मशहूर अभिनेत्री कंगना बोलीं- 1947 में मिली आजादी भीख थी, बयान पर भड़के पूर्व मुख्यमंत्री मांझी

मशहूर अभिनेत्री कंगना बोलीं- 1947 में मिली आजादी भीख थी, बयान पर भड़के पूर्व मुख्यमंत्री मांझी

श्रीनारद मीडिया,रोहित मिश्रा,सेंट्रल डेस्क

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

बालीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट अपने बयानों की वजह से अक्सर सुर्खियों में बनी रहती हैं। एक बार से कंगना ने विवादित बयान दिया है जिसके बाद लगातार कंगना रनोट का विरोध हो रहा है। कंगना रनोट ने एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान यह कहा है कि अगर आजादी भीख में मिले, तो क्या हो आजादी हो सकती है। कंगना ने आगे कहा कि 1947 में जो आजादी मिली थी वो भीख थी, असली आजादी 2014 में मिली है। कंगना के इस विवादित बयान के बाद बिहार में भी सियासत शुरू हो गई है। हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कंगना पर निशाना साधा है।

फिल्म अदाकारा कंगना रनोट के इस बयाने के बाद हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर कड़ा विरोध जताया है। कंगना रनोट को हाल ही में पद्म श्री सम्मान दिया गया है। मांझी ने राष्ट्रपति से मांग की है कि कंगना से ये सम्मान वापस ले लेना चाहिए। उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो दुनिया समझेगी कि गांधी,नेहरू,भगत सिंह,पटेल,कलाम,मुखर्जी,सावरकर सब के सब ने भीख मांगी तो आजादी मिली। मांझी ने आगे लिखा है कि ऐसी कंगना पर लानत है।

jagran josh

मांझी के इस ट्वीट के बाद डीके यादव नाम के यूजर ने लिखा की कंगना से पद्म श्री का अवार्ड वापस ले लेना चाहिए। फिल्म एक्ट्रेस को यह भी नहीं पता कि जिस सम्मान से उन्हें सम्मानित किया गया है, उसकी शुरुआत  1954 में हुई थी ना की 2014 में। ये गलत हो रहा है। वहीं विकास कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि सत्ता लोभी लोग जब तक रहेंगे तब तक ऐसी ही देश का अपमान होता रहेगा।

फिल्म एक्ट्रेस कंगना रनोट ने एक टीवी शो में कहा कि नेता सुभाषचंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और सावरकर की बात करुं तो ये लोग जानते थे खून बहेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि ये भी याद रहे कि हिन्दुस्तानी हिन्दुस्तान के लोगों का खून न बहाए। उन्होंने यकीनन आजादी की कीमत चुकाई। पर वो आजादी नही थी, वो भीख थी। कंगना ने आगे कहा कि जो 2014 में आजादी मिली है।

Leave a Reply

error: Content is protected !!