टीबी मुक्त अभियान- जनवरी से अप्रैल तक 1718 मरीज़ों की हुई पहचान: डॉ मिहिरकान्त झा

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समीक्षा बैठक में निक्षय पोषण योजना के अलावा बीमारी से संबंधित अन्य सुविधाओं को लेकर हुई विस्तृत चर्चा:

टीबी मुक्त अभयान में निक्षय मित्र की भूमिका महत्वपूर्ण:

बीएचडब्ल्यू ने सौ टीबी मरीज़ों को गोद लेने का लिया संकल्प: सीडीओ

श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया(बिहार):


टीबी मुक्त अभियान में निक्षय मित्र की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। हालांकि इसके लिए स्थानीय स्तर से लेकर राज्य एवं देश स्तर पर लगातार कार्य किया जा रहा है। जिसको लेकर जिला स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल परिसर स्थित एएनएम स्कूल के सभागार में किया गया।

निक्षय पोषण योजना के तहत मिलने वाली राशि के त्वरित भुगतान को निर्देश:
समीक्षा बैठक के दौरान टीबी मरीजों के उपचार, इलाज और मिलने वाली अन्य सुविधाओं से संबंधित चर्चा की गयी। वहीं टीबी रोगियों को निक्षय पोषण योजना के तहत मिलने वाली राशि को त्वरित भुगतान को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। टीबी रोगियों को नियमित रूप से दवाओं का सेवन करना चाहिए, सेहत में सुधार के लक्षण दिखते ही इलाज बंद नहीं करना चाहिए, बल्कि पूरा इलाज करवाना चाहिए। इस अवसर पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ मिहिरकान्त झा, राज्य तकनीकी सहायता इकाई (एसटीएसयू) पटना के हारुण रशीद, सीधे तौर पर मिलने वाली राशि (डीबीटी) सह सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) विशेषज्ञ दीपक कुमार एवं प्रभात पाण्डेय, जिला डेटा ऑपरेटर अमित कुमार टीबीएचवी प्रशांत कुमार एवं परामर्शी श्वेता कुमारी, सिफ़ार के धर्मेंद्र रस्तोगी सहित जिले के सभी वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक (एसटीएस) उपस्थित थे।

जनवरी से अप्रैल तक 1718 मरीज़ों की हुई पहचान: डॉ मिहिरकान्त झा
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ मिहिरकान्त झा ने बताया कि जनवरी 2023 से अप्रैल तक 1718 टीबी मरीज़ों की पहचान हुई है। इन सभी मरीज़ों को जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा निःशुल्क दवा दी जा रही है। जिला टीबी सेंटर में टीबी के मरीज़ों की कार्ट्रिज आधारित न्यूक्लिक एसिड प्रवर्धन परीक्षण (CB-NAAT) एवं त्रुनेट के द्वारा जांच की जाती है। अनुमंडलीय अस्पताल बनमनखी एवं धमदाहा, रेफ़रल अस्पताल अमौर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसबा और बैसा में केवल त्रुनेट से जांच की सुविधा उपलब्ध है।

बीएमडब्ल्यू द्वारा सौ टीबी मरीज़ों को लिया जाएगा गोद: सीडीओ
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ मिहिरकान्त झा ने बताया कि देश की जानी मानी टाटा कंपनी से जुड़ी बिहार की बीएमडब्ल्यू वेंचर्स लिमिटेड द्वारा अगले महीने सौ टीबी मरीज़ों को गोद लेने का निर्णय लिया गया है। हालांकि वर्तमान समय की बात की जाए तो फ़िलवक्त 124 निक्षय मित्र द्वारा लगभग 2 सौ टीबी मरीज़ों को गोद लिया गया है। जिनको समय-समय पर फूड पैकेट का वितरण किया जा रहा है। इधर विभागीय स्तर पर निक्षय मित्र बनाने को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक रोगियों को गोद लेकर उनको टीबी जैसी बीमारी से मुक्ति दिलायी जा सके।

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