ज्योति मल्होत्रा को लेकर पुलिस ने खोले कई राज

ज्योति मल्होत्रा को लेकर पुलिस ने खोले कई राज

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

पंजाब और हरियाणा पुलिस ने कुछ लोगों को पाकिस्तान के खुफिया जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इनमें मशहूर यूट्यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा का भी नाम शामिल है। ज्योति हरियाणा की हिसार की रहने वाली हैं। फिलहाल वह पांच दिनों की पुलिस रिमांड पर हैं। पुलिस अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि वह पाकिस्तान अधिकारियों का साथ संपर्क में थीं और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी उन्होंने काफी जानकारी साझा की है।

सिर्फ सरहद पर नहीं लड़ी जाती जंग: एसपी हिसार

हिसार के एसपी शशांक कुमार सावन ने इस पर में जानकारी देते हुए कहा, “आधुनिक जंग सिर्फ सरहद पर ही नहीं लड़ी जाती। पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी कुछ सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर को भर्ती करने की कोशिश कर रहे हैं और वे इसका इस्तेमाल अपने नैरेटिव को आगे बढ़ाने के लिए करते हैं।”हमें केंद्रीय एजेंसियों से इनपुट मिले और हमने ज्योति मल्होत्रा ​​को गिरफ़्तार किया। वह कई बार पाकिस्तान और एक बार चीन जा चुकी थी। वह पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के संपर्क में थी। हमने उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। हम उसके वित्तीय ब्योरे का विश्लेषण कर रहे हैं। संघर्ष (भारत-पाक) के दौरान, वह पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के संपर्क में थी… उनकी ट्रैवल डिटेल्स उसकी कुल आय को झुठला रहे हैं।”

शशांक कुमार सावन, एसपी, हिसार

एसेट की तरह इस्तेमाल की जा रही थी ज्योति मल्होत्रा?

हिसार के एसपी ने कहा, “वे उसे (ज्योति मल्होत्रा) एक एसेट के तौर पर डेवलप कर रहे थे। वह अन्य यूट्यूब इंफ्लूएंसर्स के संपर्क में थी, और वे भी पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के संपर्क में थे। वह स्पॉन्सर्ड ट्रिप पर पाकिस्तान जाती थी। वह पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान में थी और यदि कोई संबंध है, तो उसे स्थापित करने के लिए जांच जारी है। हम भी जांच कर रहे हैं, क्योंकि हमारे पास सुराग हैं कि अन्य लोग भी उसके साथ शामिल थे।”
पाकिस्तान और उसके सहयोगी देश तुर्किये और अजरबैजान के खिलाफ देशभर में उभरते आक्रोश के बीच, सोशल मीडिया की दुनिया में लोकप्रिय यूट्यबर ज्योति मल्होत्रा (Jyoti Malhotra) जासूसी प्रकरण ने देश के लोगों को सकते में डाल दिया है।
साथ ही चेताया है कि कुछ यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स द्वारा डिजिटल मंचों का दुरुपयोग बेहद खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। जहां वह देश के हितों से भी समझौता करने को तैयार हैं। 

इस बीच, हरियाणा के हिसार की 33 वर्षीय ट्रैवेलर यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए भारत की जासूसी करने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किया गया है, जिसने पाकिस्तान समेत कई देशों की यात्रा की है और उसके यूट्यूब वीडियो को लाखों लोगों ने देखा है।

ज्योति मल्होत्रा के कितने फॉलोअर्स हैं?

यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा (Jyoti Malhotra) के यूट्यूब, फेसबुक व इंस्टाग्राम पर आठ लाख से अधिक फॉलोअर है। उसकी गिरफ्तारी के साथ से सोशल मीडिया पर उसका नाम ट्रेड करता रहा। रविवार को भी यह ट्रेडिंग में रही है। ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के साथ ही आभासी दुनिया में इसे लेकर चिंता जताने वाले पोस्टों की बाढ़ रही।

वैसे, यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी कई विवाद सुर्खियों में रहे, जिसमें ताजा मामला रणवीर इलाहाबादिया का रहा, जिसके इंडिया गॉट लेटेंट शो पर अश्लीलता की पराकाष्ठा पार करने पर काफी विवाद हुआ। जिसमें गंदी बातें होती है। इसके शो अक्सर विवादों में रहा।इसी तरह,

