मंकी पॉक्स संक्रमण को लेकर अलर्ट मोड में स्वास्थ्य विभाग 

मंकी पॉक्स संक्रमण को लेकर अलर्ट मोड में स्वास्थ्य विभाग

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

जिले में मंकी पॉक्स का कोई मामला नहीं, लेकिन संक्रमण की जानकारी जरूरी: जिलाधिकारी
वायरस को लेकर ज्यादा भयभीत होने की आवश्यकता नहीं: सिविल सर्जन
मंकी पॉक्स वायरस की शुरुआत चेहरे से होने की संभावना अधिक: डीपीएम

श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया,(बिहार):


मंकी पाक्स के प्रसार को देखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिया। इसके बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। मंकी पॉक्स को लेकर बिहार सरकार और स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी से संबंधित जानकारियां हासिल करने में जुट गया है।

जिले में मंकी पॉक्स का कोई मामला नहीं , लेकिन संक्रमण की जानकारी जरूरी: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी सुहर्ष भगत ने बताया कि स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों को जिला स्तर पर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल (एसओपी) के पालन करने का निर्देश दिया गया है। अधिकारियों को यह भी दिशा-निर्देश दिया गया है कि किसी भी तरह के मामले में अविलंब आवश्यक सलाह एवं उपचार की सुविधा मुहैया कराई जाए। हालांकि अभी तक जिले में मंकी पॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है। इसके बावजूद जिलेवासियों को इस संक्रमण के संबंध में आवश्यक जानकारी रखनी है। उन्होंने बताया कि चेचक का टीका मंकी पाक्स को रोकने में ल गभग 85 प्रतिशत प्रभावी साबित हुआ है।

वायरस को लेकर ज्यादा भयभीत होने की आवश्यकता नहीं : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ एसके वर्मा ने बताया कि मंकी पॉक्स नामक वायरस को लेकर देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग सावधानी पूर्वक एहतियात बरतने में लग गई है। हालांकि इसको लेकर ज्यादा भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि अभी यह बीमारी हमारे जिले तक नहीं पहुंची है। शहर से लेकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में नजर रखी जा रही है।

मंकी पॉक्स वायरस की शुरुआत चेहरे से होने की संभावना अधिक: डीपीएम
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि मंकी पाक्स के लक्षण के संबंध में यह बताया जा रहा है कि बार-बार तेज बुखार का आना, पीठ और मांसपेशियों में जोड़ो का दर्द, त्वचा पर दानें और चकते पड़ना, खुजली की समस्या होना, शरीर में सामान्य रूप से सुस्ती का आना हैं। हालांकि मंकी पाक्स की शुरुआत शरीर से नहीं बल्कि चेहरे से हो रही है। इस बीमारी का संक्रमण आमतौर पर 14 से 21 दिन तक रहता है। चेहरे से लेकर बाजुओं, पैर एवं शरीर के अन्य हिस्सों पर रैशेस होना, गला खराब होना और बार-बार खांसी आना इसके प्रमुख लक्षणों में हैं।

यह भी पढ़े

प्रवास पर आयीं भाजपा नेत्रियों ने किया लाभार्थियों से सीधा संवाद

शरीर से पूर्ण दिव्‍यांग कोई सहारा नही, कोई अपना नही,  मुर्गी पालन से जीविकोपार्जन कर रहे दिव्‍यांग को असमाजिक तत्वों कर रहे है परेशान

छपरा कचहरी आरपीएफ ने आजादी के अमृत महोत्‍सव पर किये विविधि कार्यक्रम 

प्रखण्ड मुखिय संघ ने थानाअध्यक्ष व आवास पर्यवेक्षक के बिरुद्ध खोला मोर्चा, डीएम से लिखित शिकायत कर करवाई की मांग किया 

Leave a Reply

error: Content is protected !!