भरथुई गढ़ हथुआराज के लिए मंदिर है –  महाराजा

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देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद के घर से पारिवारिक सम्बन्ध था ।
महाराजा बहादुर को बुद्ध की प्रतिमा भेंट की गई ।

श्रीनारद मीडिया, जीरादेई, सीवान (बिहार):


सीवान जिले के जीरादेई प्रखंड क्षेत्र के तीतिरा गांव एवं भरथुई गढ़ में शुक्रवार को हथुआ राज के महाराजा के वंशज बहादुर मृगेन्द्र प्रताप साही का भव्य स्वागत किया गया । महाराजा बहादुर ने कहा कि भरथुई गढ़ का इतिहास क्षेत्रीय नहीं है बल्कि राष्ट्रस्तरीय है ।उन्होंने बताया कि इस गढ़ से हमारे राज घराने का आत्मीय लगाव है इसी गढ़ के वीर योद्धा बाबू धज्जु सिंह ने हथुआ राज की स्थापना की तथा प्रथम राजा क्षत्रधारी साही के अविभावक के रूप में शासन में भागीदारी किये ।

महाराजा बहादुर ने बताया कि धज्जु बाबू 1764 में अवध के नबाब के लड़ाई कर हुस्से पुर राज की रक्षा किये तथा 1791 में हथुआ राज की स्थापना महत्वपूर्ण योगदान किये ।उन्होंने बताया कि भरथुई गढ़ के मिट्टी को नमन कर धन्य हो गया क्योंकि हथुआ राज की महारानी इस गढ़ पर अनेक वर्षों रही तथा राजा महेश साही का शादी इसी गढ़ से सम्पन्न हुआ था ।

महाराजा बहादुर ने बताया कि देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद से तथा उनके पूर्वज से पारिवारिक लगाव था ।उन्होंने बताया कि देशरत्न के पूर्वज चौधुर लाल जी हमारे राज के पटवारी थे तथा राजेन्द्र बाबू छात्र जीवन से लेकर राष्ट्रपति तक हमारे परिवार से जुड़े रहे । महाराजा बहादुर ने कहा कि तीतिरा का संबंध भगवान बुद्ध के जीवन काल से है तथा यहाँ प्राचीन नदी हिरण्यवती के जिसका उल्लेख बौद्ध साहित्य में है ।उन्होंने बताया कि हमारे पूर्वज मल्ल जाति से आते थे जो भगवान बुद्ध के परम अनुयायी थे । शोधार्थी कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि ऐतिहासिक ,राजनीतिक ,धार्मिक ,सामाजिक ,खेल एवं पुरातात्विक दृष्टिकोण से जीरादेई क्षेत्र का क्षेत्रीय इतिहास देश के राष्ट्रीय इतिहास में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाता है ।

श्री सिंह ने कहा कि तीतिरा स्तूप की विगत वर्ष परीक्षण उत्खनन ने इस क्षेत्र के प्राचीनता की वैज्ञानिक पुष्टि कर दी है तथा दर्जनों इतिहासकारों ,पुरातत्वेत्ताओं ने इस क्षेत्र के इतिहास को राष्ट्रीय पन्ने में जगह दिया है ।उन्होंने महाराज बहादुर का स्वागत करते हुए भगवान बुद्ध की प्रतिमा सप्रेम भेंट की ।इस मौके पूर्व मुखिया रामेश्वर सिंह , हथुआ राज के प्रबंधक एसपी सिंह , राजेश सिंह , संजय सिंह ,रामप्रवेश सिंह,अवध किशोर राय , अनिल राय,अतुल शाही,अंकुर कुमार सिंह , गोलू सिंह ,बीडीसी मृत्युंजय सिंह , राजनारायण सिंह ,गिरीश सिंह , अनिल राय ,केदार राय, शानू राय ,राज किशोर सिंह,ओमप्रकाश सिंह, विकास सिंह, रंजीत सिंह,संजीव सिंह, पूर्व मुखिया बलिंद्र सिंहआदि उपस्थित थे ।

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