भारत को हराकर ऑस्ट्रेलिया ने जीती टेस्ट गदा,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
ऑस्ट्रेलिया ने भारत को आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में 209 रन से हराकर गदा जीती। WTC के फाइनल में लगातार भारत को दूसरी बार हार का सामना करना पड़ा है। ऑस्ट्रेलिया पहली ऐसी टीम बनी, जिसने आईसीसी के सभी फॉर्मेट की ट्रॉफी जीती है। भारत को लगातार दूसरी बार WTC के फाइनल में हार मिली है।
गौरतलब हो कि ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रन बनाए। स्मिथ (121) और ट्रैविस हेड (163) शतकीय पारी खेली। भारत की तरफ से सिराज ने चार विकेट लिए थे। भारत ने पहली में 296 रन बनाए। रहाणे ने 89 रन की पारी खेली। वहीं, शार्दुल ठाकुर ने 51 रन बनाए थे। पैट कमिंस ने तीन विकेट चटकाए। ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 173 रन बढ़त मिली।
शुरू से रहा ऑस्ट्रेलिया का दबाव
ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी 8 विकेट के नुकसान पर 270 रन बनाकर पारी घोषित की। एलेक्स कैरी ने नाबाद 66 रन की पारी खेली। लाबुशेन और स्टॉर्क ने 41-41 रन की पारी खेली। जडेजा को तीन विकेट मिले थे। भारत दूसरी पारी में 234 रन पर ही ऑल आउट हो गया। कोहली ने 49 और रहाणे ने 46 रन की पारी खेली। रोहित शर्मा ने 43 रन बनाए। नेथन लायन को चार और स्कॉट बोलैंड को तीन विकेट मिले।
ऑस्ट्रेलिया ने सभी फॉर्मेट में जीती ट्रॉफी
आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीतने के साथ ही इतिहास रच दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली ऐसी टीम बनी, जिसने आईसीसी के सभी फॉर्मेट की ट्रॉफी जीती है। कंगारू टीम ने 6 बार वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीती है। दो बार 2006 और 2009 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती। 2021 में टी20 विश्व कप जीता और अब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की गदा भी अपने नाम कर ली।
भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने टीम के बल्लेबाज़ों पर सवाल उठाते हुए कहा है, “(आखिरी दिन)आपके हाथ में सात विकेट थे और आप एक सेशन भी नहीं खेल पाए.”ऑस्ट्रेलिया की ओर से जीत के लिए मिले 444 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने चौथे दिन तीन विकेट पर 164 रन बनाए थे. पांचवें दिन भारत ने 70 रन जोड़कर सात विकेट गंवा दिए. पूरी टीम लंच के पहले आउट हो गई. यानी ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी दिन पहले सेशन में ही मैच को ख़त्म कर दिया.
गावस्कर ने भारतीय बल्लेबाज़ों के शॉट सलेक्शन और बल्लेबाज़ी के अंदाज़ पर सवाल उठाया.उन्होंने कहा कि चेतेश्वर पुजारा के स्ट्राइक रेट की बात की जाती है और वो हमेशा इसी को ध्यान में रखकर खेलते दिखे. पुजारा लंबे समय से काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं.इंग्लैंड में खेलने के उनके अनुभव को भारतीय टीम के लिए अहम माना जा रहा था लेकिन पुजारा नाकाम रहे. वो पहली पारी में 14 और दूसरी पारी में 27 रन ही बना सके.
घर के बाहर क्यों नहीं चलते दिग्गज?
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भारत के टॉप ऑर्डर की नाकामी पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि बीते कुछ साल में भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर भारत के टॉप ऑर्डर के चार बल्लेबाज़ों का औसत घर के बाहर 30 से कम का है.इस पर टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा, “वो सभी अनुभवी प्लेयर भी हैं. उनका जो स्टैंडर्ड है, ये (औसत) उसके मुताबिक नहीं है.”द्रविड़ ने आगे कहा कि हर टीम के बल्लेबाज़ों का औसत घर के बाहर कम हो जाता है.गावस्कर को कोच द्रविड़ का ये बयान रास नहीं आया. उन्होंने कहा, “आप दिक्कत को कार्पेट के नीचे नहीं छुपा सकते.”
गावस्कर ने कहा, “हम (दूसरी टीमों की नहीं बल्कि) भारतीय टीम की बात कर रहे हैं. बैटिंग (भारतीय टीम की) दिक्कत की वजह है. हमें इसे देखने की ज़रूरत है. (हार की) ईमानदारी के साथ आत्म समीक्षा होनी चाहिए. एक टीम हारती है, एक जीतती है लेकिन आप कैसे हारे हैं, ये अहम है.”उन्होंने कहा कि कई सवालों को देखना होगा. “आपने कैसी बल्लेबाज़ी की. क्या कैच छोड़े? क्या आपने सही टीम चुनी?”
भारतीय टीम के पहले चार बल्लेबाज़ों में से कोई भी मैच में हाफ सेंचुरी तक नहीं लगा सका. कप्तान रोहित शर्मा ने पहली पारी में 15 और दूसरी पारी में 43 रन बनाए.विराट कोहली ने पहली पारी में 14 और दूसरी पारी में 49 रन बनाए. गिल के बल्ले से पहली पारी में 13 और दूसरी पारी में 18 रन निकले. दूसरी पारी में गिल को आउट दिए जाने का फ़ैसला विवादों में रहा.
कप्तान बल्लेबाज़ों से निराश
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी माना कि उनकी टीम के बल्लेबाज़ों ने उम्मीद के मुताबिक बल्लेबाज़ी नहीं की.रोहित ने कहा, “बैटिंग हमने अच्छी नहीं की, आज (रविवार) सुबह भी काफी लूज शॉट खेले.”भारतीय बल्लेबाज़ों में सबसे अच्छा प्रदर्शन अजिंक्य रहाणे का रहा. करीब 19 महीने बाद टेस्ट टीम में लौटे रहाणे ने पहली पारी में 89 और दूसरी पारी में 46 रन बनाए.फ़ाइनल में भारतीय टीम के कई फ़ैसलों पर भी सवाल उठे. आर अश्विन को टीम से बाहर रखने और टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी के करने के फ़ैसले पर सवाल उठाए गए.
टॉस जीतकर गेंदबाज़ी चुनने के फ़ैसले पर राहुल द्रविड़ ने कहा, “(मैच के पहले दिन) सुबह आए थे तो काफी घास थी, सुबह बादल घिरे हुए थे, (धूप खिलने पर) इंग्लैंड में बैटिंग आसान हो जाती है, ऑस्ट्रेलिया को तीन सौ पर रोकते तो अच्छा रहता.”
10 साल से नहीं जीती आईसीसी ट्रॉफी
- भारतीय टीम ने बीते करीब 10 साल से आईसीसी की कोई ट्रॉफी नहीं जीती है.
- 2014 के ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम उपविजेता थी.
- 2015 वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम सेमीफ़ाइनल में हार गई थी.
- 2016 के ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप में भी भारतीय टीम सेमीफ़ाइनल में हार गई थी.
- 2017 की चैंपियन्स ट्रॉफी में भारतीय टीम रनर्सअप थी.
- 2019 वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम सेमीफ़ाइनल में हार गई थी.
- 2021 के टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल में भारत को हार झेलनी पड़ी थी.
- 2021 के ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप में टीम पहले दौर में बाहर हो गई थी.
- 2022 के ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम सेमीफ़ाइनल में हार गई थी.