पिहोवा लावारिस क्यों लग रहा है ? विधायक ग़ायब हैं, जिम्मेदारी अब जनता को उठानी होगी : डॉ. खैहरा
श्रीनारद मीडिया, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, हरियाणा
पिहोवा विधानसभा क्षेत्र विकास के मामले में लंबे समय से उपेक्षा और ठहराव की मार झेल रहा है। विधायक की लगातार गैरमौजूदगी ने हल्के की जनता को लावारिस छोड़ दिया है। विकास कार्य ठप पड़े हैं, सरकारी योजनाएं ठंडी, और आम जनता की आवाज़ दबती जा रही है।
इसी क्रम में युवा नेता डॉ. जसविंदर खैहरा आज पिहोवा शहर में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए, जहाँ उन्होंने संगम सैनी द्वारा शुरू किए गए नए कपड़ों के शोरूम के उद्घाटन अवसर पर पहुँचकर उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि ऐसे युवा उद्यमियों का आगे आना स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार के लिए शुभ संकेत है। कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए डॉ. खैहरा ने क्षेत्र की राजनीतिक स्थिति पर गंभीर टिप्पणी करते हुए कहा कि “विधायक की गैरमौजूदगी से पिहोवा की जनता बेसहारा महसूस कर रही है।
यह हल्का अब किसी एक व्यक्ति का निजी स्वामित्व नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की साझा धरोहर है, जिसका विकास हर एक नागरिक का अधिकार है।” डॉ. खहैरा ने साफ कहा, “जब जनप्रतिनिधि जनता से दूर हो जाएं, तो जनता को खुद ही आगे आना होगा। हम सभी मिलकर इस लावारिस हल्के को फिर से जीवंत बनाएंगे। मैं हर गांव-गांव, गली-मोहल्ले जाकर लोगों के साथ खड़ा रहूँगा, उनकी समस्याओं को सरकार तक पहुंचाऊंगा और विकास की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ूंगा।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी, और रोजगार जैसे बुनियादी मुद्दों पर अब और इंतजार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। “वक्त निकल गया जब नेता सिर्फ चुनावी सालों में दिखते थे, अब जनता को चाहिए ऐसा नेतृत्व जो हर दिन उनके बीच हो, हर पल उनकी सुनवाई करे।”
स्थानीय लोगों, व्यापारियों और युवाओं ने भी डॉ. खहैरा के इस जनसंपर्क और सक्रियता का स्वागत किया और कहा कि अब पिहोवा को चाहिए एक सक्रिय, ज़मीनी और जवाबदेह नेतृत्व, जो केवल कुर्सी नहीं, कर्तव्य निभाए। डॉ. खैहरा ने अंत में कहा, “पिहोवा को अब ‘लावारिस हल्का’ नहीं रहने देना है। इसे एक जागरूक, सशक्त और विकासशील हल्का बनाना है और इसके लिए हम जनता के साथ मिलकर पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता से खड़े हैं।
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