दस्तारबंदी को लेकर जलसा का हुआ आयोजन, 11 हाफिजों पहनायी गयी पगड़ी
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
सीवान जिला के बड़हरिया बाजार के तरवारा रोड स्थित मदरसा अरबिया नेमतिया इकबालुल उलूम बड़हरिया में रविवार की रात में दस्तारबंदी को लेकर जलसे का आयोजन किया गया। जलसा की सदारत मौलाना मुफ्ती वसीम अहमद कासमी ने की। वहीं कार्यक्रम का संचालन मौलाना वलीउल्लाह और मौलाना मो सगीर ने किया। हाफिजे कुरान के दस्तारबंदी के मौके पर मुख्य अतिथि मौलाना मुफ्ती वसी अहमद कासमी ने कहा कि कुरान की तालीम जितने लोगों तक पहुंचेगी मुल्क में उतने ही अमन-चैन, आपसी प्यार, मोहब्बत और भाईचारगी का माहौल बनेगा।
कहा कि अगर जिंदगी और आखिरत में सफल होना चाहते हैं तो कुरान की रस्सी को मजबूती से पकड़ लो, क्योंकि हर जगह कुरान तुम्हारी रहनुमाई करेगा। तुम्हें दिग्भ्रमित होने से बचाएगा।मौलाना महफूर्रहमान ने कुरआन की महत्ता का जिक्र करते हुए कहा कि ये वह किताब है, जिसने क्रांति ला दी है। यह किताब इंसान को इंसान बनाती है और दिलों को जोड़ देती है।
कुरआन के संबंध में कहा कि सुनना, छूना और पढ़ना सभी के लिए सवाब का विषय है। उन्होंने कहा कि इस्लामिक मदरसों में एक ही पवित्र ग्रंथ पढ़ाया जाता है, इसलिए इन मदरसों की सेवा करना नैतिक और धार्मिक कर्तव्य है।
इस दौरान हाफिज मो ताजीर, मो नोमान, मो साहिल,नूर आलम,अब्दुर्रहमान, सादल्लाह, रहमत अली,मो मेराज, समीउर्रहमान आदि दस्तारबंदी हुई। इस मौके पर डॉ नूरुल हक,मदरसा के सेक्रेटरी हकीम शकील अहमद नदवी, सदर अलाउद्दीन अहमद, हाफिज मो जफर,प्रो रेयाज अहमद, जलालुद्दीन अहमद, नेयाज अहमद, डॉ समीर अहमद सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे।दुआओं के बाद देर रात जलसा संपन्न हो गया।
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