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BPSC PT के परिणाम ने चौंकाया,कैसे ? - श्रीनारद मीडिया

BPSC PT के परिणाम ने चौंकाया,कैसे ?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

 बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग BPSC 68 वीं पीटी के परिणाम ने सभी कौ चौंकाया है। इस बार कटऑफ काफी कम गया है। पहले की तुलना में 20-25 अंक कम हो गया है। इसलिए आने वाले समय में तैयारी करने वाले प्रतिभागियों को पढ़ने के पैटर्न में बदलाव करने की सख्त जरूरत है।

 यूपीएससी और बीपीएससी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले कहते हैं कि अब कोई दूसरा रास्ता नहीं है टेक्स्ट बुक पढ़ना ही होगा। पीटी के लिए भी और मेंस के लिए भी। टेक्स्ट बुक पढ़ने के बाद ही किसी गाइड का सहारा लें तभी बेहतर होगा। सिर्फ गाइड का सहारा जिन अभ्यर्थियों ने लिया उनके लिए इस बार का पीटी दुखद साबित हुआ है।

ये बदलाव रहे

वे कहते हैं कि पहले का पैटर्न था कि दारोगा या एसएससी परीक्षाओं के लिए पीटी का प्रश्न और बीपीएससी पीटी का प्रश्न लगभग एक तरह का होता था! नतीजा यह होता था कि कई बार बीपीएससी मेंस की अच्छी तैयारी करने वाले अभ्यर्थी पीटी में फेल हो जाते थे।

हद यह कि यूपीएससी पीटी और मेंस की अच्छी तैयारी करने वाले भी बीपीएससी पीटी में कई बार फेल हो जाते थे। पहले इसमें डायरेक्ट सवाल ज्यादा होते थे। अब कॉन्सेप्ट आधारित प्रश्न ज्यादा पूछे गए हैं। स्थितियां बदल गई हैं। इस बार के बीपीएससी पीटी के परीक्षा पैटर्न ने यह जाहिर कर दिया है। अब बीपीएससी की ठीक से तैयारी करनेवाले यूपीएससी भी निकाल सकते हैं।

किस कारण से बीपीएससी पीटी में कटऑफ कम गया? 

1. इस बार पहली बार निगेटिव मार्किंग के साथ पीटी लिया गया। स्टूडेंट में असमंजस बना रहा कि वे ऐसे सवालों को बनाएं कि नहीं जिसे वे परफैक्ट नहीं जानते हैं!

2. D और E ऑप्शन करने के बाद स्टूडेंट्स को सही गाइडेंस नहीं मिला, और बहुतों ने कई प्रश्नों को छोड़ दिया।

3. तीन ऑप्शन में ज्यादातर ने सोचा कि ई ऑप्शन उत्तर नहीं होगा, जबकि 12-13 प्रश्नों के उत्तर ई ऑप्शन में थे।

4. A, B और C ऑप्शन में क्लोज ऑप्शन आयोग ने दिया। इससे भी दिक्कत हुई।

5. बीपीएससी, यूपीएससी पैटर्न पर जाने की पूरी कोशिश कर रहा है। यानी कॉन्सेप्ट पर फोकस है।

एक अफसर को चेंज सिचुएशन के लिए तैयार रहना चाहिए

क्या इस तरह से परीक्षा लेने से मेधा की जांच पहले से बेहतर हो सकती है? इस सवाल के जवाब में अरुण कुमार कहते हैं कि एक अफसर को चेंज सिचुएशन के लिए तैयार रहना चाहिए। इसकी जांच बीपीएससी ने की है। इस लिहाज से रिजल्ट को अच्छा मानना चाहिए। अब अभ्यर्थी को पूरा सिलेबस पढ़ना होगा। गाइड रीविजन के लिए ही पढ़ना होगा। इकोनॉमिक सर्वे पढ़ना ही होगा। बिहार आर्थिक सर्वे और भारत आर्थिक सर्वे दोनों पढ़ना होगा।

जिन्होंने रिस्क लेकर सभी प्रश्न बनाए उनका पीटी हो गया-

यूपीएससी-बीपीएससी की तैयारी कराने वाले बताते हैं कि बीपीएससी पीटी में कम कटऑफ इस बात का संकेत है कि बीपीएससी ने पहली बार ज्यादातर प्रश्न एनसीईआरटी और टेक्स्ट बुक से पूछा। इससे पहले काफी आसान प्रश्न पूछे जाते थे, और सीधे- सीधे पूछे जाते थे। इस बार कॉन्सेप्ट आधारित ज्यादा सवाल थे। जो अभ्यर्थी मेंस और पीटी दोनों की तैयारी कर रहे थे वे पीटी में सफल हुए। पहली बार निगेटिव मार्किंग था इसलिए 80 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने रिस्क नहीं लिया। लेकिन जिन्होंने रिस्क लेकर सभी प्रश्न बनाए उनका पीटी हो गया।

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