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पुण्यतिथि पर याद किए गए अंबेडकरी गार्जियन डा धर्मनाथ - श्रीनारद मीडिया

पुण्यतिथि पर याद किए गए अंबेडकरी गार्जियन डा धर्मनाथ

पुण्यतिथि पर याद किए गए अंबेडकरी गार्जियन डा धर्मनाथ

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श्रीनारद मीडिया, छपरा, बिहार :

छपरा. डा बीआर अंबेडकर परिगणित जाति कल्याण संघ के संस्थापक अध्यक्ष व अनुजाति/ जनजाति सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति के पूर्व सदस्य डा धर्मनाथ राम की प्रथम पुण्यतिथि अंबेडकर स्मारक पर बड़े ही धूमधाम से मनायी गईं. इस अवसर पर दिवंगत राम के कृतित्व एवम् व्यक्तित्व पर वृहत प्रकाश डाला गया. आगुंतक अतिथियों व परिवार के सदस्यों ने सर्वप्रथम स्व राम के विशाल तैल चित्र का अनावरण किया और उन्हें पुष्प अर्पित कर उन्हे नमन किया. सभी ने नम आंखों से उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा. वक्ताओं ने उनके सामाजिक अवदानो पर चर्चा की और उनके साथ बिताए पलों को साझा किया. उनके सहयोगी रहे राम लाल मांझी ने कहा कि हम आज असहाय महसूस कर रहे हैं.उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता. स्व राम को याद करते हुए वे कई बार भाव विभोर हुए और बताए कि उतना जोश खरोश विरले ही किसी में देखा जाता है, वो सचमुच अनोखे थे. अध्यक्ष अजीत मांझी ने कहा कि उनके कारवां को आगे बढ़ाने का कार्य जारी रहेगा. तो वही डी एन दत्ता ने कहा कि लंबा अनुभव रहा है कि कब कब उन्होंने सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों पर विमर्श कर उन्हे सुलझाने में सहभागिता निभाई है. अधिवक्ता व्यास मांझी ने कहा कि यह अविस्मरणीय पल है.उन्होंने स्व राम को सारण की धरती के लाल की संज्ञा दी. राम इकबाल बैठा ने कहा कि वो सही मायनो में महामानव थे. जन सेवा करने में उन्हें मजा आता था. वो समाज के लिए ही बने थे. प्रो बिरेंद्र चौधरी ने उन्हें महान शिक्षाविद और कई भाषाओं का जानकर बताया. डा मेराज आलम ने उन्हें आकर्षक व्यक्तित्व का धनी व्यक्ति बताया और कहा कि उनकी शक्सियत गजब की थी. उनमें एक साथ बचपन, जवानी और बुजुर्ग का समावेश था. बोलने की सलाहियत उन्हे औरों से अलग कर उन्हे महामानव बनाती है. उन्हे कहा कि सेवा भावना किसी को उनसे सीखने की जरूरत है. अशोक बैठा ने उनके बताए मार्ग पर चलने की बात कही. स्व राम के पुत्र चंद्रशेखर कुमार ने उनकी यादों को साझा किया व धन्यवाद ज्ञापन किया. इस अवसर पर स्व राम की सभी पुत्रियां नीलम देवी, पूनम देवी, सीमा देवी, शीला देवी, कल्याणी देवी, रेखा देवी, संगीता कुमारी, दामाद कुमार अवधेश प्रसाद, रामकृपाल बैठा, योगिंद्र बैठा, नाती शशि रंजन, राजीव रंजन,रोहित, मोहित, गणेषु, नातिनी मिस्टी, पोते अंश, पोती अनन्या कश्यप सहित संगठन से जुड़े शैलेंद्र राम, विनोद कुमार चौधरी, ध्रुव बैठा, कृष्ण राम, मोहन राम, महेश राम आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.

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