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सुहाग की लंबी आयु के  लिए महिलाओं ने सोमवती अमावस्‍या को किया पीपल पेड़ की पूजा - श्रीनारद मीडिया

सुहाग की लंबी आयु के  लिए महिलाओं ने सोमवती अमावस्‍या को किया पीपल पेड़ की पूजा

सुहाग की लंबी आयु के  लिए महिलाओं ने सोमवती अमावस्‍या को किया पीपल पेड़ की पूजा

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श्रीनारद मीडिया, उतम पाठक, दारौंदा सीवान (बिहार):

सिवान जिले के दारौंदा प्रखण्ड के पंचायतों में महिलाओं ने सोमवती अमावस्या पर पीपल के पेड़ की विधि पूर्वक पूजन कर लाल और पीले रंग के पवित्र धागे लपेटकर कर 108 परिक्रमा की।
पुराणों में वर्णित हैं कि सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते है। विशेषकर सोमवार को शिवजी का दिन माना जाता है। इसलिए सोमवती अमावस्या के दिन सुहागिन महिलाएं पूरा दिन उपवास रहकर भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजन अर्चन करती हैं और अपने सामर्थ्य के अनुसर फल,मिठाई और सुहाग की सामग्री चढ़ाकर सोमवती अमावस्या की कथा सुनती हैं। जिससे महिलाओं को अखंड सौभाग्य, पति की लंबी उम्र और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति का पुण्यदायी फल प्राप्त होता है।

ऐसा माना गया है कि पीपल के मूल में भगवान विष्णु, तने में शिवजी तथा अग्रभाग में ब्रह्मा जी का निवास होता है ।इस दिन पीपल की पूजन से सौभाग्य की वृद्धि होती है। सोमवती अमावस्या के दिन पीपल की परिक्रमा करने का विधान है तथा ब्राह्मण को फल,द्रव्य वस्त्र दान देना चाहिए ।

 

जिस जातक की कुण्डली में चन्द्रमा कमजोर हो उसे सफेद वस्तु दान करना चाहिए।जिससे कष्ट का निवारण होता है।
सोमवती अमावस्या की पौराणिक कथा पढ़ने और सुनने से सुहागिन महिलाओं की अखण्ड सौभाग्य में वृद्धि होती हैं तथा सभी कष्टों का निवारण होता है।

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