सीएचसी बसंतपुर में स्कूली बच्चों  को दवा खिला कर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम हुआ शुभारंभ 

सीएचसी बसंतपुर में स्कूली बच्चों  को दवा खिला कर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम हुआ शुभारंभ

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बच्चों को कुपोषण से मुक्त बनाने तथा रक्त की कमी दूर करने के लिए छूटे हुए बच्चों को पुनः 11 सितंबर को कराया जाएगा दवा का सेवन: एमओआइसी

अनिवार्य रूप से सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों के बच्चों को दवा खिलाना सुनिश्चित करें: बीडीओ

श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):


भारत सरकार के निर्देशानुसार 01 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को कृमि से मुक्त करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्र जाने वाले लक्षित 01 से 05 वर्ष तक के बच्चे तथा स्कूल जाने वाले 06 वर्ष 19 वर्ष तक के बच्चे एवं स्कूल नहीं जाने वाले जिले के बच्चे को आशा कार्यकर्ताओ द्वारा गृह भ्रमण कर एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जा रही है। उक्त बातें सिवान जिलांतर्गत बसंतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुमार रवि रंजन ने स्थानीय सीएचसी परिसर में स्कूली बच्चे और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दवा खिलाने के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि 74280 लक्षित बच्चों को कुपोषण से मुक्त बनाने तथा रक्त की कमी की समस्या को दूर करने के लिए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के दौरान बच्चों को पेट में कीड़ा मारने की दवा खिलाने का अभियान बुधवार को शुरू हुआ है। लेकिन छूटे हुए बच्चों को पुनः 11 सितंबर को दवा का सेवन कराया जाएगा। 01 से 02 वर्ष तक के बच्चों को आधी गोली को चुरा बनाकर पानी के साथ, 02 से 03 वर्ष के बच्चे को एक पूरी गोली चुरा बनाकर पानी के साथ तथा 03 से 19 वर्ष तक के बच्चों को एक पूरी गोली चबाकर खिलाया जाना है।

 

अनिवार्य रूप से सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों के बच्चों को दवा खिलाना सुनिश्चित करें: बीडीओ
स्थानीय बसंतपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी मनीष कुमार श्रीवास्तव ने स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के सभी अभिभावक के अलावा सरकारी और निजी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चों में कृमि संक्रमण अस्वच्छता तथा दूषित मिट्टी के संपर्क में आने से होती है। कृमि संक्रमण से बच्चों के पोषण स्तर तथा हीमोग्लोबिन स्तर पर काफी दुष्प्रभाव पड़ता है। जिससे बच्चों में शारीरिक व बौद्धिक विकास बाधित होता है। जिसको लेकर जिला सहित सभी प्रखंडों के विद्यालयों में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की शुरुआत की गई है। जिसमें सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाई गई। इसके लिए आंगनबाड़ी सेविका, आशा कार्यकर्ता और शिक्षकों को पहले ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रशिक्षित किया जा चुका है। जिसके देखरेख और निगरानी में दोपहर के भोजन के बाद बच्चों को कृमि नाशक दवा खिालाई जाएगी। इस दवा के सेवन से वंचित रहने वाले सभी छूटे हुए बच्चों को चिह्नित कर उन्हें 11 सितंबर को विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर दवा खिलाई जाएगी।

 

बच्चों के समग्र स्वास्थ्य और पोषण की स्थिति, शिक्षा तक पहुंच और जीवन की गुणवत्ता में बढ़ोतरी ही इसका मुख्य उद्देश्य: प्रखंड प्रमुख
प्रखंड प्रमुख अशोक राय ने प्रखंड क्षेत्र के निवासियों से अपील किया गया की राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के दौरान बच्चों को दवा खिलाते समय कुछ सावधानी भी बरतनी होगी। जैसे कि अगर किसी बच्चे का किसी प्रकार की कोई गंभीर बीमारी का इलाज चल रहा है और वह नियमित रूप से दवा खा रहा है, कोई भी बच्चा सर्दी ,खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ से ग्रसित है तो उसे यह दवा नहीं खिलाई जाएगी। क्योंकि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का मुख्य उद्देश्य बच्चों के समग्र स्वास्थ्य और पोषण की स्थिति, शिक्षा तक पहुंच और जीवन की गुणवत्ता में बढ़ोतरी के लिए विद्यालयों और आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से 1 से 19 वर्ष की आयु के बीच के विद्यालय जाने से पहले और विद्यालय आयु के बच्चों (नामांकित तथा गैर नामांकित) को कीड़े समाप्त करने की दवा (कृमि नाशक) खिलाना है।

 

बच्चों के पेट में कीड़े की अधिकता होने की स्थिति में मामूली लक्षण सामने आ सकता है लेकिन घबराने की जरूरत: नगर पंचायत अध्यक्ष
बसंतपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष अमित कुमार ने स्थानीय क्षेत्र सहित पूरे प्रखंड के निवासियों से अपील करते हुए कहा कि दवा खिलाते समय यह ध्यान रखना होगा कि बच्चे दवा को का चबाकर खाएं। साथ ही जिन बच्चों के पेट में कीड़े की अधिकता होगीं उनके द्वारा दवा का सेवन करने पर मामूली लक्षण सामने आ सकता है लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। जैसे- जैसे दवा खाने के बाद जी मचलना, पेट में हल्का दर्द, उल्टी, दस्त और थकान महसूस होना शिकायते आ सकती हैं, लेकिन इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। पेट में कीड़ा होने के कारण यह प्रतिकूल प्रभाव दिखाई देगा। इस दौरान बच्चों को आराम करने का सलाह देने के साथ ही उसे विस्तर पर लेटने के लिए कहें। ताकि 10 मिनट के अंदर समस्या अपने आप स्वतः दूर हो जाएगी। इस अवसर पर एमओआईसी, बीडीओ, प्रखंड प्रमुख, नगर पंचायत अध्यक्ष, सिफार के धर्मेंद्र रस्तोगी, बीसीएम सरफराज अहमद, लेखापाल कामेश्वर सिंह सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित रहे।

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