2022 का बिहार,सियासत, समाज, कला, कंट्रोवर्सी और खेल

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

सियासत, समाज, कला, कंट्रोवर्सी, खेल। बिहार के 2022 के हर बड़ी घटनाओं, अच्छी यादों को इन तस्वीरों में समेटने की कोशिश की गई है। 2022 को अलविदा करने से पहले इन तस्वीरों से गुजरते हुए आइये एक बार फिर से साल की हर छोटी-बड़ी घटनाओं को ताजा कर लेते हैं।

नीतीश ने एक बार फिर से तेजस्वी को लगाया गले- इस साल की ये सबसे बड़ी हैपनिंग रही। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने अगस्त में अचानक बीजेपी का साथ छोड़ आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाने का ऐलान कर दिया। नीतीश कुमार के इस सियासी चाल से बिहार का पूरा सियासी परिदृश्य बदल गया। 24 घंटे के भीतर नीतीश कुमार एनडीए की जगह महागठबंधन के सीएम बन गए है। देश भर में नीतीश कुमार के इस सियासी चाल की खूब चर्चा हुई। इस फैसले के बाद नीतीश कुमार को केंद्र में नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष का बड़ा चेहरा भी माना जाने लगा।

बिहार ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड- तिरंगा फहराने के मामले में इस बार हमारे बिहार ने नया कीर्तिमान स्थापित किया। आरा के जगदीशपुर में वीर कुंवर सिंह जयंती के मौके पर आयोजित विजयोत्सव के मौके पर 78000 से अधिक तिरंगा 5 मिनट तक एक साथ फरहाया गया। इसे लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। इससे पहले ये रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम दर्ज था।

मुकेश सहनी को बिहार के कैबिनेट से बाहर किया गया – सन ऑफ मल्लाह के नाम से बिहार की सियासत में अचानक चर्चा का केंद्र और सत्ता तक पहुंचे मुकेश सहनी इसी साल सत्ता से बेदखल कर दिए गए। सहनी को 28 मार्च 2022 को मंत्री पद से हटा दिया गया। जुलाई में उनकी विधान परिषद की सदस्यता भी समाप्त कर दी गई। सहनी बिहार में एनडीए के साथ गठबंधन में रहते हुए यूपी में चुनाव लड़ने चले गए थे। यहां इन्होंने भाजपा के बड़े नेताओं के खिलाफ बयान दिया। इसके बाद भाजपा ने बिहार विधानसभा में इनकी पार्टी का अस्तित्व ही समाप्त कर दिया।

जब सीएम को लगा मुक्का – घटना 27 मार्च की है। बिहार के CM नीतीश कुमार बख्तियारपुर में एक कार्यक्रम के दौरान प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर रहे थे। यहां उनकी सुरक्षा को सेंध लगाते हुए एक युवक ने पीछे से आकर सीएम को मुक्का जड़ दिया था। इसके बाद सीएम की सुरक्षा में मौजूद पुलिसकर्मियों ने युवक को हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में सीएम ने उन्हें माफ कर दिया। जांच में सामने आया कि वह युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त था।

खेल को कागज से मैदान में लाने की कोशिश- बिहार सरकार के स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑथोरिटी की ओर से स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव का आयोजन अप्रैल में किया गया था। इसमें कई चोटी के कोच शामिल हुए। चक दे बिहार के तहत वर्ष 2028 के ओलंपिक में बिहार के खिलाड़ी को भेजने पर कार्य-योजना चल रही है।

अदिति को फेसबुक ने दिया 1.6 करोड़ रुपए का पैकेज- अप्रैल का महीना पटना की बेटी के नाम रहा। फेसबुक ने एनआईटी, पटना की अदिति को 1.6 करोड़ रुपए सालाना पैकेज का ऑफर दिया। एनआईटी के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट की छात्रा अदिति को मिला ये ऑफर कॉलेज का नया रिकॉर्ड था। इससे पहले यहां के एक छात्र को 44 लाख रुपए के पैकेज का ऑफर मिला था।

