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बिहार में विधानसभा स्पीकर की दो टूक,नहीं दूँगा इस्तीफा,क्यों? - श्रीनारद मीडिया

बिहार में विधानसभा स्पीकर की दो टूक,नहीं दूँगा इस्तीफा,क्यों?

बिहार में विधानसभा स्पीकर की दो टूक,नहीं दूँगा इस्तीफा,क्यों?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार की जारी सियासी हलचल के बीच बिहार विधानसभा के स्पीकर अवध बिहार चौधरी ने अविश्वास प्रस्ताव पर अपना रूख स्पष्ट कर दिया. उन्होंने कहा कि इस्तीफा नहीं देंगे. स्पीकर ने आगे कहा कि मुझे अविश्वास प्रस्ताव की आज ही जानकारी मिली है. विधानसभा प्रकिया कार्य संचालन नियमावली है. सभी काम उसके अनरूप ही होगा.

क्या है नियमावली

नियमावली के अनुसार स्पीकर पर अगर सदस्य अविश्वास प्रस्ताव का संकल्प दे देते हैं तो 14 दिन या 14 वां दिन तक विधानसभा अध्यक्ष उस पद पर बने रहेंगे. इस पर जिस दिन तक सदन में मतदान नहीं हो जाता है तब तक वे रहेंगे. अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो नियम प्रक्रिया है और जो कानून है मैं उसके अनुरूप ही कार्यवाही करूंगा. बीजेपी के आरोपों पर उन्होंने कहा कि मैं नियमों को मानने वाला व्यक्ति हूं . नियमानुसार चल रहा हूं. और नियमानुसार ही कार्यवाही कर रहा हूं.

विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने सरकार को निर्देश दिया है कि 12 फरवरी से प्रारंभ हो रहे विधानसभा के सत्र के दौरान विधायकों के प्रश्नों के शत प्रतिशत उत्तर समय पर उपलब्ध कराए। वे बुधवार को सत्र की तैयारी से जुड़ी उच्च स्तरीय बैठक को संबाेधित कर रहे थे।

अवध बिहारी ने कहा कि बजट-सत्र काफी महत्वपूर्ण होगा। इसमें 11 कार्य दिवस होंगे। निर्धारित अवधि में प्रश्न, ध्यानाकर्षण, निवेदन, याचिका तथा अन्य महत्वपूर्ण विधायी कार्य संपन्न होंगे। विधान सभा बिहार की करोड़ों जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है।

जितना सार्थक विमर्श होगा…

विस अध्यक्ष ने कहा कि सदन में जितना सार्थक विमर्श होगा, जनता का जीवन सरल, सुगम और सुखी बनाने में विधायिका उतना ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेगी। इससे सदन की गरिमा भी बढ़ेगी और बिहार विकास के पथ पर आगे भी बढ़ सकेगा।

श्रवण कुमार ने दिया पूर्ण सहयोग का आश्वासन

सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक एवं मंत्री श्रवण कुमार ने आश्वस्त किया कि सरकार सदन चलाने में पूर्ण सहयोग करेगी। अध्यक्ष ने उपस्थित पदाधिकारियों को सुरक्षा, ट्रैफिक व्यवस्था, चिकित्सा, सफाई, पार्किंग सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर लेने का निर्देश दिया।

मुख्य सचिव आमीर सुबहानी एवं पुलिस महानिदेशक आरएस भट्टी ने आश्वस्त किया कि सत्र के दौरान सभी पदाधिकारी एवं दंडाधिकारी सजग और मुस्तैद होकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे।

बैठक में ये पदाधिकारी रहे मौजूद

बैठक में विधान सभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी, संसदीय कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, गृह सचिव प्रणव कुमार, सूचना एवं जनसंपर्क निदेशक अमित कुमार, पटना के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा, नगर आयुक्त अनिमेष पराशर, विधानसभा के सचिव राज कुमार एवं विधान परिषद के सचिव अखिलेश कुमार झा उपस्थित थे।

विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा है कि भाजपा या किसी अन्य दल की मांग पर वह अध्यक्ष पद नहीं छोड़ने जा रहे हैं। सत्तारूढ़ दल के सदस्यों ने उनके विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है। इस पर विधि सम्मत कार्रवाई होगी।

पत्रकारों से बातचीत के दौरान चौधरी ने कहा कि वह महज नोटिस के आधार पर पद नहीं छोड़ेने जा रहे हैं। भाजपा की ओर से त्याग पत्र देने की मांग पर चौधरी ने तीन बार प्रति प्रश्न किया- क्यों? क्यों? क्यों? अध्यक्ष ने कहा कि वे विधानसभा की कार्य संचालन नियमावली से बंधे हुए हैं। नियमावली के निर्देशों के अनुसार काम करेंगे।

‘विधायकों के मत से तय होगा…’

उन्होंने कहा कि नियमावली के अनुसार नोटिस देने के 14 दिन बाद उस पर विधानसभा में विचार होगा। विधायकों के मत से तय होगा कि हम पद पर रहेंगे या नहीं। किसी के मांगने पर त्याग पत्र नहीं देंगे। यह त्याग पत्र मांगने वालों का काम हो सकता है।

‘मैं तो नियम कानून से ही चलूंगा…’

मैं तो नियम कानून से ही चलूंगा। क्या आपको अपने पक्ष में बहुमत का विश्वास है? चौधरी ने कहा- यह विधायकों पर निर्भर है। उन्होंने बताया कि 12 फरवरी को जब विधानसभा की कार्यवाही प्रारंभ होगी, वे अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठेंगे।

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