Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
ईश्वर ही शाश्वत है और संसार नश्वर-गोविंद दास जी - श्रीनारद मीडिया

ईश्वर ही शाश्वत है और संसार नश्वर-गोविंद दास जी

ईश्वर ही शाश्वत है और संसार नश्वर-गोविंद दास जी

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):

सीवान जिला के बड़हरिया प्रखंड के रानीपुर गांव के राधा कृष्ण- हनुमान मंदिर के परिवार में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महायज्ञ के चौथे दिन कथा व्यास ने गोविंद दास जी महाराज ने भगवान कृष्ण के जन्म एवं लीलाओं की कथा सुनाकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।

कथावाचक गोविंद दास जी ने कहा कि परमात्मा ही परम सत्य है। जब हम परमात्मा में तल्लीन हो जाते हैं तो संसार गौण हो जाता है। परमात्मा संसार में घुले-मिले हैं तो संसार का नाश होने पर भी परमात्मा का नाश इसलिए नहीं होता क्योंकि भगवान संसार से जुड़े भी हैं और अलग भी हैं। आकाश में बादल रहता है। और बादल के अंदर भी आकाश तत्व है। जैसे बादल के गायब होने पर भी आकाश गायब नहीं होता। वैसे ही संसार नहीं रहने पर परमात्मा रहते हैं।

इसी तरह संसार गायब होने पर भी परमात्मा गायब नहीं होते। संसार की कोई भी वस्तु भगवान से अलग नहीं है।उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोपियों के घरों से माखन चोरी की घटना की रोचक प्रस्तुति की। उन्होंने कहा कि माखनचोरी की घटना के पीछे भी आध्यात्मिक रहस्य है। दूध का सार तत्व माखन है। उन्होंने गोपियों के घर से केवल माखन चुराया अर्थात सार तत्व को ग्रहण किया और असार को छोड़ दिया।

गोविंद दास जी ने कहा कि प्रभु हमें समझाना चाहते हैं कि सृष्टि का सार तत्व परमात्मा है। इसलिए असार यानी संसार के नश्वर भोग पदार्थों की प्राप्ति में अपने समय, साधन और सामर्थ को अपव्यय करने की जगह हमें अपने अंदर स्थित परमात्मा को प्राप्त करने का लक्ष्य रखना चाहिए। इसी से जीवन का कल्याण संभव है।

इस अवसर पर कथा महायज्ञ के अध्यक्ष बलराम दास जी, मुरली यादव,विमल यादव, अमरजीत प्रसाद, प्रभुजी, संजय रानीपुरी,संतोष कुमार, पवन कुमार, हीरालाल,अर्जुन कुमार, धनंजय कुमार, बबलू कुमार,विजय यादव, राहुल कुमार सहित बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

यह भी पढ़े

दिव्यांगों को भी सम्मान से जीने का पूरा अधिकार: एसडीएम

स्तनपान में छिपा है नवजात का बेहतर स्वास्थ्य

रघुनाथपुर के  जिलापार्षद उमेश पासवान ने पीसीसी सड़क का किया उद्घाटन

रघुनाथपुर में पुलिस के सामने यातायात नियमो की उड़ती है  धज्जियां

बिहार में  महिला पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर मिलेगी बड़ी राहत

क्या मोबाइल आने के बाद हमारे बच्चे बदल गये हैं?

बिहार के कटिहार में हुए गैंगवार ने पुलिस प्रशासन को भी चौंका दिया है,कैसे?

Leave a Reply

error: Content is protected !!