Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
हार्दिक पांड्या ने अपनी सफलता का श्रेय एमएस धोनी को दिया , भारतीय ऑलराउंडर ने कही ये बड़ी बात - श्रीनारद मीडिया

हार्दिक पांड्या ने अपनी सफलता का श्रेय एमएस धोनी को दिया , भारतीय ऑलराउंडर ने कही ये बड़ी बात

हार्दिक पांड्या ने अपनी सफलता का श्रेय एमएस धोनी को दिया , भारतीय ऑलराउंडर ने कही ये बड़ी बात

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने दावा किया है कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक क्रिकेटर के रूप में उनके विकास में बड़ी भूमिका निभाई है। 2022 पंड्या के लिए यादगार साल रहा है। उन्होंने गुजरात टाइटंस को अपने पहले सीज़ में आईपीएल 2022 का खिताब दिलाई। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय टीम में वपासी की और शानदार फॉर्म को जारी रखा। बल्ले और गेंद दोनों से टीम के लिए मैच विजेता साबित हुए।

28 वर्षीय ऑलराउंडर ने पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप 2022 के पहले मैच में शानदार प्रदर्शन किया। वह गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में चमके और टीम इंडिया की जत में अहम भूमिका निभाई। हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ मैच से पहले स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए पांड्या ने कहा कि धोनी ने उनके विकास में बड़ी भूमिका निभाई है और जब भी उन्हें मौका मिला उन्होंने भारत के पूर्व कप्तान से चीजें सीखने की कोशिश की।

पांड्या ने कहा, “मैं बस एक नौसिखिया था जो जीवन और खेल के बारे में नई चीजें सीखने की कोशिश कर रहा था। एमएस धोनी ने मेरे विकास में एक बड़ी भूमिका निभाई है। जब भी मुझे मौका मिलता मैं उन्हें देखता और चीजें सीखता था। मैं उनकी मानसिकता और ज्ञान पर गौर करता था। फील्ड पर यह मेरे व्यक्तित्व में दिखता था।”

पांड्या ने आगे कहा, ” यह अपनी गलतियों को मानने असफल होने और उससे सीखने को लेकर था। कभी-कभी असफलताएं आपको सिखाती हैं। माही भाई भी इसी तरह आगे बढ़े थे। आप बस कुछ असफलताएं अनुभव करते हैं और उनसे सीखते हैं।” भारत के हरफनमौला खिलाड़ी ने मैच फिनिश करने की कला के बारे में भी बताया और कहा कि निचले क्रम या फिनिशर के योगदान के बिना मैच पूरा नहीं लगता।

पांड्या ने कहा, ” आप रेस्टोरेट जाते हैं वहां आपको शानदार खाना मिलता है, लेकिन अगर फिनिशिंग अच्छी नहीं होती, तो टेस्ट कैसा भी हो पकवान में आकर्षण नहीं दिखता है। इसका लुक मायने रखता है। खेल में भी ऐसा ही होता है। चाहे आप कितने भी करीब आ जाएं, आप कितने भी तैयार हों, आप कितने मजबूत हों, जब आपको अपने निचले क्रम या फिनिशर से फिनिशिंग टच नहीं मिलता है, तो यह पूरा नहीं दिखता है। “

यह भी पढ़े

हार्दिक पांड्या की जगह ऋषभ पंत को प्लेइंग 11 में शामिल करने पर भड़के गौतम गंभीर

क्या ट्विन टावर का टूटना भ्रष्ट बिल्डरों को सबक है?

बिहार में आंदोलन पर उतरे बीपीएससी अभ्यर्थियों पर पुलिस का लाठीचार्ज

सीवान के पवन जी के दुकान का पड़किया नहीं खाया तो क्या खाया?

हटाए गए बिहार के वारंट वाले कानून मंत्री कार्तिक कुमार

Leave a Reply

error: Content is protected !!