स्वामी विवेकानन्द के जीवन से प्रेरणा लें विद्यार्थी : डॉ. ममता सचदेवा 

स्वामी विवेकानन्द के जीवन से प्रेरणा लें विद्यार्थी : डॉ. ममता सचदेवा

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श्रीनारद मीडिया, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, कुरूक्षेत्र (हरियाणा):

परीक्षा के लिए मानसिक व शारीरिक रूप से रहे स्वस्थ : डॉ. ममता सचदेवा।
बोर्ड की परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों के लिए यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल में आशीर्वाद समारोह आयोजित।

कुरुक्षेत्र, 13 फरवरी : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल में मंगलवार को कक्षा 10 वीं व 12 वीं की बोर्ड की परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा की धर्मपत्नी डॉ. ममता सचदेवा ने शिरकत करते हुए विद्यार्थियों को अपना आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि छात्रों को स्वामी विवेकानन्द के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और देश के महापुरुषों की जीवनी को पढ़ते हुए उनके सद्गुणों को जीवन में आत्मसात करना चाहिए। समारोह का शुभारम्भ हवन यज्ञ के साथ हुआ जिसमें मुख्यातिथि डॉ. ममता सचदेवा, स्कूल की वाइस चेयरपर्सन प्रो. सुनीता दलाल व स्कूल के प्राचार्य डॉ. सुखविन्द्र सिंह सहित शिक्षकों व छात्रों ने पूर्ण आहुति डाली।

डॉ. ममता सचदेवा ने कहा कि छात्रों को अपना पूरा ध्यान अपने लक्ष्य पर लगाना चाहिए। अक्सर बोर्ड की परीक्षाओं से पहले बच्चे चिन्ता से ग्रसित हो जाते हैं। इसलिए छात्रों को बोर्ड की परीक्षा को भी सामान्य स्कूल परीक्षा की तरह ही समझकर तनाव से दूर रहना चाहिए। जीवन में चुनौतियां आती हैं और उनको हंसते-हंसते स्वीकार करना चाहिए। बच्चों को लिखने का निरंतर अभ्यास करना चाहिए क्योंकि वर्तमान में छात्र ज्यादा समय स्क्रिन पर बिताते है इसलिए उनकी लिखने की आदत कम हो रही है। इसके साथ-साथ छात्रों को परीक्षा के दिनों में विशेष रूप से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि यदि छात्र सूरज की तरह चमकना चाहते हैं तो उन्हें तपना होगा अर्थात् अधिक परिश्रम करना होगा। उन्होंने छात्रों को प्रतिदिन सुबह उठकर मैं सर्वश्रेष्ठ हूं, मैं कर सकता हूं, भगवान हमेशा मेरे साथ है, मैं विजेता हूं, आज मेरा दिन है, ये सभी पांच वाक्य बोलने चाहिए। उन्होंने कहा कि इत्र से महकने में कोई बड़ी बात नहीं, मजा तो तब है जब महक आपके किरदार से आए। इसलिए छात्रों को अपने चरित्र का निर्माण करना चाहिए।

इससे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. सुखविन्द्र सिंह ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। स्कूल की वाइस चेयरपर्सन प्रो. सुनीता दलाल ने कहा कि आज का दिन विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण है। छात्रों को अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर लगाना चाहिए और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहिए।

कार्यक्रम के अंत में मुख्यातिथि द्वारा वर्ष भर में आयोजित हुई विभिन्न शैक्षणिक व सांस्कृतिक प्रतियोगिता के विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में स्कूल के छात्रों ने नगरी हो अयोध्या-सी भजन की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर स्कूल के सभी शिक्षक, गैर-शिक्षक कर्मचारी सहित छात्र-छात्राएं मौजूद रही।

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