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#Amritpal Singh: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के चार साथी असम जेल ले जाए गए - श्रीनारद मीडिया

#Amritpal Singh: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के चार साथी असम जेल ले जाए गए

#Amritpal Singh: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के चार साथी असम जेल ले जाए गए

सोमवार दोपहर तक नेट बंद

श्रीनारद मीडिया‚ सेंट्रल डेस्कः

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खालिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। संगठन वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल की गिरफ्तारी को लेकर बड़ा ऑपरेशन चलाते हुए उसके 78 समर्थकों को गिरफ्तार किया है, जबकि अमृतपाल फरार हो गया। उसकी तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। एसएसपी जालंधर ग्रामीण स्वर्णदीप सिंह ने बताया कि अमृतपाल सिंह के काफिले में इस्तेमाल एक कार जब्त की गई और उसमें से एक कृपाण और .315 बोर का हथियार, 57 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। अमृतपाल ने इस्तेमाल के बाद कार छोड़ दी थी।

डिब्रूगढ़ जेल ले जाए गए चार साथी
वहीं सूत्रों के अनुसार, अमृतपाल के चार साथियों को पंजाब पुलिस असम के डिब्रूगढ़ ले गई है। इन्हें वहां की सेंट्रल जेल में रखा जाएगा। आईजी जेल के नेतृत्व में सभी आरोपियों को असम ले जाया गया। पुलिस ने अभी किसी का नाम उजागर नहीं किया है।

सोमवार दोपहर तक इंटरनेट बंद
माहौल बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर पंजाब में रविवार दोपहर तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी। अब इस प्रतिबंध को सोमवार दोपहर 12 बजे तक बढ़ा दिया गय है। पंजाब सरकार की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि जनता के हित में पंजाब के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं 20 मार्च दोपहर 12 बजे तक निलंबित की गई हैं।

 

 

पुलिस ने आरोपियों से एक .315 बोर की राइफल, सात 12 बोर की राइफल, एक रिवाल्वर और विभिन्न कैलिबर के 373 कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस ने संगठन से जुड़े कई अन्य लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इस बीच, पूरे पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
इसी बीच एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में अमृतपाल के पिता ने दावा किया है कि उनके बेटे को पुलिस ने रात को ही गिरफ्तार कर लिया था। अमृतसर, फाजिल्का, मोगा, बठिंडा और मुक्तसर समेत कई जिलों में धारा 144 लागू करने के साथ ही भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। हिमाचल और जम्मू-कश्मीर से लगती पंजाब की सीमा को सील कर दिया गया है।

वहीं, अमृतपाल पर कार्रवाई की खबरों के बाद उसके समर्थकों ने आनंदपुर साहिब में ऊना-चंडीगढ़ मार्ग, बरनाला-फरीदकोट हाईवे और मोहाली में एयरपोर्ट रोड पर जाम लगा दिया। अमृतपाल के पैतृक स्थान अमृतसर के गांव जल्लूपुर खेड़ा के पास सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है।

पुलिस ने देर रात बताया कि अमृतसर के अजनाला थाने पर हुए हमले के संबंध में 24 फरवरी को वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल और उसके साथियों के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया था। शनिवार दोपहर पुलिस ने जालंधर की शाहकोट-मलसियां रोड पर ऑपरेशन चलाया।
पुलिस ने मौके से संस्था के सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अमृतपाल सिंह मौके से अपने कुछ साथियों के साथ फरार हो गया। उसके पीछे पुलिस की करीब 60 गाड़ियां लगी। पुलिस को पीछे देखकर उसका ड्राइवर गाड़ी लिंक रोड की तरफ मोड़कर भगा ले गया। जालंधर और मोगा पुलिस उसके पीछे लग गई। कई किलोमीटर पीछा करने के बाद भी पुलिस उसे दबोच नहीं पाई।

