A.B.V.P ने महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थाई परिसर हेतु भूमि आवंटन को लेकर किया आंदोलन।

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परिषद ने विश्वविद्यालय के चारों परिसर में किया आंदोलन।

MGCUB मांगे अधिकार, भूमि दो बिहार सरकार!

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थाई परिसर के निर्माण हेतु बिहार सरकार द्वारा भूमि आवंटित किए जाने को लेकर विश्वविद्यालय के चारों परिसर में आंदोलन की शुरुआत शुक्रवार को की गई।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत शोध कार्य सह प्रमुख मुकेश कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय के स्थापना के सात वर्ष बाद भी स्थाई परिसर के निर्माण हेतु बिहार सरकार ने भूमि उपलब्ध नहीं कराया है, इससे विश्वविद्यालय अपने आधारभूत संरचना की कमी से जूझ रहा है।

जबकि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष मंगल सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार की शिक्षा विरोधी सरकार विश्वविद्यालय की भूमि अधिग्रहण में रोड़ा अटका कर शिक्षा के विकास को अवरुद्ध कर रही है । चंपारण की जनता ने इस विश्वविद्यालय के लिए आंदोलन किया था लेकिन नीतीश सरकार यहां की जनता के साथ छल कर रही है।


वहीं विभाग संगठन मंत्री अभिमन्यू कुमार ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आज इस सद्बुद्धि यात्रा का आयोजन किया है,जिसके माध्यम से सुशासन कुमार के शिक्षा विरोधी कार्य को उजागर करने के साथ-साथ उनके सद्बुद्धि की प्रार्थना करती है ताकि वह शिक्षा के विकास को लेकर रोड़ा ना अटकाये,शिक्षा में किसी प्रकार की राजनीति ना करे।

विभाग सह संयोजक ऋषभ राज ने कहा कि बिहार की भूमि सदैव से विद्या और ज्ञान की भूमि मानी जाती रही है। चंपारण की भूमि ने मोहनदास करमचंद को महात्मा बनाया। इस भूमि पर तो बिहार सरकार को आगे बढकर विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर के लिए काम करना चाहिए।

जिला संयोजक सोनू कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार को ईश्वर सद्बुद्धि दें ताकि वह विश्वविद्यालय को भूमि उपलब्ध कराएं। मुझे पूरा विश्वास है कि नीतीश कुमार इस काम को भी करेंगे क्योंकि उन्होंने बिहार में विकास के लिए बड़े-बड़े काम किए हैं और वह मोतिहारी की जनता से इस प्रकार का छल नहीं कर सकते और वह अवश्य ही विश्वविद्यालय को भूमि आवंटित कराएंगे।

जबकि परिषद के सचिव अमन कुमार ने कहा कि स्थाई परिसर नहीं होने के कारण विश्वविद्यालय के पठन-पाठन का कार्य चार परिसरों में संचालित हो रहा है और छात्रों को समन्वय करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

परिषद के उपाध्यक्ष आशीष कुमार ने कहा कि लड़कियों के लिए कॉमन रूम की व्यवस्था नहीं होने के कारण उन्हें कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। परिषद उपाध्यक्ष जयकुमार ने कहा कि बिहार सरकार एक अलग तरह की राजनीति, शिक्षा में कर रही है और शिक्षा मंत्री भूमि आवंटन की फाइल को दबा कर बैठ गए हैं।

वहीं विश्वविद्यालय में शोध आयाम के सह संयोजक कृष्ण कुमार ने कहा की विश्वविद्यालय के स्थाई परिसर नहीं होने के कारण कई छात्र यहां नामांकन नहीं लेते और अगर ले भी लेते हैं तो वह बीच में छोड़कर अन्य विश्वविद्यालय चले जाते है।

जबकि विश्वविद्यालय में परिषद की सह सचिव स्नेहा सिंह ने कहा की यहां विश्वविद्यालय के पाँच कैंपस हैं जिससे शिक्षा साफ हो गई है। सरकार वादे अधिक करती है लेकिन काम कम होता है, इससे कागजों में प्रशासन मस्त रहता है जबकि विद्यार्थी इस व्यवस्था से काफी त्रस्त रहते हैं,वहीं विश्वविद्यालय की छात्रा अपनी सुरक्षा को भी लेकर चिंतित रहती हैं।

हिंदी विभाग के शोधार्थी प्रतीक कुमार ओझा ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद स्थाई परिसर के लिए जो आंदोलन प्रारंभ किया है वह अत्यंत सराहनीय है। हम सभी छात्रों को इस आंदोलन में एक साथ होकर परिषद का साथ देना चाहिए। ज्ञान शील एकता अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की विशेषता है इसे हम सभी छात्रों को समझना चाहिए।

शोधार्थी राजेश पाण्डेय ने कहा कि 2010 में पूरे देश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 13 केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना हुई लेकिन महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी बिहार की स्थापना काफी आंदोलनों के बाद 2016 में हुई,लेकिन इन सात वर्षों में भी बिहार सरकार विश्वविद्यालय निर्माण के लिये भूमि उपलब्ध नहीं करा पाई है जिसके कारण इस विश्वविद्यालय का स्थाई परिसर अभी तक निर्मित नहीं हो सका है। लेकिन परिषद के आंदोलन से ऐसा लगता है कि बिहार सरकार अवश्य ही भूमि उपलब्ध करायेगी और विश्वविद्यालय का भव्य परिसर बनकर तैयार होगा।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कार्यक्रम का आरंभ दीनदयाल उपाध्याय परिसर से करते हुये चाणक्य परिसर,बृहस्पति परिसर और गांधी भवन परिसर में समापन किया। इस मौके पर सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे। मुख्य रुप से नगर मंत्री हिमांशु सिंह,मुख्तार कुमार बैठा, साक्षी, लकी कुमार,अनन्या, रिमझिम,विवेक कुमार,सहित कई छात्र उपस्थित रहे।

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