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रोज उठाने वाला सूर्य भी एक दिन मर जाएगा...क्यों? - श्रीनारद मीडिया

रोज उठाने वाला सूर्य भी एक दिन मर जाएगा…क्यों?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

सुबह और रात का होना मुख्य रुप से सूरज के उगने और अस्त होने पर ही पता चलता है। वहीं दुनिया भर में जो भी चीजें मौजूद हैं वो भी एक ना एक दिन खत्म जरुर होंगी। ब्रम्हांड में भी जो है उसका एक दिन अंत होगा। वहीं रोज लोगों को उठाने वाला सूरज भी एक दिन अपने अस्तित्व को खो देगा। रोजाना आसमान में जोरदार रोशनी के साथ चमकने वाला सूरज जब खत्म होगा तो उसका रूप भी काफी अलग हो जाएगा। हालांकि इसमें अभी लाखों वर्षों का समय शेष है।

यानी की मरने के बाद सूर्य का अस्तित्व भी काफी अलग होगा। इसका खुलासा अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने किया है। नासा ने कुछ अहम तस्वीरों को साझा किया है और ये बताया है कि सूरज जब मर जाएगा तो वो कैसा दिखेगा। नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने अपने कैमरे में कुछ ऐसी ही तस्वीरों को शेयर किया है। ये तस्वीरें ब्रह्मांड में उपस्थित रिंग नेबुला की है। इसे मेसियर 57 के नाम से भी जाना जाता है। इस रिंग में कई रंग दिखते है जो मुख्य रूप से वहां से निकलने वाली चमकदार गैस के कारण होता है।

इस संबंध में डेली मेल की रिपोर्ट में बताया गया कि रिंग नेबुला सूर्य की तरह मरते हुए एक तारे से ही बना हुआ है।  धरती से लगभग 2600 प्रकाश वर्ष दूर नेबुला स्थित है। नेबुला की मौत के बाद कई चमकदार गैस और पदार्थ बाहर निकल रहे है। इन्हें आग के गोले के तौर पर देखा जा सकता है। यही कारण है कि नेबुला का आकार भी इस तरह का बना है।

जानकारी के मुताबिक नेबुला एक रिंग की तरह दिखती है। रिंग की तरह आकार होने के कारण ही इसका नाम नेबुला रखा गया है। ये पहला मौका है जब नेबुला की इस तरह की तस्वीरें सामने आई है। इससे पहले ऐसी तस्वीरें नहीं देखी गई है। अब वैज्ञानिक ये पता करने में जुटे हैं कि इसकी बनावट इस तरह की होने के पीछे मुख्य वजह क्या है। वैज्ञानिकों का मानना है कि विस्‍फोट के बाद सुनहरी गैसें और पदार्थ बाहर निकले थे।

उन्होंने कहा कि जब सूरज की मौत होगी तो वो अपने अंदर उपस्थि अधिकतर चीजों को बाहर निकालेगा। अंतिम समय में सूरज के रंग में भी काफी अंतर देखने को मिलेगा जो वर्तमान के सूरज से काफी अलग होगा। शुरुआती जांच में पता चला है कि सूरज अंतिम समय में बड़े लाल सितारे की तरह दिखेगा। वर्तमान में सूरज का जो आकार है अंत होते समय सूरज का आकार उससे 100 गुणा अधिक हो जाएगा।

वैज्ञानिकों के अनुसार सूरज से कई तरह के गैस और धूल निकलती दिखेगी। खास बात होगी कि अंतरिक्ष में ये सब किसी सितारे की तरह दिखेंगे। यानी इनका अस्तित्व अंतरिक्ष में कुछ समय के लिए नहीं बल्कि लंबे अर्से यानी लाखों वर्षों के लिए होगा। ये भी संभावना है कि सूरज का अंत होने के बाद इससे निकली चीजें नेबुला के आकार में ही तब्दील हो जाए। ये भी कहा जा रहा है कि अगर सूरज का अंत हुआ तो अंतरिक्ष के अन्य सभी ग्रहों का भी अंत हो जाएगा।

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