पंचायत चुनाव के बाद अब MLC की 24 सीटों के लिए राज्य निर्वाचन आयोग जल्द कर सकता है घोषणा.

पंचायत चुनाव के बाद अब MLC की 24 सीटों के लिए राज्य निर्वाचन आयोग जल्द कर सकता है घोषणा.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्‍क

पंचायत चुनाव पूरा होने के बाद अब विधान परिषद की 24 सीटों पर तैयारी शुरू हो गई है। चुनाव आयोग शीघ्र इन सीटों के लिए चुनाव की घोषणा कर सकता है। ये सीटें 17 जुलाई से ही रिक्त पड़ी हैं। पंचायत चुनाव के कारण इन सीटों का मामला लटका था। 11 चरणों में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही अब इन सीटों पर मंथन जारी है। राज्य निर्वाचन विभाग ने पंचायत चुनाव के बाद इन सीटों पर समीक्षा शुरू कर दी है। समीक्षा के बाद वह अपनी रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजेगा।

इस साल 17 जुलाई को 19 विधान पार्षद रिटायर हुए थे। स्थानीय निकाय के इन विधान पार्षदों को सदन में आने का फिर से अवसर नहीं मिल पाया। पंचायत चुनाव नहीं होने के कारण इन सीटों पर चुनाव नहीं हो सके हैं। अप्रैल-मई में ही ये चुनाव होने थे, लेकिन कोरोना के कारण स्थानीय निकाय के चुनाव टल गए, लिहाजा इनके आधार पर होने वाले विधान परिषद सदस्यों का चुनाव भी स्वत: टल गया। इसके पहले तीन विधान पार्षद चुनाव लड़कर विधायक हो गए, जबकि दो विधान पार्षदों का निधन हो गया। ऐसे में सभी 24 सीटें रिक्त हैं।

दरअसल, विधान परिषद की इन सीटों पर चुने जाने वाले पार्षद स्थानीय निकायों के जन प्रतिनिधियों द्वारा वोटिंग के माध्यम से चुने जाते हैं। त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि इसमें वोटर होते हैं जिनकी संख्या सर्वाधिक है, लेकिन बिहार में समय पर पंचायत का चुनाव नहीं हो पाया और वर्तमान पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 15 जून को समाप्त हो चुका है।

दूसरी ओर इन विधान पार्षदों का कार्यकाल 17 जुलाई तक ही है। पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त होने के कारण वे विधान परिषद के चुनाव में वोट भी नहीं दे पाए। अब जबकि पंचायत चुनाव हो चुके हैं, इन सीटों की कसरत शुरू हो गई है।

…हालांकि पेच भी

पंचायतों की संख्या 8,387 से घटकर 8,072 रह गई है। जो पंचायत खत्म हुए हैं वे नगर निकाय या फिर उनका हिस्सा हो गए हैं। ऐसे में नए सिरे से वोटर लिस्ट तैयार होगी। यह भी समस्या है कि वहां भी चुनाव कराने हैं। पर, सुप्रीम कोर्ट के पुराने निर्देश के अनुसार 75 फीसदी वोटर होने पर चुनाव कराए जा सकते हैं। लिहाजा, 24 सीटों पर चुनाव को लेकर कोई बड़ी समस्या नहीं है।

ये होते हैं वोटर
पंचायत:
 जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया, वार्ड सदस्य

शहरी निकाय : नगर निगम, नगर परिषद व नगर पंचायत सदस्य और कंटोनमेंट बोर्ड के सदस्य

ये 19 हुए थे रिटायर

राधाचरण साह, मनोरमा देवी, रीना यादव, संतोष कुमार सिंह, सलमान रागीब, राजन कुमार सिंह, सच्चिदानंद राय, टुन्नजी पांडेय, बबलू गुप्ता, दिनेश प्रसाद सिंह, सुबोध कुमार, राजेश राम, दिलीप जायसवाल, संजय प्रसाद, अशोक अग्रवाल, नूतन सिंह, सुमन कुमार, आदित्य नारायण पांडेय, रजनीश कुमार

ये 3 हो गए विधायक

मनोज कुमार, रीतलाल यादव, दिलीप राय

इन 2 का हो चुका है

हरिनारायण चौधरी, सुनील सिंह

BJP-JDU के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर विमर्श शुरू

24 सीटों के बंटवारे को लेकर JDU और BJP के बीच विमर्श शुरू हो चुका है। ऐसे तो स्थानीय निकाय के इन सीटों पर दलीय आधार पर चुनाव नहीं होते हैं, लेकिन पार्टी अपने उम्मीदवारों को अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन देती है। माना जा रहा है कि दोनों के बीच 12-12 सीटों के फार्मूला पर सहमति बननी तय है। जरूरत पड़ी तो दोनों दल अपने-अपने कोटे से अपने सहयोगी दलों को सीट दे सकती है। VIP भाजपा कोटे में है तो HAM जदयू के कोटे में। हालांकि, रालोजपा की भी एंट्री हुई है। यह भी JDU के कोटे में ही है।

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