रघुनाथपुर में बेहिसाब बिजली बिल एवं एक ही उपभोक्ता को दो-दो बिजली बिल से परेशान हैं सैकड़ो उपभोक्ता

रघुनाथपुर में बेहिसाब बिजली बिल एवं एक ही उपभोक्ता को दो-दो बिजली बिल से परेशान हैं सैकड़ो उपभोक्ता

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

8 से 10 महीनों में सैकड़ो उपभोक्ताओं ने बिजली बिल में अनियमितता की है शिकायत

जनता की शिकायतों का विभाग करे निपटारा: राजद युवा जिला उपाध्यक्ष

श्रीनारद मीडिया, प्रकाश चन्द्र द्विवेदी, रघुनाथपुर, सीवान (बिहार)

सीवान जिले के रघुनाथपुर प्रखंड क्षेत्र राजपुर पावर सब स्टेशन के बिजली उपभोक्ता इन दिनों बेहिसाब बिजली बिल व एक ही उपभोक्ता के नाम से दो-दो बिल आने से काफी परेशान है। एक ही परिवार में एक कनेक्शन होते हुए भी परिवार के दूसरे सदस्य के नाम से भी कनेक्शन दिया गया है। तो वही बहुत सारे उपभोक्ताओं को बिजली बिल समय से जमा करने के बावजूद भी अलग से बिजली बिल विभाग द्वारा थमाया जा रहा है।

जिसको लेकर राजद युवा जिला उपाध्यक्ष नागेंद्र मांझी ने राजपुर पावर सब स्टेशन के कनीय अभियंता दर्शन कुमार को पत्र के माध्यम से कहा है कि राजपुर पावर सबस्टेशन के अंदर आने वाले उपभोक्ता फर्जी कनेक्शन तथा फर्जी बिल को लेकर काफी चिंतित व परेसान है तथा हर रोज विभाग का चक्कर काटने को मजबूर है।उदाहरण स्वरूप हरपुर निवासी परमात्मा यादव व सैचानी निवासी स्वामीनाथ भगत दोनों लोग अपना बिजली बिल समय से भरते आ रहे हैं जबकि बुधवार को दूसरे उपभोक्ता संख्या से 22401 ₹ तथा 27000 ₹ रुपये का बिजली बिल इनको दिया गया है जबकि इनके घर में एक ही कनेक्शन मौजूद है।

जिसके बाद राजद युवा जिला उपाध्यक्ष ने कहा है कि इस समस्या को संज्ञान में लेते हुए फर्जी बिल व फर्जी कनेक्शन को निरस्त किया जाए, नहीं तो हमें मजबूरन आम जनता पर हो रही ज्यादती को लेकर बिजली विभाग के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करना पड़ेगा।

यह भी पढ़े

सड़क हादसे में मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए का मुआवजे मिलेगा- नीतीश कुमार.

प्रारंभिक शिक्षा के निदेशक का हुआ रूटीन ट्रांसफर,क्यों भड़के स्टूडेंट्स?

कोरोना को लेकर लोगों को संवेदनशील करने में मीडिया की भूमिका अहम- हाईकोर्ट.

Leave a Reply

error: Content is protected !!