सीएम से एडमिशन की गुहार लगा वायरल हुआ नालंदा का सोनू – नालंदा के हरनौत थाना क्षेत्र के नीमाकोल का रहने वाला सोनू ने खूब सुर्खियां बटोरी। 14 मई को सीएम नीतीश कुमार अपने गृहक्षेत्र हरनतौ में एक कार्यक्रम में गए थे। तभी उनके सामने सोनू ने हाथ जोड़कर गुहार लगाई थी सर, हम पढ़ना चाहते हैं मेरा एडमिशन करा दीजिए। इसके बाद देश भर में ंसोनू की खूब चर्चा हुई।

अग्निपथ योजना पर बवाल, ट्रेनें जलाई- सेना में बहाली को लेकर केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध बिहार में हिंसक हो गया था। युवाओं ने कई जगहों पर ट्रेनें फूंक दी थीं। 16-17 जून को कई ट्रेनों में आग लगा दी गई। महज दो दिनों में 14 ट्रेनें फूंक दी गई थी।

छोटे सरकार कहे जाने वाले अनंत सिंह की सियासत का द एंड हुआ – बाहुबली नेता और कभी बिहार के छोटे सरकार कहे जाने वाले आरजेडी नेता अनंत सिंह की सियासत का द एंड भी इसी साल हो गया। 21 जून को एके 47 मामले में 10 साल की सजा हुई। इसके बाद मोकामा में विधानसभा का उपचुनाव कराया गया। इसमें अनंत सिंह ने अपनी पत्नी नीलम देवी को खड़ा किया। उनकी पत्नी चुनाव जीत गई।

सोन नदी पर एक साथ चलीं 5 ट्रेनें – देश में पहली बार रेल ब्रिज पर जून में एक साथ पांच ट्रेनें चलीं। बिहार के सोन नदी पर रोहतास और औरंगाबाद के बीच रेल पटरी पर दौड़ती ट्रेनों का वीडियो सामने आया था। रेलवे के सबसे लंबे ब्रिज में शामिल इस फ्रेट कॉरिडोर पुल पर दोनों तरफ से एक साथ 3-3 अर्थात कुल 6 ट्रेनों के परिचालन की क्षमता है। इसे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड(DFCCIL) ने बनाया है।

आरसीपी से जदयू का साथ छूटा- नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह के बीच दूरी ऐसी बढ़ी कि आरसीपी ने कह दिया- सात जनम में भी नीतीश कुमार पीएम नहीं बन सकेंगे। नीतीश कुमार ने भी आरसीपी को कम नहीं कहा। जदयू कोटे से केंद्र में इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इसलिए 6 अगस्त इस्तीफा देना पड़ा था।

वेब सीरीज पर बिहार की कहानी- बिहार पर बनी तीन वेब सीरीज ने काफी तलहका मचाया। राबड़ी देवी पर 25 अगस्त को बनी वेब सीरीज ‘महारानी’ की खूब चर्चा रही। इसके बाद शहाबुदुद्दीन पर बनी वेब सीरीज ‘रंगबाज-सीजन थ्री’ के साथ ही आईपीएस अमित लोढ़ा की बायोग्राफी पर बनी फिल्म ‘खाकी द बिहार चैप्टर’ ऐसी रही कि आते ही इसने तहलका मचा दिया।

गया में मालगाड़ी के 53 डिब्बे पटरी से उतर गए – घटना 26 अक्टूबर की है। बिहार के गया के गुरपा रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी के 53 डिब्बे पटरी से उतर गई थी। गया-धनबाद रूट पर घाटी से उतरते समय अक्टूबर में एक मालगाड़ी का ब्रेक फेल हो गया। इससे मालगाड़ी की रफ्तार 150KM प्रति घंटे तक पहुंच गई। ट्रेन के इतिहास में यह एक बड़ी घटना थी।

आरोपी को कानून मंत्री बनाने पर सरकार की हुई किरकिरी- बिहार में बनी नई गठबंधन सरकार में शपथ के साथ ही विवाद शुरू हो गया था। दो मंत्रियों को 48 घंटे के भीतर इस्तीफा भी देना पड़ा। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा में रहे अनंत सिंह के करीबी एमएलसी कार्तिक कुमार। एक केस में आरोपी होने के बाद भी इन्हें सरकार में कानून मंत्री बना दिया गया था। इसके बाद इनसे इस्तीफा दिलवा दिया गया। 1 सितंबर को सुधाकर सिंह कृषि मंत्री बने, दोपहर होते-होते गन्ना मंत्री बनाए गए और शाम होते-होते पूर्व मंत्री बन गए।

