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सरकारी दफ्तरों में निजी कर्मचारियों के सहारे चल रहा बड़ा खेल - श्रीनारद मीडिया

सरकारी दफ्तरों में निजी कर्मचारियों के सहारे चल रहा बड़ा खेल

सरकारी दफ्तरों में निजी कर्मचारियों के सहारे चल रहा बड़ा खेल

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दस्तावेजों की गोपनीयता पर भी सवाल

श्रीनारद मीडिया, यूपी डेस्‍क:

 

सुल्तानपुर- बल्दीराय तहसील के सरकारी दफ्तर में बड़ी संख्या में निजी लोगों द्वारा कार्य किया जा रहा है। इससे सरकारी रिकॉर्ड की गोपनीयता भंग होने का खतरा बढ़ गया है। इस व्यवस्था से कोई भी सरकारी कार्यालय अछूता नहीं है, लेकिन यह रोग सबसे ज्यादा बल्दीराय तहसील में कार्यरत एसडीएम, तहसीलदार,नायब तहसीलदार व सब रजिस्ट्रार के दफ्तरों में है। बाहर से अपने काम की बाबत आने वाले लोगों को ऐसा लगता है कि पटल पर बैठा व्यक्ति भी सरकारी कर्मचारी है। वह सरकारी कर्मचारी नहीं है, इसलिए उनके नियोक्ता सौदेबाजी कर वसूली भी करते हैं। सरकारी दफ्तरों में अवैध वसूली का कार्य जोरों पर चलता है। बल्दीराय तहसील के सब रजिस्ट्रार के दफ्तरों में कार्यरत क्लर्क अपने काम को आसान बनाने के लिए निजी क्लर्क भर्ती कर काम चला रहे हैं।तहसील में काम का बोझ ज्यादा है।

 

सरकारी कर्मचारी जैसे एसडीएम,तहसीलदार व नायब तहसीलदार के पेशकार निजी कर्मचारियों को टूल के रूप में इस्तेमाल करते हैं। वे निजी कर्मचारी बेधड़क अवैध वसूली करते हैं। इस अवैध वसूली का एक अंश उन्हें वेतन के नाम पर मिलता है। लगभग 8 वर्षों से सरकारी कार्यालयों में यह प्रथा चली आ रही है। सरकारी दफ्तर में बाबू तहसील इस प्रकार खूब मोटी कमाई करते हैं। इस काम की अनेक बार शिकायत भी संबंधित अधिकारी से की जाती है। मगर, इस दोहरी व्यवस्था पर आज तक अंकुश नहीं लगा है।इन निजी कर्मचारी गुप्त जानकारी लीक और फाइलों को गायब कर मोटा मुनाफा कमाने का आरोप हैं।सरकारी काम अधिक होने के कारण ऐसे में सुचारू रूप से कार्य के लिए निजी प्राइवेट कर्मियों का रखा जाना मजबूरी है।

 

सरकारी कार्य के दबाव की वजह से रखे जाने वाले निजी कर्मचारी सरकारी पटल पर काम करते रहने के दौरान कुछ फाइलों के फोटो स्टेट कराकर रख लेते हैं। आशंका यह भी रहती है कि ये बाहरी व्यक्ति को गुप्त जानकारी पहुंचाने का काम कर अलग से मोटा मुनाफा कमाते हैं। इससे राज्य के कार्य की गोपनीयता भंग होने का खतरा बढ़ जाता है।प्राइवेट कर्मी बृजकिशोर वर्मा,रोहित,चपरासी राकेश दुबे और अस्थाई संग्रह धावक रमेश कुमार को एसडीएम ऑफिस और कोर्ट में सरकारी कार्य करते देखा जा सकता है।

 

प्राइवेट कर्मी जगराम यादव,अशर्फीलाल यादव और पिंटू उर्फ बृजेश सिंह नायब तहसीलदार के ऑफिस में कार्य करते देखा जा सकता है।प्राइवेट कर्मी दीपक गुप्ता और प्राइवेट कर्मी अंकित शुक्ला को तहसीलदार के ऑफिस में कार्य करते हुए देखा जा सकता है।

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