मेजर ध्यानचंद जयंती समारोह में छात्र-छात्राओं को किया गया पुरस्कृत.
26 बच्चों को पुरस्कृत किया गया
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
खेल के माध्यम से सामुहिकता का विकास होता है । खेल से शारीरिक के साथ साथ मानसिक और बौद्धिक विकास होता है। भारत में खेल को जीत हार के तौर पर न देखकर खेल भावना के साथ खेला जाता है। उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तर बिहार प्रांत के संपर्क प्रमुख प्रोफेसर रविंद्र पाठक में रविवार को शहर के पत्रकार भवन में क्रीड़ा भारती सीवान द्वारा आयोजित राष्ट्रीय खेल दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो अपने प्रारंभिक काल से ही खेलकूद को अपने शैक्षणिक पाठ्यक्रम में रखा है।
गौरतलब हो कि रविवार को क्रीड़ा भारती सीवान के द्वारा पत्रकार भवन में आयोजित राष्ट्रीय खेल दिवस समारोह का उद्घाटन अतिथियों ने मेजर ध्यानचंद जी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि कर के किया। कार्यक्रम का संचालन क्रीड़ा भारती उत्तर बिहार प्रांत के सह प्रांत मंत्री नवीन सिंह परमार ने किया।
इस इस अवसर पर क्रीड़ा भारती द्वारा पिछले वर्ष आयोजित चेतन चौहान स्मृति क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा के सफल परीक्षार्थियों को पुरस्कृत किया गया,पुरस्कार में प्रशस्ति पत्र के साथ 3 पुस्तक (महापुरुषों की जीवनी) दी गई.
इस मौके अधिवक्ता राजीव रंजन राजू, प्रो अवधेश शर्मा , रोहित सिंह, डॉ सुधीर कुमार सिंह, पंकज कुमार सिंह, रवि कुमार श्रीवास्तव, इंदल कुमार सिंह,
हिन्दूवेन्द्र उपाध्याय, पवन कुमार उर्फ गुड्डू जी, राहुल कुमार, शैलेन्द्र वर्मा, प्रदीप कुमार रोज, अमित कुमार सिंह, सुधाकर शाही, विनोद दूबे सहित दर्जनों की संख्या में प्रतिभागियों, अभिभावक व कार्यकर्ता उपस्थित थें।
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