भागते हुए का वीडियो वायरल
अमृतपाल का कार में बैठकर भागते हुए का एक वीडियो भी सामने आया। कार में उनके एक सहयोगी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पुलिसकर्मी ””भाई साब”” (अमृतपाल) के पीछे थे। एक अन्य समर्थक ने एक वीडियो साझा किया जिसमें वह दावा कर रहा था कि पुलिसकर्मी उसका पीछा कर रहे हैं।

अमृतपाल पर दर्ज हैं तीन मामले
अमृतपाल के खिलाफ तीन केस दर्ज हैं। इनमें से दो मामले अमृतसर जिले के अजनाला थाने में हैं। अपने एक करीबी लवप्रीत सिंह की गिरफ्तारी से नाराज होकर अमृतपाल ने 23 फरवरी को समर्थकों के साथ अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इस केस में उस पर कार्रवाई नहीं होने के चलते पंजाब पुलिस की काफी आलोचना हो रही थी। अमृतपाल सिंह पर आरोप था कि वह श्री गुरु ग्रंथ साहब की आड़ लेकर थाने पहुंचा था और भीड़ को हमले के लिए उकसाया। इस हमले में एसपी समेत छह पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे। इसके अलावा उस पर भड़काऊ भाषण देने का केस भी दर्ज है।

पुलिस ने रात को ही कर ली थी ऑपरेशन की तैयारी
अमृतपाल सिंह ने शनिवार को जालंधर के शाहकोट-मलसियां इलाके और बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में कार्यक्रम रखे थे। शाहकोट-मलसियां में उसके कार्यक्रम के लिए समर्थक सुबह से जुटने लगे थे। पुलिस ने शुक्रवार रात को ही सारी तैयार कर ली थी। अमृतपाल सिंह व उसके समर्थकों पर बड़ी कार्रवाई करने के लिए पुलिस ने जालंधर के देहात इलाके के महितपुर को चुना, जहां से अमृतपाल सिंह का काफिला निकलना था। पूरे आपरेशन को अंजाम देने के लिए जालंधर देहात के एसएसपी स्वर्णदीप सिंह व मोगा के एसएसपी जे इलेनचेलियन को कमान सौंपी गई थी।
पिता का दावा- सुरक्षा एजेंसियों ने कहा, बेटे को सरेंडर करने के लिए कहें
अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने शनिवार शाम मीडिया से बातचीत में दावा किया पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के लोग उनके घर आए थे। इस दौरान सुरक्षा एजेंसियों के सदस्यों ने उन्हें कहा कि वह अपने बेटे को सरेंडर करने के लिए कहें। इसके अलावा उन्हें कुछ नहीं कहा गया है। दूसरी तरफ सुरक्षा एजेंसियों ने अमृतपाल के पैतृक गांव में डेरा डाला हुआ है। साथ ही हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

पुलिस की शांति-सदभाव बनाए रखने की अपील
इस बीच, पंजाब पुलिस ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए कहा है। पंजाब पुलिस कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर रही है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे घबराएं नहीं। फर्जी खबरें या नफरत फैलाने वाले भाषण न फैलाएं।
अमृतपाल का फाइनेंसर कलसी भी गिरफ्तार
पुलिस ने देर रात अमृतपाल सिंह के फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया है। जबकि उसका चाचा हरजीत सिंह, ड्राइवर हरप्रीत, गुरु औजला, तूफान और पफ्लप्रीत सिंह अभी फरार हैं।

अमृतपाल की गाड़ियां पुलिस ने जब्त कीं
देर रात जालंधर सीपी कुलदीप चहल ने बताया कि अमृतपाल की दोनों गाड़ियां जब्त करने के साथ उसके सभी गनर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। गनर के शस्त्र लाइसेंसों की जांच चल रही है।

रविवार को निकलना था खालसा वाहिर
पुलिस की कार्रवाई से मुक्तसर जिले से अमृतपाल सिंह खालसा वाहिर एक धार्मिक जुलूस की शुरुआत से एक दिन पहले हुई। इसमें भारी संख्या में संगत जुटनी थी।

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