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उस समय रमाकांत बाबा अपने घर पर भाजपा का झंडा लगाते थे-कमलेश्वर दुबे. - श्रीनारद मीडिया

उस समय रमाकांत बाबा अपने घर पर भाजपा का झंडा लगाते थे-कमलेश्वर दुबे.

उस समय रमाकांत बाबा अपने घर पर भाजपा का झंडा लगाते थे-कमलेश्वर दुबे.

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

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जब सीवान में राजद के दिवंगत नेता का वर्चस्व था, तब किसी भी पार्टी का झंडा सीवान में नहीं लगाया जाता था. उस समय रमाकांत पाठक अपने घर पर भाजपा का झंडा लगाते थे. क्षेत्र में उन्हें  एक मजबूत नेता माना जाता था.

पूर्व विधायक आशा पाठक के पति व भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामाकांत पाठक की कोरोना से मौत हो गई। उनकी मौत से भाजपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई। वह भाजपा  के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। सन 2002 से 2005 तक बीजेपी के जिलाध्यक्ष थे। उनकी पहचान एक हिंदूवादी नेता के रूप में पूरे जिले में थी। अपनी बेबाक बातों से भी वह काफी लोकप्रिय थे।

जीरादेई दक्षिणी मंडल के अध्यक्ष कमलेश्वर दुबे ने बताया की रमाकांत बाबा की पहचान जिले में एक जुझारू राष्ट्रवादी नेता के रूप में थी। वे जीवनपर्यंत अन्याय के खिलाफ लड़ते रहे पर कभी न तो हार मानी और न ही समझौता किया।विदित हो कि इसी वर्ष उनके बड़े पुत्र की मौत हो गई। जबकि उनके एक पुत्र की अपराधियों ने हत्या कर दी थी। अपने पूरे जीवन में संघर्ष करते हुए आज उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार जिले के सिसवन घाट पर उनके परिजनों एवं भाजपा के जिला इकाई के सदस्यों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।

जदयू सांसद कविता सिंह ने उनकी मौत पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले श्री पाठक ने अपने राजनैतिक जीवन में खुद को काफी संयमित रखा और पार्टी तथा कार्यकर्ताओं के लिए अपना सर्वस्व त्याग किया। पूर्व सांसद ओम प्रकाश यादव ने उनके निधन पर कहा कि  भाजपा ने अपना एक हिंदूवादी नेता खो दिया है। भाजपा जिलाध्यक्ष संजय पांडेय ने कहा कि रामाकांत पाठक के निधन से पार्टी को अपूर्णनीय क्षति हुई है।

सीवान भाजपा के पूर्व अध्यक्ष प्रो.अभिमन्यु कुमार सिंह ने बताया कि रमाकांत बाबा उस दौर में भाजपा के लिए काम किए और लोगों के अंदर एक विश्वास पैदा किया की पार्टी आप लोगों के लिए काम करेगी. जिले के पूर्व महामंत्री अनुरंजन मिश्रा ने कहा कि रामाकांत बाबा हमेशा निर्भय होकर काम करते थे और उस दौर में भाजपा के लिए किए गए कार्यों में उनका नाम हमेशा लिया जाएगा.

नौतन के पूर्व मंडल अध्यक्ष बैधनाथ मिश्रा ने बताया कि उस दौर में भाजपा के लिए काम करने वाले कुछ विरले ही लोग थे जो जीरादेई और नगर क्षेत्र में रहकर काम किया करते थे उसमें रामाकांत बाबा का नाम सबसे ऊपर था वह भाजपा के निर्माण के लिए जिस विकट परिस्थितियों में काम किया वह हमेशा याद किया जाएगा, भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता उनके कार्य के लिए आजीवन ऋणी रहेगा.जिले के पूर्व सदस्यता प्रभारी राजीव रंजन पांडे ने बताया कि रामाकांत बाबा के असमय निधन से मैं बिल्कुल निशब्द हूं बाबा ने जो उस दौर में पार्टी के लिए कार्य किया वह हम जैसे कार्यकर्ताओं के लिए भी सदैव प्रेरणा स्रोत रहा.

वहीं महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने रामाकांत पाठक के असामयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सांसद ने बताया कि रामाकांत पाठक पार्टी के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वाले समर्पित कार्यकर्ता थे। वैसे कार्यकर्ता किसी पार्टी में विरले मिलेंगे। सीवान में जब अपराध का बोलबाला था। दूसरे पार्टी के कार्यकर्ता सीवान में प्रवेश करने या झंडा उठाने की हिम्मत नहीं जुटाते थे। उस विकट परिस्थिति में पार्टी का झंडा बुलंद किया था। भाजपा जिलाध्यक्ष रहते उन्होंने पार्टी के लिए निर्भिक होकर काम किया। पार्टी की सेवा में पुत्र का बलिदान भी उन्हें नहीं डिगा सका। वे पार्टी के महान कार्यकर्ता थे। उनके निधन से पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुई है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। साथ ही परिजनों को इस दुख की घड़ी में सहन शक्ति प्रदान करें।

बता दें कि जब सीवान में राजद के दिवंगत नेता का वर्चस्व था, तब किसी भी पार्टी का झण्डा सीवान में नहीं लगाया जाता था.  स्थानीय लोगों का कहना है कि इसी बात से नाराज होकर 17 मार्च, 2002 की शाम  पूर्व विधायक आशा पाठक के बेटे संतोष पाठक उर्फ़ सोनू और नौकर अनिल यादव की हत्या कर दी गई थी.

पूर्व जिलाध्यक्ष के निधन पर विधायक देवेश कांत सिंह, दरौंदा विधायक कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह, जिला उपाध्यक्ष राहुल तिवारी, अनुराधा गुप्ता, जिला महामंत्री प्रदीप कुमार रोज, राजेश श्रीवास्तव, हरेंद्र सिंह कुशवाहा ,जिला मंत्री धनंजय सिंह,अवधेश पांडे,शशिकांत सिंह ,सौरभ शेखर,ललन सिंह, सरोज सिंह राणा, जोगिंदर सिंह, माधुरी दिवेदी, सुरेंद्र प्रसाद, ललन राम, अशोक दुबे, अजय कुमार वर्मा, चंद्रिका राम, शकुंतला देवी, देवेंद्र गुप्ता, अभिमनु कुमार सोनी, डॉक्टर अनिल कुमार गिरी, सुनील कुमार चंदेल, उमा शंकर साह, उमेश कुमार तिवारी, राम नारायण सिंह, राजबली माझी, सतनारायण सिंह, हरेंद्र सिंह, इंदु देवी, प्रमोद कुमार पाठक, बृजेश्वर शर्मा, सुभाष चंद्र सिंह, विंध्याचल राय, विनय कुमार साहू,अवधेश कुमार श्रीवास्तव, दिलीप प्रसाद गुप्ता, विजय कुमार पाठक ,कौशलेंद्र शाही, रघुवर सिंह, रामनाथ प्रसाद, हरि मोहन सिं,ह शशि भूषण सिंह, मोहन जी पद्माकर, रतनेश चंद्र सिंह, अक्षयवर प्रसाद ने शोक जताया है।

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