9 की जान ले चुका बगहा का बाघ मारा गया- बगहा में 9 महीनों में 9 लोगों की जान लेने वाले बाघ को शूटर्स ने अक्टूबर में ढेर कर दिया। उसकी 26 दिन से तलाश हो रही थी। उसे गोवर्धन थाना इलाके के बलुआ गांव के खेत में घेरा गया। इसके बाद शूटर्स ने उसे 4 गोलियां मारीं थीं।

बेसूसराय गोली कांड- बेगूसराय में दो सनकी युवकों ने 22 सितंबर को 30 किमी तक लोगों पर गोलियां बरसायीं थी। इसमें 11 लोगों को गोलियां लगीं और एक की मौत हो गई थी। सनकी, नाम कमाने की नीयत से ऐसा कर रहे थे। ऐसी घटना बिहार में शायद ही पहले देखी-सुनी गई थी।

आरजेडी में तेजस्वी काल का हुआ आरंभ- तेजस्वी यादव को इस साल न केवल बिहार सरकार में डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी के साथ 5 पावरफुल विभाग दिए गए। बल्कि आरजेडी की सियासत में तेजस्वी काल का भी उदय हुआ। 9 अक्टूबर को दिल्ली में हुए आरजेडी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजद के झंडा और नाम पर फैसला लेने का अधिकार तेजस्वी यादव दिया गया।तेजस्वी को अधिकार देने के लिए आरजेडी के संविधान में भी संशोधन किया गया।

मैथिली फिल्म लोटस ब्लूम्स इंटरनेशन फिल्म फेस्टिवल में दिखायी गई

इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल गोवा में बिहार की मैथिली फिल्म ‘लोटस ब्लूम्स’ दिखाई गई। यह फेस्टिवल 20 नवंबर को शुरू हुआ। इस फिल्म की शूटिंग जहानाबाद और पटना में हुई है। देश भर की विभिन्न भाषाओं में आई लगभग 400 में से 22 फिल्मों का चयन गोवा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के लिए हुआ है।

सिंगापुर में लालू प्रसाद का सफल किडनी ट्रांसप्लांट- लालू प्रसाद की सेहत किडनी की बीमारी के साथ ही अन्य बीमारियों की वजह से लगातार बिगड़ती दिखी। इसलिए डायलिसस की नौबत आने से पहले उनका किडनी ट्रांसप्लांट 5 दिसंबर को सिंगापुर के माउंड एलिजाबेश अस्पताल में किया गया। बेटी रोहिणी आचार्या ने उन्हें किडनी डोनेट किया।

पटना के लाल ईशान किशन का कमाल

पटना के युवा खिलाड़ी ईशान किशन ने 10 दिसंबर को बांग्लादेश के खिलाफ मैच में शानदार दोहरा शतक लगा कर दुनिया भर में तहलका मचा दिया। उन्होंने 126 बॉल में दोहरा शतक लगाया। उन्होंने क्रिस गेल का रिकॉर्ड तोड़ा। गेल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ यह रिकॉर्ड बनाया था। मैच में इशान किशन ने 131 गेंद पर 210 रन की पारी खेली।

बिहार कांग्रेस में नई जान फूंकने की कोशिश- कांग्रेस में नई जान डालने के लिए आलाकमान ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राज्य सभा सदस्य अखिलेश प्रसाद सिंह को बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाया। अखिलेश सिंह 11 दिसंबर को पटना पहुंचे तो उनका हाथी, घोड़ा, ऊंट के साथ भव्य स्वागत हुआ।

सारण में जहरीली शराब से मौत- सारण जहरीली शराब कांड- जाते-जाते 2022 बिहार को बड़ा दर्द दे दिया। 14-16 दिसंबर के बीच बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 78 लोगों की मौत हो गई। इस कांड ने दुनिया भर में बिहार की छवि की किरकिरी करा दी। बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब से मौतें हुईं।इसके बाद पीड़ितों के परिवार को मदद को लेकर खूब राजनीति भी हुई।

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