जिले के आंदर प्रखंड में आकांक्षी प्रखंड संपूर्णता अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित

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स्थानीय लोगों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना संपूर्णता अभियान का मुख्य उद्देश्य: बीडीओ

स्वास्थ्य सेवाओं और पोषण संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए बनाई गई ठोस रणनीति: एमओआईसी

श्रीनारद मीडिया, प्रसेनजीत चौरसिया,सीवान (बिहार)


संपूर्णता अभियान की प्रगति की समीक्षा करना और आगामी कार्य योजनाओं को तय करने के उद्देश्य से जिले के आंदर प्रखंड मुख्यालय के सभागार में आकांक्षी प्रखंड संपूर्णता अभियान की समीक्षा बैठक का आयोजन प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार कुणाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमितेश कुमार, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बीरेंद्र प्रसाद केसरी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी अजय कुमार, सीडीपीओ उषा सिंह, बीएचएम अरविंद कुमार, पीरामल स्वास्थ्य के कार्यक्रम प्रमुख आनंद सिन्हा और जीविका के प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक विश्वकर्मा कुमार सहित कई अन्य विभागों, स्थानीय अधिकारियो ने भाग लिया।

स्थानीय लोगों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना संपूर्णता अभियान का मुख्य उद्देश्य: बीडीओ

बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार कुणाल ने कहा कि संपूर्णता अभियान के विभिन्न पहलुओं और इसके बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता के साथ ही गुणवत्ता में भी बेहतर बनाना है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के जीवनस्तर में सुधार हो सके। वहीं स्वास्थ्य (एएनसी, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार), कृषि (स्वायल कार्ड), जीविका समूह से जुड़ी महिलाओ को स्वावलंबन और आत्म निर्भर बनाने के उद्देश्य से रिवॉल्विंग फंड) सहित शिक्षा, स्वच्छता, और बुनियादी ढांचा जैसे मुख्य बिंदुओं पर विशेष रूप से चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।

क्योंकि जुलाई, अगस्त और सितंबर महीने यानी 100 दिन कार्य कर इसको शत प्रतिशत पूरा करना था। लेकिन जुलाई महीने में स्वायत कार्ड शत प्रतिशत बनाया गया है। जबकि गर्भधारण के बाद यानी प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) 95 प्रतिशत, गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार वितरण के मामले में 89 प्रतिशत, 84 प्रतिशत जीविका समूह को रिवॉल्विंग फंड लक्ष्य की प्राप्ति की जा चुकी है।

वहीं एनसीडी कार्यक्रम के तहत 73 प्रतिशत मधुमेह और उच्च रक्तचाप का स्क्रीनिंग किया गया है। लेकिन सितंबर महीने में शत प्रतिशत पूरा करना है। संपूर्णता अभियान का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह एक तरह से स्थानीय लोगों की भागीदारी को प्रोत्साहित करता है। प्रखंड की समस्याओं और जरूरतों को समझने के लिए नियमित जनसुनवाई और चर्चा सत्र आयोजित किए जाते हैं।

इस प्रकार से स्थानीय लोगों की सलाह और सुझावों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाई जाती हैं, जिससे अभियान की प्रभावशीलता में वृद्धि होती है। यही कारण है कि संपूर्णता अभियान ने आकांक्षी प्रखंड के विकास में नई उम्मीदें और संभावनाएं जगा दी हैं। सरकारी प्रयासों और स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रखंड में सामाजिक और आर्थिक प्रगति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएं। यह अभियान न केवल प्रखंड की तस्वीर को बदलने का प्रयास कर रहा है, बल्कि स्थानीय लोगों के जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन लाने का लक्ष्य रखता है।

स्वास्थ्य सेवाओं और पोषण संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए बनाई गई ठोस रणनीति: एमओआईसी

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमितेश कुमार ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नई दवाओं और चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता में काफी सुधार हुआ है। इसके साथ ही टीकाकरण अभियान को भी गति दी गई है, जिससे ग्रामीण इलाकों में बीमारियों की दर में कमी आई है। विशेष रूप से एएनसी (एंटीनाटल केयर), मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गर्भवती महिलाओं के लिए पौष्टिक आहार को लेकर विशेष रूप से चर्चा की गई। बैठक का उद्देश्य प्रखंड में स्वास्थ्य सेवाओं और पोषण संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए ठोस रणनीतियां तय करना था।

एएनसी सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। गर्भवती महिलाओं के लिए नियमित जांच और उचित देखभाल को शत प्रतिशत सुनिश्चित करने के लिए विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है। इसके अंतर्गत, स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा नियमित एएनसी क्लीनिक स्थापित करने का निर्णय लिया गया, जिससे गर्भवती महिलाओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके।

मधुमेह और उच्च रक्तचाप से प्रभावित लोगों के लिए भी कई उपाय सुझाए गए। स्वास्थ्य केंद्रों पर नियमित जांच और निगरानी के लिए विशेष क्लीनिक स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ ही इन रोगों के प्रबंधन के लिए उपचार और सलाह प्रदान की जाएगी, ताकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिल सके। गर्भवती महिलाओं के लिए पौष्टिक आहार पर भी चर्चा की गई।

इस बात पर जोर दिया कि संतुलित आहार और उचित पोषण गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इसके लिए प्रखंड में विशेष पोषण अभियान चलाया जाएगा। प्रखंड में स्वास्थ्य सेवाओं और पोषण संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए ठोस योजनाएं बनाई गई हैं, जो कि स्थानीय निवासियों के जीवन स्तर में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

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