Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
शरीर के जोड़ों में अचानक दर्द होने लगे तो तत्काल किसी अच्छे फिजियोथेरेपी चिकित्सक से मिले - श्रीनारद मीडिया

शरीर के जोड़ों में अचानक दर्द होने लगे तो तत्काल किसी अच्छे फिजियोथेरेपी चिकित्सक से मिले

शरीर के जोड़ों में अचानक दर्द होने लगे तो तत्काल किसी अच्छे फिजियोथेरेपी चिकित्सक से मिले

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

फिजियोथेरेपी के बारे में डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बतायी अहम जानकारी

श्रीनारद मीडिया‚ सीवान (बिहार):

शीतलहर के बढ़ते प्रकोप के बीच शनिवार को मीडिया से बात करते हुए मार्क फिजियोथेरेपी, दर्द एवं लकवा निवारण सेंटर के संचालक डॉ. राकेश कुमार सिंह ने फिजियोथेरेपी से होने वाले लाभ के बारे में विशेष जानकारी दी

श्री सिंह ने बताया कि कई बार शरीर के जोड़ों में अचानक दर्द होने लगता है। जो कभी-कभी असहनीय हो जाता है। इस तरह के दर्द होने पर तत्काल किसी अच्छे फिजियोथेरेपी चिकित्सक से मिलकर इलाज करना चाहिए। दर्द निवारक दवा अपने से कभी नहीं खाना चाहिए।कभी कभी नार्मल एक्सरसाइज भी शरीर के जोड़ों में दर्द का कारण बन जाता है। उन्होंने लोगों को सलाह दिया कि यदि शरीर के किसी जोड़ में दर्द हो तो नार्मल एक्सरसाइज बंद कर देना चाहिए। इससे दर्द बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है।

श्री सिंह पारालाइसिस अटैक के बारे में बताते हैं कि शरीर का कई भाग काम करना बंद कर देता है। इसे फिजियोथेरेपी से ठीक किया जा सकता है। शरीर में सूनापन या दर्द या गठिया, सायटिका जैसी बीमारियों को फिजियोथेरेपी से ठीक किया जाता है। कई बार दुर्घटनाओं में हड्डी टूट जाती है। प्लास्टर होने के बाद हड्डी तो जुड़ जाता है।

लेकिन जोड़ों का मूवमेंट करने पर दर्द होने लगता है। इसके लिए फिजियोथेरेपी से इलाज किया जाता है। फिजियोथेरेपी से घुटनों के दर्द का इलाज आसानी से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बच्चों में होने वाली विकलांगता का यदि बचपन में पता चल जाए तो इसे फिजियोथेरेपी द्वारा ठीक किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जन्म से लेकर पांच या छह साल के बीच बच्चों के चलने में या बोलने में या सीधा खड़ा होने में नार्मल नहीं दिखे तो इसे अच्छे फिजियोथेरेपी चिकित्सक से संपर्क कर दिखा लेना चाहिए। बच्चों में यदि किसी प्रकार की विकलांगता आ रही है तो उसे ठीक किया जा सकता है।
प्रस्तुत है इनसे हमारे संवाददाता से बातचीत के अंश

प्रश्न : माना जाता है कि मानसिक रोग से जुड़े विकलांगता में फिजियोथेरेपी से आराम मिलता है ?

