पुलिस को बसव राजू की पांच दशकों से थी तलाश,क्यों?
नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म करने की दिशा में मील का पत्थर: अमित शाह
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अमित शाह ने दी सुरक्षाबलों को बधाई
नक्सलियों के खिलाफ इस बड़ी सफलता के लिए अमित शाह ने सुरक्षा बलों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि तीन दशक में पहली बार सुरक्षा बलों को महासचिव स्तर के टाप नक्सल कमांडर को मारने में सफलता मिली है। शाह ने बसव राजू को नक्सल आंदोलन की रीढ़ की हड्डी बताया। मतलब यह कि उसकी मौत के साथ ही नक्सलवाद पुराने स्वरूप में कभी खड़ा नहीं हो पाएगा।
नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए मोदी सरकार कटिबद्ध: शाह
वैसे इस साल आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की संख्या 800 पार चुकी है, जबकि पिछले पूरे साल में 900 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। शाह ने साफ किया कि 31 मार्च 2026 के पहले नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए मोदी सरकार कटिबद्ध है।
उसके बाद उसके नेतृत्व में भी तत्कालीन नक्सली संगठन पीपुल्स वार ग्रुप (पीडब्ल्यूजी) ने आइइडी के सहारे बड़े टारगेट पर हमले को अंजाम देना शुरू किया था। 2003 में आंध्रप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर 11 आइईडी को विस्फोट कर हमला किया गया था, जिसमें वे बाल-बाल गए थे।
अब नक्सलियों का एकजुट हो पाना मुश्किल लग रहा
खराब स्वास्थ्य के कारण जब 2018 में गणपति ने सीपीआइ (माओवादी) के महासचिव पद से इस्तीफा दिया तो, बसव राजू को उनकी जगह मिली। इस तरह से बसव राजू माओवादियों के राजनीतिक और मिलिट्री दोनों का प्रमुख बन गया। बसव राजू की मौत और सुरक्षा बलों के बढ़ते दबदबे के कारण अब नक्सलियों का एकजुट हो पाना मुश्किल लग रहा है।
अमित शाह ने दी जानकारी
शाह ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, ‘नक्सलवाद को जड़ से मिटाने की लड़ाई में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई है। आज छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में एक ऑपरेशन में हमारे सुरक्षा बलों ने 27 खूंखार माओवादियों को मार गिराया है।’
पीएम मोदी ने भी जताई खुशी
- अमित शाह ने कहा कि ‘मैं इस बड़ी सफलता के लिए हमारे बहादुर सुरक्षा बलों और एजेंसियों की सराहना करता हूँ। यह बताते हुए भी खुशी हो रही है कि ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट के पूरा होने के बाद, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र में 54 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 84 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।’
- उन्होंने लिखा, ‘मोदी सरकार 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।’ वहीं पीएम मोदी ने सुरक्षाबलों की तारीफ की है। उन्होंने लिखा, ‘इस उल्लेखनीय सफलता के लिए हमें अपने सैन्य बलों पर गर्व है। हमारी सरकार माओवाद के खतरे को खत्म करने और अपने लोगों के लिए शांतिपूर्ण और प्रगतिशील जीवन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।’
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