तुर्किये से सफल ऑपरेशन के बाद भारत लौटी NDRF की टीम.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

तुर्किये-सीरिया में भूकंप से 41 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। तुर्किये की मदद के लिए भारत से भी NDRF की कई टीमें भेजी गई थी, रविवार को अंतिम टीम ने भी भारत वापसी की। ऑपरेशन दोस्त के तहत इन टीमों को तुर्किये भेजा गया था। बता दें 151 एनडीआरएफ कर्मियों और डॉग स्क्वायड की 3 टीमों ने भूकंप प्रभावित देश को सहायता प्रदान की।

ऑपरेशन दोस्त के तहत भारत ने की मदद

6 फरवरी को तुर्किये में भूकंप आने के 24 घंटे के भीतर भारत ने एनडीआरएफ की टीमें भेजकर तुर्किये में ऑपरेशन दोस्त शुरू किया था। तुर्किये में भूकंप के बाद पहुंची एनडीआरएफ के जवानों ने अपने साहसी कार्यों से कई जानें बचाईं। करीब 12 दिनों तक सफल तरीके से ऑपरेशन दोस्त चलाकर एनडीआरएफ की अंतिम टीम रविवार को भारत लौट आई।

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भारत ने शक्तिशाली भूकंप से प्रभावित तुर्किये को मानवीय सहायता प्रदान की है। एनडीआरएफ के 50 से अधिक कर्मियों के साथ एक भारतीय वायु सेना का सी-17 विमान राहत सामग्री लेकर तुर्किये के लिए रवाना हुआ था। इसमें विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड के साथ आवश्यक उपकरण, चिकित्सा आपूर्ति, ड्रिलिंग मशीन समेत अन्य जरुरी सामान शामिल थे।

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6 फरवरी को आया था तुर्किये में शक्तिशाली भूकंप

बता दें कि 6 फरवरी को तुर्किये और सीरिया में आए भूकंप ने दोनों देशों में भारी तबाही मचाई थी। जानकारी के अनुसार, इस भूकंप से 41 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

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वहीं, भूकंप के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए तुर्किये और सीरिया को मदद का भरोसा दिलाया था और इसके तुरंत बाद भारत ने ऑपरेशन दोस्त की शुरूआत की थी।

10 दिनों के सफल ऑपरेशन के बाद भारत लौटी टीम

दरअसल, 6 फरवरी को तुर्किये में भूकंप आने के 24 घंटे के भीतर भारत ने एनडीआरएफ की टीमें भेजकर तुर्किये में ऑपरेशन दोस्त शुरू किया था। तुर्किये में भूकंप के बाद पहुंची एनडीआरएफ की आठवीं बटालियन के जवानों ने अपने साहसी कार्यों से कई जानें बचाईं। करीब 10 दिनों तक सफल तरीके से ऑपरेशन दोस्त चलाकर एनडीआरएफ की एक टीम शुक्रवार को भारत लौट आई है। एनडीआरएफ जवानों का पहला सी-17 ग्लोबमास्टर विमान सुबह 9:00 बजे गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट पहुंचा।

तुर्किये में ऐसे पहुंची थी भारतीय मदद
– 6 फरवरी- सी-17 विमान में एनडीआरएफ के 51 जवानों ने उड़ान भरी। उनके साथ ड्रिल मशीनें, बचाव उपकरण व दो डॉग स्क्वॉड शामिल थे
– 7 फरवरी-दूसरे विमान में कोलकाता की एनडीआरएफ बटालियन से 50 जवानों को भेजा गया। उनके साथ खोजी श्वान, बचाव उपकरण, वाहन के अलावा अन्य सामान था।
– आगरा 60 पैरा फील्ड अस्पताल से भारतीय आर्मी आगरा से मेडिकल टीम में 99 जवान तुर्किये भेजे गए। उनके साथ वेंटिलेटर, एक्सरे मशीनें, ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट व कार्डिक मॉनिटर के अलावा 30 असेंबल बेड शामिल थे
– सी-17 हरक्यूलिस विमान 6 टन आपातकाल राहत सामग्री सीरिया भेजी गईं
– सी-17 विमान ने 100 भारतीय जवान व स्वास्थ्य संबंधी दवाइयों को लेकर उड़ान भरी।
– 08 फरवरी-एनडीआरएफ वाराणसी के 51 जवान रात 8 बजे तुर्किये के लिए रवाना हुए।
– 11 फरवरी- ग्लोबमास्टर विमान से सीरिया और तुर्किये के लिए 35 टन राहत सामग्री भेजी गई।

 

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