं कोरोना वायरस की शिकार हैं. जबकि महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 38 प्रतिशत है. कर्नाटक में 36 प्रतिशत और तमिलनाडु में 32 प्रतिशत है. झारखंड वह राज्य है जहां महिलाओं में संक्रमण सबसे कम 25 प्रतिशत है.

टाइम्स आॅफ इंडिया में छपी खबर के अनुसार तेलंगाना की महिलाओं में यह संक्रमण पूरे देश की तुलना में ज्यादा बढ़ा है. यहां संक्रमण का आंकड़ा 38.5 प्रतिशत है. जबकि पिछले साल यह संक्रमण 34 प्रतिशत है. हैदराबाद के निजामाबाद गवर्मेंट जेनरल अस्पताल में आईसीयू एडमिशन में महिलाओं की तादाद बढ़ गयी है, लेकिन मौत का प्रतिशत पिछले साल की तरह ही है.

आईसीयू में भरती की बात करें तो शुरुआत में इसका आंकड़ा 33 प्रतिशत था तो बढ़कर अब 39 प्रतिशत के आसपास हो गया है. अस्पताल की डाॅक्टर किरण का कहना है कि हमारे देश में महिलाओं के स्वास्थ्य पर उतना ध्यान नहीं दिया जाता और उन्हें देर से इलाज मिलता है यही वजह है कि उनकी मौत भी हो जाती है और आईसीयू में उनकी भरती भी ज्यादा हो रही है.

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