उत्तर : बचपन में यदि बच्चों में ऐसे लक्षण दिखे व समय पर इलाज शुरू हो तो मानसिक विकलांगता के साथ साथ शारीरिक विकलांगता से बचा जा सकता है। फिजियोथेरेपी से व्यक्ति के हर अंगों को ठीक किया जाता है।
प्रश्न : मुंह का लकवा अथवा मुंह के टेढ़ेपन में क्या फिजियोथेरेपी से ठीक किया जा सकता है ?
उत्तर : मुंह का लकवा हो या शरीर के किसी अंग का अथवा बेल्स पाल्सी जिसे मुंह का टेढ़ापन कहते हैं फिजियोथेरेपी से ऐसे रोगों से ठीक किया जाता है। इसके लिए नियमित रूप से कुछ दिनों तक लगातार फिजियोथेरेपी से इलाज किया जाता है।
प्रश्न : घुटने एवं कमर में दर्द में फिजियोथेरेपी से आराम मिलता है क्या। इसका इलाज कहाँ होता है ?
उत्तर : घुटने या कमर दर्द में फिजियोथेरेपी से बहुत आराम मिलता है।मेरे क्लिनिक में इसकी थैरेपी की जाती है।
प्रश्न : नस से जुड़े रोगों में फिजियोथेरेपी से आराम मिलता है ?
उत्तर : नस से जुड़ीं बीमारियों में लगभग शत-प्रतिशत फिजियोथेरेपी का ही कार्य कहा जाए तो गलत नहीं होगा।नसों का दर्द जैसे साईटिका,सिर दर्द एवं चक्कर आना आदि में
मशल्स इस्टिमुलेटर,टेंस,आईएफटी,डायथर्मी,,ट्रैक्शन,बोन मसाज,सीपीएम आदि मशीनों से इसका इलाज किया जाता है। इसमें फिजियोथेरेपी के अलावा दवा भी दी जाती है।
प्रश्न : दुर्घटनाओं के कारण पैर टूट गया हो। प्लास्टर हुआ हड्डी जुड़ गई। लेकिन पांव नहीं मुड़ रहा हो तो कैसे ठीक होगा ?
उत्तर : दुर्घटना के बाद प्लास्टर होने से हाथ अथवा पैर महीनों तक एक जगह स्थिर हो जाता है। फिर प्लास्टर कटने के बाद मूवमेंट करने में दर्द होता है। इसमें पैर में सीपीएम मशीन लगाई जाती है।जो पैरों के मोड़ने के काम आता है। 105 डिग्री के बाद चिकित्सक को स्वयं काम करना पड़ता है।
प्रश्न :- खेलकूद की गतिविधियों में लगी चोट में भी फिजियोथेरेपी की सलाह दी जाती है। इसमें यह किस प्रकार से उपयोगी है ?
उत्तर :- खेलकूद में लगी चोट मोच आदि का फिजियोथेरेपी से इलाज किया जाता है।टेनिस एल्बो,फूट ड्राप आदि विभिन्न प्रकार की समस्याओं से निजात पाया जा सकता है।मुझे बताने में खुशी हो रही है कि अब प्रतियोगी परीक्षाओं के फिजिकल एग्जाम के लिए भी बच्चे फिजियोथेरेपी की सहायता ले रहे हैं।मेरे क्लिनिक में भी कुछ लड़के फिजियोथेरेपी करा चुके हैं।इनका चयन भी हुआ है।
प्रश्न : शरीर के जोड़ों में होने वाला दर्द से कैसे निजात पाया जा सकता है ?

उत्तर : शरीर के जोड़ों में दर्द कई कारणों से होता है। रोग से दर्द होता है या चोट लगने से दर्द है। जांच करने के बाद इसका इलाज शुरू किया जाता है। फिजियोथेरेपी से जोड़ों में दर्द से निजात मिल जाता है।

प्रश्न : इन सबके अलावे और किन बीमारियों में फिजियोथेरेपी उपयोगी है तथा आप हमारे पाठकों को क्या संदेश देना चाहेंगे ?
उत्तर :- आजकल ठंड का मौसम है।इस मौसम में हाई बीपी की समस्या वाले लोगों को सावधान रहना चाहिए।ठंड से बचना चाहिए।रात को कंबल आदि से निकलते समय शाॅल आदि लेकर ही निकलना चाहिए।गुनगुने पानी से ही स्नान करना चाहिए।।ऐसे मौसम में शरीर को गर्म रखने के अलावे शारीरिक गतिविधि को इग्नोर नहीं करना चाहिए।हाँ अच्छे फिजियोथेरेपिस्ट का चुनाव करना बहुत ही आवश्यक है।अन्यथा सुधार की जगह नुकसान भी हो सकता है।बिना विशेष जरूरत को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।

यह भी पढ़े

बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस हादसाः मरने वालों की संख्या 9 पहुंची.

सड़क दुर्घटना में कटेया के दो युवक घायल, रेफर

बरौली में महंथ सत्यदेव दास ने पांच हजार गरीबो के बीच बांटे कम्बल

म्यांमार में भारत विरोधी संगठनों का होगा खात्मा,कैसे?

Leave a Reply

error: Content is protected !!