उद्यमिता व निवेश को बढ़ाने हेतु कार्यक्रम का हुआ आयोजन.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

अभियान के अंतर्गत बिहार में उद्यमिता तथा निवेश को बढ़ाने हेतु अभियान के सदस्यों द्वारा #VibrantBiharGlobalSummit2022 का आयोजन पटना के होटल मौर्य में अत्यंत सफलतापूर्वक किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के उद्योग विभाग के माननीय मंत्री श्री सैयद शाहनवाज हुसैन जी उपस्थित रहे । इस कार्यक्रम में अमेरिका, ओमान, सिंगापुर, बांग्लादेश आदि देशों के साथ बिहार के अन्य प्रदेशों में रहने वाले निवेशकों ने भाग लिया तथा बिहार में स्टार्ट-अप स्थापित कर रहे 125 चयनित युवाओं के साथ साक्षात्कार किया । अनेक अन्य देशों में रहने वाले निवेशक आॅनलाइन माध्यमों से जुड़े रहे । बाहर से पधारे 2 निवेशकों के द्वारा कार्यक्रम के क्रम में ही निवेश हेतु एमओयू पर संयुक्त हस्ताक्षर भी किया गया ।

अपने संबोधन में माननीय मंत्री ने बिहार की गौरवशाली विरासत से प्रेरित तथा उज्ज्वलतम भविष्य हेतु संकल्पित, स्वैच्छिक रूप से सामुहिक रूप में जुड़े 37,000 से अधिक बिहारवासियों द्वारा शिक्षा, समता तथा उद्यमिता के मूल मंत्रों पर आधारित इस अभियान की हृदय से सराहना करते हुए अपने संबोधन में कहा कि “आईपीएस विकास वैभव को लम्बे समय से जानते हैं, इनमे कुछ करने की ललक है तथा ईमानदार छवि है । इनके अगुआई में लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान अपने उद्देश्यों में अवश्य सार्थक रहेगा । आज इन्वेस्टर बिहार में उधोग लगाने के प्रति उत्सुक दिखने लगे हैं ।

बिहार में बढ़ती जनसंख्या और बाढ़ कमजोरी मानी जाती है । अब इसे ही उधोग विभाग अपनी ताकत बनाने जा रही है हमारी कोशिश है कि बिहार के जो कामगार दूसरे राज्यों को अपने हुन्नर से आबाद कर रहे हैं उनको बिहार में ही अवसर मिले और जो बाढ़ यहां के लिए अभिशाप मानी जाती है उस पानी का उपयोग कर बिहार की तरक्की में काम करेंगे । हम बिहार में विकास के साथ वैभव भी लाएंगे । बिहार में निवेशकों के लिए इंदिरा भवन में इन्वेस्टर भवन बना रहे हैं जहां लोग सीधे अप्लाई करेंगे और सात दिनों के अंदर क्लीयरेंस मिलेगा । किसी भी इन्वेस्टर को सचिवालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं रहेगी ।”

आगे इन्वेस्टरों को आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि “बिहार किसी के कमतर नहीं है इस सोच से इंभेस्ट करने आइए । यहाँ गोदाम बनाने नहीं उत्पादन करने आइए, सरकार हर संभव सहयोग करेगी । आज लोगों की आदत है कहेंगे कि चेहरा चमकाने के लिए कोई काम कर रहा है ऐसे लोगों को रनिंग कॉमेंट्री छोड़ कर्तव्य समझने की जरूरत है जो कुछ नहीं करते उन्हें टिपण्णी का अधिकार नहीं ।”

इसके आगे उन्होंने कहा कि “टाइल्स की कीमत से अधिक उसे गुजरात से लाने में खर्च हो जाता है जिस वजह से ऊंची कीमत पर टाइल्स खरीदनी पड़ती है । हमने प्रयास किया है कि टाइल्स बनाने वाली कंपनी बिहार में ही निर्माण करे ताकि कीमत कम हो सके । टेक्सटाइल में 63 फीसदी बिहारी काम करते हैं उन्हें वापस बिहार में रोजगार मिले इनके लिए प्रयास किया गया है । बांग्लादेश और वियतनाम इस काम मे आगे है उनके पकड़ को हम परिश्रम से धीरे-धीरे तोड़ेंगे ।”

अपने संबोधन के क्रम में मैने कार्यक्रम में गरिमामयी उपस्थिति हेतु माननीय मंत्री जी के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अनेक देशों तथा राज्यों से पधारे सभी आयोजकों के प्रति भी हृदय से आभार व्यक्त किया और कहा कि इस अभियान की अवधारणा ही यही है कि जो सक्षम हैं उन्हें उनके सहयोग हेतु आगे आना चाहिए जिन्हें उसकी आवश्यकता है ।

यह अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि पूरे विश्व भर से अनेक व्यक्ति बिहार के लिए कुछ सकारात्मक योगदान समर्पित करने की हार्दिक इच्छा के साथ आज अभियान को गति प्रदान कर रहे हैं और इस कार्यक्रम में सामूहिक उपस्थिति ही कुछ लेने के लिए नहीं परंतु बिहार को कुछ देने के लिए है । समाज को नुकसान दुर्जनों के दुष्कृत्यों से उतना नहीं होता जितना सज्जनों की निष्क्रियता से होता है । अतः सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए मैने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि आने वाले समय में सभी बिहार के ओधोगिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे ।