• एल्विश यादव- सांप का जहर पार्टी केस में गिरफ्तारी,
• संदीप माहेश्वरी बनाम विवेक बिंद्रा विवाद -व्यापारिक नैतिकता पर सवाल,
• कैरी मिनाटी बनाम टिकटाक एपिसोड- विषाक्त आनलाइन वातावरण को बढ़ावा,
• गौरव तनेजा (फ्लाइंग बीस्ट) – ट्रेन रोककर सार्वजनिक संकट उत्पन्न करना।

ऐसे सैकड़ों शो और यूट्यूबर्स तथा इंफ्लुएंसर्स है, जिनके शो और बातें विवादों में रही जिसपर समाज में जहर घोल रही है। चांदनी चौक से भाजपा सांसद व कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल कहते हैं कि जो मंच रचनात्मकता और जनसंवाद के लिए थे, वे अब कई बार प्रचार, गलत जानकारी, लक्षित उत्पीड़न और राजनीतिक एजेंडा थोपने के उपकरण बनते जा रहे हैं और यह सब ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ के नाम पर हो रहा है।
आगे वह कहते हैं कि “क्या यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, या शोषण की स्वतंत्रता? या इससे भी बड़ा खतरा -क्या यह राष्ट्र की सुरक्षा से खिलवाड़ करने की आजादी है, जैसा कि ज्योति मल्होत्रा मामले में देखा गया?”
खंडेलवाल कहते हैं “स्वतंत्रता का अर्थ कुछ भी कहने का अधिकार नहीं, बल्कि सच बोलने, गरिमा बनाए रखने और राष्ट्रहित की रक्षा करने की जिम्मेदारी है। कोई भी व्यक्ति या मंच कानून और मर्यादा से ऊपर नहीं हो सकता – विशेषकर जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक समरसता की हो।”

विषैले कंटेंट के खिलाफ VHP ने चलाया था अभियान

विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि ऐसे कृत्यों में जिनकी संलिप्तता पाई जाए उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसी मानसिकता के कारोबार को बुलडोज किया जाना चाहिए। खासकर ऐसे लोग जो पब्लिक सेलिब्रिटी है। समाज को दिशा देने का दर्पण बन जाते हैं। फिर समाज व देश को बांटने और देशहित व अपनी संस्कृति से समझौता कर लेते हैं।
वह ध्यान दिलाते हैं कि ओटीटी प्लेटफार्म पर ऐसी ही विषैले कंटेंट पर विहिप ने अभियान चलाया था। जिसपर कई प्लेटफार्म प्रतिबंधित किए गए तो कई ओटीटी प्लेटफार्म को कंटेंट हटाकर माफी मांगनी पड़ी। वह कहते हैं कि ऐसे मामलों में केंद्र सरकार के आइटी मंत्रालय को निगरानी रखने और ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है। समाज को भी सजग रहना होगा।

नियामक ढांचे की मांग

प्रवीन खंडेलवाल कहते हैं कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स और इंफ्लुएंसर्स के लिए एक सुस्पष्ट और बाध्यकारी नियामक ढांचा तैयार करना अब समय की आवश्यकता है। इस ढांचे में निम्नलिखित प्रविधान शामिल होने चाहिए.

• ब्रांड प्रमोशन, पेड कंटेंट और राजनीतिक संबंधों का अनिवार्य प्रकटीकरण
• झूठी जानकारी या उत्पीड़न के मामलों में शिकायत निवारण प्रणाली
• प्लेटफार्म्स की जवाबदेही, जो बार-बार नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई करें
• राष्ट्रविरोधी, मानहानिकारक या समाज विरोधी गतिविधियों पर स्पष्ट रोक। 

खंडेलवाल ने कहा कि जिन कंटेंट क्रिएटर्स ने करोड़ों फालोअर्स के माध्यम से प्रभाव स्थापित किया है, उन्हें नैतिक और कानूनी जिम्मेदारी के साथ व्यवहार करना होगा। डिजिटल प्लेटफार्म को “मनमानी और अराजकता का अड्डा” बनने नहीं दिया जा सकता।

 

Leave a Reply

error: Content is protected !!