उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या मामले में जांच हो रही है
बेटे गुंजन खेमका के मर्डर से जुड़े हैं गोपाल खेमका हत्याकांड के तार?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान के पास उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या मामले में दो बिंदुओं पर पुलिस की लापरवाही की भी जांच की जा रही है। डीजीपी विनय कुमार ने सोमवार को बताया कि पुलिस के घटनास्थल पर देर से पहुंचने के आरोपों की जांच की जा रही है। इसमें दोषी पाए जाने पर संबंधित पुलिस पदाधिकारी को निलंबित भी किया जाएगा।
इसके अलावा, उद्योगपति गोपाल खेमका की सुरक्षा हटाए जाने के मामले की भी जांच की जा रही है। वर्ष 2018 में बेटे गुंजन खेमका की हत्या के बाद गोपाल खेमका को पुलिस सुरक्षा दी गई थी। इसके बाद अप्रैल 2024 में सुरक्षा हटा ली गई। यह सुरक्षा क्यों हटाई गई, इसकी जांच पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर की जा रही है।
इसमें देखा जाएगा कि क्या गोपाल खेमका ने खुद जांच हटाने का अनुरोध किया था अगर हां तो वह पत्राचार ढूंढा जा रहा है। अगर गोपाल खेमका की तरफ से ऐसा अनुरोध नहीं आया था तो अपने स्तर से सुरक्षा हटाने वाले पदाधिकारी पर भी कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने कहा, मैं मानता हूं कि पुलिस को सूचना मिलने में देर हुई है। घटना के समय डायल-112 की गाड़ी कारगिल चौक पर थी मगर जानकारी न होने के कारण पुलिस को सीधे घटनास्थल पर पहुंचने में विलंब हुआ।
कुंदन कृष्णन के साथ डीजीपी ने की समीक्षा बैठक:
गोपाल खेमका हत्याकांड में पुलिस मुख्यालय के स्तर पर भी लगातार मानीटरिंग की जा रही है। डीजीपी विनय कुमार ने एसटीएफ के एडीजी कुंदन कृष्णन के साथ करीब तीन से चार घंटे लंबी समीक्षा बैठक की है। इसमें अब तक हुई छापेमारी, तकनीकी जांच, संदिग्धों से पूछताछ आदि की जानकारी ली गई है।
डीजीपी ने बताया कि खेमका हत्याकांड में पटना पुलिस और एसटीएफ की टीम कई जिलों में छापेमारी कर रही है। दर्जनों लोगों से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही पुलिस इस हत्याकांड का उद्भेदन करेगी।
बेटे गुंजन खेमका के मर्डर से जुड़े हैं गोपाल खेमका हत्याकांड के तार?
पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या की घटना उनके बेटे गुंजन खेमका से जुड़ी हो सकती है। लिहाजा पुलिस बीच की कड़ियों को जोड़ने के लिए हाजीपुर में जांच कर रही है। इसी लिंक के मद्देनजर पुलिस ने बेऊर जेल में छापेमारी कर वहां बंद कुख्यात अजय वर्मा से भी शनिवार को पूछताछ की थी।
पुलिस को जेल से सिम लगे हुए तीन मोबाइल और मोबाइल नंबर लिखा एक कागज मिला है। सभी नंबरों का डिटेल और सीडीआर निकाला जा रहा है। छह वर्ष पहले 20 दिसंबर 2018 की दोपहर गोपाल खेमका के बेटे गुंजन कार से हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में फैक्ट्री पहुंचे थे। तभी गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी।
गुंजन हत्या में पुलिस ने मस्तु सहित चार को गिरफ्तार किया था। जमानत पर बाहर आने के बाद 2021 में मुख्य आरोपित मस्तु की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी नहीं हुई थी मस्तु की हत्या में जिन आरोपितों की गिरफ्तारी हुई थी, उसके संबंध कुख्यात अजय वर्मा से था। पुलिस गुंजन की हत्या में शामिल गिरोह की जानकारी के लिए हाजीपुर में कैंप कर रही है।
गमगीन माहौल में बेटे ने दी मुखाग्नि
कारोबारी गोपाल खेमका का अंतिम संस्कार रविवार की दोपहर गुलबी घाट पर किया गया। जहां उनके छोटे पुत्र गौरव खेमका ने मुखाग्नि दी। मौके पर जदयू के महासचिव कमल नोपानी, रमेश चंद गुप्ता, विजय किशारेपुरिया,रामलाल खेतान, रेडक्रास सोसाइटी के अध्यक्ष गोविंद कानोडिया, महेश जालान, पाटलिपुत्र परिषद के संजीव यादव, शशि गोयल समेत राजधानी के कई प्रमुख कारोबारी और परिवार के सदस्यों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
पटना में कारोबारी गोपाल खेमका के मर्डर से हड़कंप है। कारोबारी की हत्या की जांच अभी चल रही है। अब तक कि जांच में यह भी पता चला है कि महज आठ सेकेंड के भीतर ही सब कुछ हो गया। दरअसल वारदात के दिन गोपाल खेमका की गाड़ी के पीछे सीमेंट कारोबारी अंकित चौधरी की गाड़ी थी। वो अपनी पत्नी के साथ एक होटल से लौट रहे थे।
अंकित चौधरी ने बताया कि इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, अपराधी आया और गोली मारकर भाग निकला। यह देख हमलोग सहम गये। पहले तो कुछ समझ में नहीं आया कि यह क्या हो रहा है। मैंने गोपाल खेमका के बेटे डॉ. गौरव को इसकी सूचना दी। फिर हमलोग उन्हें लेकर कंकड़बाग स्थित एक अस्पताल गये’।
व्यवसायी गोपाल खेमका के फ्लैट के उपरी तल्ले (सातवां फ्लोर) पर रहने वाले सीमेंट कारोबारी अंकित चौधरी पत्नी के साथ एक होटल से वापस लौट रहे थे। उनकी गाड़ी गोपाल खेमका की कार के पीछे थी। वे भी कटारुका निवास का गेट खुलने का इंतजार कर रहे थे। अंकित ने बताया कि उन्होंने देखा कि एक शूटर आया और गोली मारकर स्कूटी से चला गया।
अपराधी ने हेलमेट लगा रखा था। इसके बाद अंकित ने खेमका के बेटे को इसकी जानकारी दी। फिर अंकित, उनकी पत्नी, गोपाल खेमका के बेटे डॉ. गौरव और उनकी पत्नी उनको लेकर अस्पताल गये, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया।