26 दिनों तक चले ईलाज के बावजूद भी नही बच पाया घायल बिजली मिस्त्री बबन पटेल

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ग्रामीण चंदा इकट्ठा कर पटना के अपोलो हॉस्पिटल में करवा रहे थे ईलाज

श्रीनारद मीडिया, प्रसेनजीत चौरसिया, सीवान (बिहार)

सीवान जिले के रघुनाथपुर के सैदपुरा गांव निवासी घायल बिजली मिस्त्री बबन पटेल को पटना में 26 दिनों तक चले ईलाज के बावजूद भी नही बचाया जा सका.शुक्रवार के सुबह 10 बजे के करीब पटना के आपोलो हॉस्पिटल में बबन ने अंतिम सांसे ली।

 

मालूम हो कि बीते माह के 20 अगस्त को बबन पटेल (जो रघुनाथपुर सबस्टेशन में प्राइवेट रूप से मानव बल के रूप में काम करता था) अपने सहयोगी रामु कुमार के द्वारा सबस्टेशन से शट डाउन लेकर चकरी पंचायत के जयजोरी गांव के एक ट्रांसफार्मर पर 11 केवीए के फॉल्ट को दूर करने के लिए चढ़ा थाा।

तभी अचानक से उस रुट में बिजली की सप्लाई दे दी गई जिससे काम कर रहे बबन बिजली के तेज झटके से बुरी तरह झुलस कर जमीन पर गिर गया था.आंदर,सीवान के बाद पटना पीएमसीएच में हाथ पैर कटने के बाद आपोलो हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था।

ग्रामीणों/साथियों द्वारा चंदा इकट्ठा कर घायल बबन का पटना में ईलाज चल रहा था.लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था।
इधर मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोलाहल मच गया । मृतक बबन की मां छठी देवी , पत्नि मीनता देवी और अन्य परिवार के सदस्यों को रोते रोते बुरा हाल हो गया । मृतक के पिता कृपासागर पटेल ने बताया कि बबन के दो छोटे-छोटे बच्चों का परवरिश अब कैसे होगा। खबर लिखे जाने तक मृतक का शव गांव नही आया था।

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