मैंने अभियान के उद्देश्यों को बताते हुए सभी को स्मरण कराया कि बिहार की भूमि प्राचीन काल से ही ज्ञान, शौर्य एवं उद्यमिता की प्रतीक रही है और यह कि हम उन्हीं यशस्वी पूर्वजों के वंशज हैं जिनमें अखंड भारत के साम्राज्य को स्थापित करने की क्षमता तब थी जब न आज की भांति विकसित मार्ग थे, न सूचना तंत्र और न उन्नत प्रौद्योगिकी । यह हमारे पूर्वजों के चिंतन की उत्कृष्टता ही थी जिसने बिहार को ज्ञान की उस भूमि के रूप में स्थापित किया जहाँ वेदों ने भी वेदांत रूपी उत्कर्ष को प्राप्त किया और जहाँ कालांतर में ऐसे विश्वविद्यालयों स्थापित हुए जिनमें अध्ययन हेतु संपूर्ण विश्व के विद्वान लालायित रहते थे ।

तब सभी को उदाहरणों के साथ समझाते हुए मैंने कहा कि उर्जा निश्चित आज भी वही है, परंतु यदि हम वांछित उन्नति नहीं कर पा रहे तो आवश्यकता केवल इस चिंतन की है कि नैसर्गिक उर्जा का प्रयोग हम कहाँ कर रहे हैं ।आवश्यकता लघुवादों यथा जातिवाद, संप्रदायवाद आदि संकीर्णताओं से परे उठकर राष्ट्रहित में आंशिक ही सही परंतु कुछ निस्वार्थ सकारात्मक सामाजिक योगदान समर्पित करने की है । आवश्यकता व्यक्ति से व्यक्ति को जोड़कर सशक्त राष्ट्र-निर्माण की है । भारत का उज्ज्वलतम भविष्य तब ही संभव है जब हर बिहारवासी अपने पूर्वजों की दृष्टि को धारण करते हुए वर्तमान में शिक्षा के विकास, समतामूलक समाज के निर्माण तथा उद्यमिता के विकास हेतु योगदान समर्पित करे ।

मैंने बताया कि इसके पूर्व नई दिल्ली में 25, दिसंबर, 2021 को बिहार उद्यमिता सम्मेलन का आयोजन किया गया था । यात्रा तीव्रता के साथ गतिमान है और इसीलिए आज जुड़े व्यक्तियों के सहयोग से ही वाइब्रेंट बिहार सम्मिट का आयोजन संभव हो सका । अभी तो बस प्रारंभ ही हुआ है, आगे बहुत दूर तक जाना है । अंत में मैंने सभी से चिंता नहीं अपितु चिंतन तथा आपस में संघर्ष नहीं अपितु सहयोग करने का आह्वान किया और कहा कि अभियान के अंतर्गत उद्यमिता की अभिवृद्धि हेतु और भी प्रयास किए जाएंगे ।

संबोधनों से पूर्व दीप प्रज्ज्वलन के साथ समिट का विधिवत उद्घाटन साथ में माननीय मंत्री, ढाका से पधारे ओ पी झा जी, यूएसए से पधारीं माला झा जी, बीआईए के पूर्व अध्यक्ष के0पी0एस0केशरी जी तथा गुजरात चेप्टर के संयोजक मोहन झा जी ने किया । स्वागत गीत प्रतिष्ठित लोकगायिका डा० नीतू कुमारी नूतन जी तथा स्वागत संबोधन प्रभाकर कुमार राय जी ने किया । अभियान के प्रमुख सदस्य राहुल सिंह ने अपने संबोधन में शिक्षा, समता और उद्यमिता के निमित्त किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला और गुजरात से पधारे मोहन झा जी ने व्यवरेन्ट बिहार ग्लोबल समिट 2022 और आगामी कार्यक्रमों की परिकल्पना से परिचय कराया ।

कार्यक्रम में इंडियन एयर फोर्स में सेवारत विंग कमांडर यू सी त्रिपाठी जी ने कहा कि वह अभियान से अत्यंत प्रभावित हैं तथा शीघ्र सेवानिवृत्त होंगे और अपनी पूरी उर्जा अभियान की सफलता हेतु अर्पित करेंगे । उद्योग विभाग के विशेष सचिव दिलीप कुमार जी, यूएसए से पधारीं माला झा जी, ढाका से पधारे ओ पी झा जी, ओमान से पधारे राकेश झा जी, अहमदाबाद से पधारे कैप्टन राजेश झा जी, युवा उद्यमी अमित ठाकुर जी, मुकुल गर्ग, अनिल झा एवं बहार महिला उद्योग संघ की अध्यक्षा उषा झा जी तथा औरंगाबाद से पधारे लव कुमार सिंह जी ने भी अपने-अपने विचार रखें।

मंच संचालन बीआइए के उपाध्यक्ष ओ पी सिंह जी तथा श्वेता सुरभि जी ने संयुक्त रूप से किया। धन्यवाद ज्ञापन आलोक रंजन ने किया । इस अवसर पर व्यवस्था में अभियान से जुड़े सतीश गांधी जी, गौरव राज जी, अभिनंदन यादव जी, आलोक कुमार रंजन जी, रजनीश कुमार जी, आमिर अहमद जी, विक्की सहनी जी, राकेश कुमार पप्पू जी, अंकित कुमार जी, पूर्णेंदु कुमार जी, गौतम कुमार जी, दीपक कुमार जी, चंदन कुमार जी, शांडिल्य झा जी, डाॅ प्रीति बाला जी, अलका पांडे जी, नम्रता जी, श्रियम नारायण जी, रीना पांडे जी, शायरीन एरम जी समेत अनेक सदस्य सम्मिलित हुए ।

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